कोरोना वायरस महामारी घोषित, याद रखें WHO की हिदायतें

punjabkesari.in Friday, Mar 13, 2020 - 10:34 AM (IST)

कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां लाखों लोग इस वायरस से संक्रमित है वहीं 4300 लोग इसके कारण अपनी जान भी गवां चुके हैं। चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ यह वायरस 114 से भी अधिक देशों में फैल चुका है। भारत में भी अब 73 से अधिक लोग इस वायरस से ग्रस्त आ चुके हैं। कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों के चलते WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने कोरोना वायरस को पैनडेमिक यानी महामारी घोषित कर दिया है।

यही नहीं, दिल्ली के सभी सिनेमाघर 31 मार्च तक बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है। इसके अलावा जिन स्कूलों और कॉलेजों के एग्जाम खत्म हो गए हैं उनको भी 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। राष्ट्रपति भवन भी पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है।

क्या होती है महामारी?

महामारी उस बीमारी को कहा जाता है जो जो बेहद तेजी एक ही समय दुनिया के अलग-अलग देशों में लोगों में फैल रही हो। WHO के अध्यक्ष ने कहा है कि वो अब कोरोना वायरस के लिए 'महामारी' शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं क्योंकि वायरस को लेकर निष्क्रियता चिंता भरी है। इससे पहले साल 2009 में स्वाइन फ्लू को महामारी घोषित किया गया था। एक्सपर्ट के मुताबिक स्वाइन फ्लू की वजह से कई लाख लोग मारे गए थे इसलिए उसे महामारी घोषित किया गया था।

लोगों में कैसे पहुंचा कोरोना वायरस?

कोरोना वायरस इंसान के बाल से लगभग 900 गुना बारीक है इसलिए ये बड़ी आसानी से इंसान को अपना शिकार बना सकता है। यह वायरस चमगादड़ से पैगोंलिन (एक प्रकार की छिपकली) और उनके लोगों तक पहुंचा।

यह इंफैक्शन सिर्फ इंसानों के संपर्क में आने से ही नहीं बल्कि निर्जीव वस्तुओं को छूने से भी फैलता है। लकड़ी, गिलास, प्लास्टिक या धातु से बनी चीजों पर यह वायरस 9 दिनों तक जिंदा रह सकते हैं। वहीं 4 डिग्री या उससे कम तापमान में तो यह जानलेवा वायरस 1 महीने से भी ज्यादा समय तक जीवित रह सकते हैं। जबकि 30 डिग्री या इससे ज्यादा तापमान में इनके जिंदा रहने की क्षमता कम हो जाती है।

किन लोगों को अधिक खतरा?

कमजोर इम्यून सिस्टम वालों, बीमार और बुजुर्ग लोगों को इसका सबसे अधिक खतरा है इसलिए लोगों को अपना इम्यून सिस्टम मजबूत रखने की जरूरत है। उम्रदराज लोगों की मौतें इसलिए ज्यादा हुई है, क्योंकि उम्र के साथ उनकी इम्यूनिटी कम हो जाती है। रोगों से लड़ने की क्षमता कम होने के कारण वह कोरोना के असर से नहीं बच पाए। चिकित्सकों ने बताया कि साफ-सफाई, खुला वातावरण, तापमान बनाए रखने समेत इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खानपान पर ध्यान देना चाहिए।

कोरोना वायरस के लक्षण

. अचानक बुखार
. सांस लेने में तकलीफ।
. खांसी व सर्दी-जुकाम।
. शरीर में तेज दर्द के साथ कमजोरी।
. किडनी और लिवर में तकलीफ। 
. पाचन क्रिया में परेशानी।

कोरोना वायरस से बचाव के लिए फॉलो करें WHO की हिदायतें...

1. मुंह को मास्क से अच्छी तरह कवर करके रखें और मुंह, आंख या नाक को बार-बार न छुएं।
2. हाथों को बार-बार सैनेंटाइजर से अच्छी तरह साफ करें।
3. बार-बार आंख, नाक मुंह छूने से बचें।
4. संक्रमित लोगों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाकर रखें।
5. सर्दी, जुकाम, बुखार और कफ होने पर चेकअप करवाएं।
6. कम से कम 30 सेकंड तक साबुन से हाथ धोएं।
7. साफ-सफाई का खास ध्यान रखें और कमरे को गर्म रखने की कोशिश करें।
8. ऐसे शहरों में ट्रैवलिंग करने से बचे जहां कोरोना फैला हुआ है।
9. इस्तेमाल किए हुए नैपकिन, टिश्यू पेपर इत्यादि खुले में न फैंकें।
10. बाहर से घर लौटें तो हाथ धोए बगैर कुछ न खाएं।
11. बाजार के फास्ट व जंक फूड्स ना खाएं, खासकर स्ट्रीट फूड खाने से बचें।
12. ऐसे स्थानों पर जाने से बचें, जहां भारी भीड़ जुट रही हो।
13. पब्लिक ट्रांसपोर्ट के स्थान पर खुद के वाहन का इस्तेमाल करें।
14. इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए डाइट में हेल्दी चीजें शामिल करें।

क्योंकि कोरोना वायरस का इलाज अभी तक नहीं मिल पाया है इसलिए बचाव के लिए सिर्फ अवेयरनेस ही सॉल्‍यूशन है। लेकिन साथ ही आपको अपनी इम्‍यूनिटी को भी स्‍ट्रॉग करना चाहिए क्‍योंकि वायरस कमजोर इम्‍यूनिटी वाले लोगों को जल्‍दी अपनी चपेट में लेता है।

Content Writer

Anjali Rajput