सितंबर से बच्चों को मिल सकती है वैक्सीन, वायरस की ट्रांसमिशन चेन तोड़ने में मिलेगी मदद

punjabkesari.in Saturday, Jul 24, 2021 - 04:50 PM (IST)

देश में कोरोना की दूसरी लहर अब थमती हुई नज़र आ रही हैं लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि जल्द ही तीसरी लहर भी आ सकती हैं। बतां दें कि अभी पूरे देश में कोरोना वैक्सीन अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को वेक्सीनेटड किया जा रहा है ताकि कोरोना और उसके वेरिएंट्स से बचा जा सके।  वहीं इस बीच एक ताजा जानकारी सामने आई हैं। 

बच्चों के वैक्सीन लगने से वायरस की ट्रांसमिशन चेन तोड़ने में मदद मिलेगी
दरअसल, भारत में सितंबर से अभी बच्चों को कोरोना वैक्सीन दी जा सकती है। इस बारे में दिल्ली AIIMS के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि तीन कंपनियों की वैक्सीन को अगस्त-सितंबर तक अप्रूवल मिलने की उम्मीद है। इससे बच्चों को संक्रमण के खतरे से बचाया जा सकता है। वहीं बच्चों के वैक्सीन लगने से वायरस की ट्रांसमिशन चेन तोड़ने में मदद मिलेगी।

सितंबर से हम बच्चों को वैक्सीन लगाना शुरू कर देंगे
डॉ गुलेरिया ने एक न्यूज चैनल से बातचीक में कहा कि, जायडस ने ट्रायल पूरे कर लिए हैं और इमरजेंसी ऑथराइजेशन का इंतजार है। भारत बायोटेक के कोवैक्सिन ट्रायल भी अगस्त-सितंबर तक पूरे हो जाने की उम्मीद है। तब तक इस वैक्सीन को अप्रूवल भी मिल जाएगा। वहीं दूसरी तरफ फाइजर वैक्सीन को अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने पहले ही अप्रूव कर दिया है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि सितंबर से हम बच्चों को वैक्सीन लगाना शुरू कर देंगे।

वैक्सीन अभियान के तहत बतां दें कि देश में अब तक वैक्सीन की 42 करोड़ डोज लगाई गई हैं। और सरकार इस साल के अंत तक सभी युवाओं को वैक्सीन लगाने के लक्ष्य की ओर है।

अहम बात यह है कि तीसरी लहर के बीच अभी यह तय नहीं है कि बच्चों के लिए कौन सी वैक्सीन चुनी जाएगी।

वहीं एक स्टडी के मुताबिक, 11 से 17 साल के बच्चों के साथ रहने पर बुजुर्गों को संक्रमण का खतरा 18% से 30% बढ़ जाता है। यही एक बड़ी वजह है कि लोग बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर चिंतित हैं।

Content Writer

Anu Malhotra