बच्‍चों में बढ़ा कोरोना का खतरा, 9 साल तक के 40 हजार बच्‍चे कोरोना पॉजिटिव, जानिए कैसे करें बचाव

punjabkesari.in Saturday, May 22, 2021 - 10:41 AM (IST)

देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच खबर सामने आई थी कि बहुत जल्द तीसरी लहर के भी आने की आशंका हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए बेहद घातक साबित हो सकती हैं जिसके लिए सरकार को पहले से ही इसकी तैयारी करनी होगी। लेकिन बतां दें कि तीसरी लहर आने से पहले ही बच्चों में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता हुआ नज़र आ रहा है। 
 

दरअसल, कर्नाटक जैसे राज्य में पिछले दो महीने में 9 साल से कम उम्र के 40 हजार से ज्यादा बच्चे कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक में कोरोना के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। 
 

कोरोना के आंकड़ों को देखें तो कर्नाटक में 0-9 साल की उम्र के 39,846 और 10-19 उम्र के 1,05,044 बच्चे कोविड पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। कोरोना का ये आंकड़ा इस साल 18 मार्च से 18 मई तक का है। 
 

रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल जब से कोरोना महामारी की शुरुआत हुई थी, तब से लेकर इस साल 18 मार्च तक 17,841 और 65,551 बच्चे कोविड से संक्रमित हुए थे। इन आंकड़ों के मुताबिक पिछली बार की तुलना में दूसरी लहर बच्‍चों के लिए ज्‍यादा खतरनाक साबित हुई है। 
 


दो दिन के अंदर की ही बाकी घर वाले भी हो रहे हैं संक्रमित-
वहीं डाॅक्टर और एक्सपर्ट के अनुसार,  दूसरी लहर काफी खतरनाक तरीके से आगे बढ़ रही है।  इस बार अगर कोई शख्‍स कोरोना से संक्रमित हो रहा है तो उसके दो दिन के भीतर ही घर के बाकी सदस्‍य भी कोरोना से संक्रमित हो जा रहे हैं।  ऐसे में कुछ केसों में बच्‍चें भी कोरोना की चपेट में आ हे हैं। 
 

कोरोना के लक्षण दिखते ही बच्‍चों से बना लें दूरी-
डाॅक्टर के मुताबिक, अगर घर में कोई सदस्‍य कोरोना से संक्रमित होता है तो सबसे पहले बच्‍चे उनके संपर्क में आते हैं। ऐसे में जरूरी है कि कोरोना के लक्षण दिखते ही बच्‍चों से दूरी बनाएं और उनके संपर्क में आने से बचें। दस में से सिर्फ एक ही बच्चे को अस्पताल में भर्ती करवाने की जरूरत पड़ती है, बाकी के बच्चे आसानी से घर पर ही आइसोलेट होकर ठीक हो जाते हैं। हालांकि इस दौरान घर पर उनकी ठीक और सख्‍ती से देखभाल करने की जरूरत होती है। उन्होंने कहा, जैसे ही बच्चों में कोरोना के लक्षण दिखाई दें, तुरंत ही उनका कोविड टेस्ट करवाना चाहिए।
 


बच्चों में कोविड के लक्षण- 
बच्चों में कोविड के नए लक्षणों में पेट दर्द, उल्टी, दस्त जैसी समस्या भी सामने आ रही है। ध्यान रहे बच्चों में इस तरह के लक्षण पाएं जाने पर डॉ. से जरूर संपर्क करें। अगर बच्चे सुस्त भी नजर आते हैं तो उनसे उनका हाल जरूर पूछें।
 

बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए इन बातों का रखें खास ध्यान-

- बच्चों पर लगातार नजर बना कर रखें। उन्हें थोड़ा सा भी कफ, खांसी, जुकाम होने पर बेसिक इलाज शुरू कर दें। बच्चों को ठंडी चीजें न खिलाएं, जैसे कि आइस्क्रीम, कोल्ड्रिंक्स, चॉकलेट आदि।

- अपने साथ बच्चों को भी सूर्य नमस्कार जरूर कराएं। इससे उनका इम्यूनिटी लेवल भी बढ़ेगा, ताकत भी रहेगी और वह तंदुरूस्त बनें रहेंगे।

- बच्चों के फूड डाइट में जरूर बदलाव करें उन्हें हेल्दी सब्जी खिलाएं। फ्रूट्स खिलाते रहें।

- बच्चों को बार-बार मुंह पर हाथ फेरने से रोकें। मास्क कैसे पहनना है और कैसे निकालकर रखना है। यह जरूर समझाएं।

- बच्चों को माइंड गेम, ऑनलाइन डांस क्लास, पजल, स्टोरी रीडिंग जैसी चीजों में व्यस्त रखें।

- बच्चों को खुली हवा में भी जरूर लेकर जाएं। इसके लिए आप छत पर थोड़ी देर टहल सकते है। सुबह का वक्त ज्यादा बेहतर होता है।

- परिवार के सदस्य अगर बाहर से कोई भी वस्तु ला रहे हैं तो उन्हें छूने न दें। जब तक आप सैनिटाइज नहीं कर देते।


 

Content Writer

Anu Malhotra