सेहत से जुड़े 4 खास मुद्दे, तेजी से लोग जिनके होते जा रहे शिकार

punjabkesari.in Saturday, Jun 06, 2020 - 04:36 PM (IST)

दुनिया में हर देश की अपने स्तर पर कुछ समस्याएं होती हैं। जिनका प्रत्येक वर्ष मूल्यांकन सरकारों द्वारा किया जाता है। सेहत से जुड़ी समस्याएं तो आजकल हर देश में देखने को मिल रही हैं। बात अगर भारत की करें तो सेहत से जुड़ी ऐसी बहुत सी परेशानियां हैं, जो आए दिन भारत में बढ़ती जा रही हैं, जिसको लेकर सारा देश चिंतित है। सेहत के साथ-साथ पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं पर भी ध्यान देना बहुत जरूरी है।

इन सभी समस्याओं के कुछ कारण हैं, उन कारणों का जिम्मेदार काफी हद तक मनुष्य ही है। ज्यादा पाने की चाह में व्यक्ति के पास जो अमुल्य था, वह उसे पीछे छोड़ता जा रहा है, इस बात से अनजान कि उन छोटी-छोटी ईकाइयों के बगैर उसके जीवन में खुशियां संभव नहीं है। बात अगर करें कि आज भारत के लोग इतने बीमार क्यों रहते हैं, तो उसकी वजह है दौड़ भाग करने की जगह अधिक देर तक बैठे रहना।

शारीरिक श्रम और न्यूट्रीशन की कमी

हालांकि यह समस्या आज दुनिया भर में चिंता का विषय है। लोगों की फिजिकल एक्टिविटी इतनी कम हो गई है, जिस वजह से उनकी आधी शारीरिक परेशानियों की वजह उनके द्वारा अधिक देर तक बैठे रहना है। बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी का खान-पान इतना बिगड़ चुका है कि न्यूट्रीशन्स से भरपूर डाइट का नाम और निशान ही नहीं रह गया। जिस वजह से आज भारत में कैंसर, डायबिटीज और दिल से जुड़ी परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं।

मोटापा व Obesity

छोटे-छोटे बच्चे मोटापे का शिकार हैं, जिस वजह से छोटी ही उम्र में हाई ब्लड प्रेशर, टाइप-2 डायबिटीज, दिल से जुड़ी बीमारियां, हार्ट स्ट्रोक, पित्ते या फिर किडनी में पत्थरी, नींद न आने की समस्या, ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर जैसी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।

तंबाकू का सेवन

हाल ही में दुनिया भर में World No Tobacco Day मनाया गया। हर वर्ष सिर्फ भारत में लाखों की गिनती में नशा न मिलने की वजह से या फिर जरूरत से अधिक नशा करने के चलते लोग मौत का शिकार हो रहे हैं।

मानसिक परेशानियां

जैसे-जैसे दुनिया तरक्की के राह पर जा रही है, वैसे-वैसे लोग मानसिक रूप पर परेशान होते जा रहे हैं। देखा जाता है जीवन में सब कुछ मिलने के बाद भी व्यक्ति खुश नहीं रह पाता। उसकी वजह शायद बाहरी दिखावे के चक्कर में हम असली जीवन से नाता तोड़ लेते हैं। सारा दिन टी.वी. स्क्रीनस पर बैठे रहना, 10-12 घंटों तक काम काज में ही लगे रहना, न तो सेहत का ख्याल और न ही अपने आसपास का कोई ध्यान, ऐसे में व्यक्ति कहीं न कहीं मानसिक परेशानियों का शिकार बन जाता है। जिसके चलते सब कुछ होते हुए भी वह खुश नहीं रह पाता। आज हर साल हजारों की गिनती में लोग मानसिक परेशानियों के चलते आत्म-हत्या कर लेते हैं, या फिर डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं।

बचाव के तरीके...

कोरोना की वजह से वैसे भी दुनिया कुछ थम सी गई है, शायद इस महामारी के दौरान हम असली जीवन को समझ पाएं। इंसान से वातावरण को कितना प्रदूषित कर दिया था, इस बात का पता तो शायद लॉकडाउन के दौरान हम सभी को चल ही चुका है। क्यों न इससे सीख लेकर हमें जीवन में कुछ अच्छे बदलाव लाने चाहिए।

-कोशिश करें अच्छे आहार लें।
-कीटनाश्क दवाईयों से तैयार फल सब्जियों का बॉयकॉट करें।
-दूध, दही, पनीर जैसी चीजों का सेवन हर रोज करें।
-एक्सरसाइज का जीवन का एहम हिस्सा समझें।
-जिनता हो सके खुद खुश रहें और दूसरों को भी रखने की कोशिश करें।
-कोई भी काम काज आपके जीवन की खुशी से ज्यादा मायने नहीं है।
-जो काम आपसे आपकी खुशी छीन ले, उसे करने का तरीका बदलें।


-खासतौर पर बच्चों को कुदरत के साथ जान पहचान करवाएं।
-आराम-विश्राम वाले जीवन के साथ-साथ उन्हें जीवन के कठोर समय से भी लड़ने के लिए सक्षम बनाएं। 
-नशीली चीजों, सिगरेट, तंबाकू और अन्य गलत चीजों का सेवन बंद करें।
-अधिक से अधिक पानी पिएं।
-हर रोज सुबह जल्दी उठें। 
-दिन में काम काज के दौरान कुछ देर की रेस्ट जरूर लें।
-मानसिक परेशानियों से बचने के लिए स्ट्रेस कम लें।

Content Writer

Harpreet