ध्यान व योग से बच्चों की नींद में हुआ 74 मिनट तक इजाफा, भावनात्मक रूप से भी हुए स्थिर

punjabkesari.in Friday, Jul 09, 2021 - 02:06 PM (IST)

सेहतमंद रहने के लिए अच्छी डाइट के साथ ध्यान और योगा करने भी फायदेमंद माना जाता है। इससे मानसिक शांति मिलने तनाव कम होने में मदद मिलती है। ऐसे में एकाग्रता शक्ति बढ़ती है। इसके अलावा सांस प्रक्रिया बेहतर होती है। ऐसे में इससे शारीरिक व मानसिक विकास बेहतर तरीके से होता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, बड़ों के साथ बच्चों को भी ध्यान व योग करने से फायदा मिलता है। वहीं एक स्टडी के अनुसार जिन बच्चों ने गहरी सांस लेना, ध्यान करना, योगा किया उनकी नींद में सुधार हुआ। इसके साथ वे भावात्मक रूप से अधिक स्थिर पाए गए। चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...

बच्चों की नींद में आया 74 मिनट का इजाफा 

अध्ययन के अनुसार, ध्यान व योग करने से बच्चों की नींद में 74 मिनट का सुधार पाया गया है। वहीं दिन में जागने यानि अलर्ट रहने की स्थिति में 24 मिनट का इजाफा पाया गया। बता दें, यह स्टडी तीसरी व पांचवीं कक्षा के करीब 1,000 छात्रों पर की गई। इसमें नींद का आंकलन करने के लिए 115 बच्चों को लिया गया। इनमें पाठ्यक्रम वाले समूह में 57 और नियंत्रण समूह में 58 बच्चों को बांटा गया। इसका आंकलन पाठ्यक्रम शुरू होने से पहले, 1 साल बाद और 2 साल कुल तीन स्तरों में किया गया। इसमें बच्चे की दिमागी गतिविधियां पता करने के लिए उनके सिर पर इलेक्ट्रोड कैप पहनाई गई। इसके साथ सभी बच्चों की सांसों, दिल की धड़करने व ब्लड ऑक्सीजन लेवल का भी ध्यान रखा गया।

बच्चों की नींद का पढ़ाई से संबंध

एक्सपर्ट्स के अनुसार, नियंत्रण समूह के बच्चों की नींद में 63 मिनट की कमी देखी गई। इसके विपरीत पाठ्यक्रम (योग व ध्यान करने वाले) वाले बच्चों की नींद में 1 घंटे का इजाफा हुआ। वहीं बड़े बच्चों में नींद की कमी का कारण अधिक होमवर्क, दोस्तों से बात करने के कारण देर रात तक जागता माना जा सकता है। वहीं बच्चों की बढ़ती उम्र में उनके हार्मोनस में भी बदलाव आता है। इसके अलावा उनका दिमागी विकास भी नींद पर अपना प्रभाव डालती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, बच्चों की अच्छी नींद का संबंध उनकी पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन पर भी निर्भर करता है।  

बच्चों को तनाव से निपटने की सीख से भी नींद में आया सुधार 

इस स्टडी में बच्चों को माइंडफुलनेस, गहरी सांस लेना और योग अभ्यास सिखाया गया है। असल में, माइंडफुलेनस भी एक तरह का ध्यान होता है। ध्यान में एक समय पर अलग से कोशिश करनी पड़ती है। वहीं माइंडफुलनेस में आप जहां भी होते हैं वहीं पर पूरा ध्यान लगाना पड़ता है। इसके अलावा इस दौरान प्रशिक्षकों द्वारा बच्चों को तनाव पहचानने व इससे निपटना भी सिखाया गया है। असल में, ध्यान करते समय एक जगह पर फोकस करने की क्षमता बढ़ती है। ऐसे में इन सब चीजों से बच्चे की नींद में बढ़ोतरी देखने को मिली। 

चलिए जानते हैं योगा व ध्यान करने के अन्य फायदे 

. तनाव होगा कम
. भावात्मक रूप से स्थिर 
. सुस्ती, थकान, कमजोरी दूर होकर दिनभर एनर्जेटिक महसूस होगा
. दिमागी विकास व स्मरण शक्ति होगी तेज 
. फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है
. शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार 
. बेहतर इम्यूनिटी 
. पाचन तंत्र में सुधार 

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neetu