मानसून में बच्चों को हो जाए बुखार तो इलाज के साथ यूं करें Care

punjabkesari.in Friday, Jun 29, 2018 - 05:11 PM (IST)

मानसून अपने साथ कई तरह की बीमारियां भी लाता है। इस मौसम में बुखार फैलाने वाले बैक्टीरिया और वायरस बहुत ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं। इससे लोगों को वायरल बुखार होने का खतरा बढ़ जाता है। यह बुखार किसी को भी अपना शिकार बना सकता है। खास कर इस बुखार से बच्चे बहुत जल्दी ग्रसित होते हैं क्योंकि उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती है। अाइए जानिए वायरल बुखार होने पर क्या-क्या लक्षण देखने को मिलते हैं और बच्चों में इसे बढ़ने से कैसे रोका जा सकता है।

वायरल बुखार के लक्षण
वायरल बुखार होने पर सिर दर्द और जुकाम रहने लगता है।
रोगी को उल्टियां और दस्त होने लगते है। 
गले में सूजन, आवाज बैठना और खांसी हो सकती है।
मांसपेशियों और पेट दर्द रहने लगता है।

इलाज के साथ इन बातों का भी रखें ख्याल
1. वायरल बुखार होने पर खूब पानी पीएं ताकि शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल सकें।

2. मौसमी फलों और जूस का सेवन करें। फलों में एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं।

3. अगर बुखार में डायरिया और उल्टी की शिकायत हो तो इलेक्‍ट्रॉल का सेवन करें। साथ में नींबू, लैमनग्रास, पुदीना, शहद आदि का भी सेवन करें।

4. नींबू का सेवन करें क्योंकि इसमें विटामिन सी और वीटा कैरोटीस भरपूर मात्रा में होता है  जिससे रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढती है।

5. वायरल बुखार होने पर ड्राई फ्रूट का सेवन करें क्योंकि इसमें जिंक भरपूर मात्रा में पाया जाता है। 

6. लहसुन को तेल में फ्राई करके चटनी की तरह खाएं। इससे सर्दी, जुकाम, दर्द, सूजन से राहत मिलेगी।

7. तुलसी के पत्तों को उबाल कर या चाय बनाकर पीएं। इससे खांसी, जुकाम, बुखार और सांस संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

8. हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें।

9. वायरल बुखार होने दही का खूब खाएं क्योंकि इससे बैक्टीरिया से लडने में सहायता मिलती है और पाचन क्रिया सही रहती है। 

10. केले और सेब का सेवन करें क्योंकि इसमें पोटैशियम की काफी मात्रा होती है। इसे खाने से दस्त की समस्या से राहत मिलती है।
 

Punjab Kesari