खतरे की घंटी! 3 दिन से लगातार तेज बुखार के साथ जोड़ों में दर्द तो लापरवाही ना बरतें
punjabkesari.in Thursday, Aug 21, 2025 - 05:39 PM (IST)

नारी डेस्कः बरसाती मौसम में गला खराब, कोल्ड-कफ के मामले तेजी से सुनने को मिल रहे हैं। इसी के साथ बुखार और जोड़ों का दर्द भी हो सकता है अगर ऐसा है तो ये लक्षण चिकनगुनिया के हो सकते हैं। बता दें कि चिकनगुनिया एक वायरल डिसीज है, जिसका समय रहते अगर इलाज ना किया जाए तो यह घातक रूप भी ले सकती है। चिकनगुनिया भी मच्छरों से होने वाली वायरल डिसीज है जो Aedes aegypti और Aedes albopictus प्रजाति के संक्रमित मच्छर के काटने से फैलती है। यही मच्छर डेंगू फैलाने के लिए भी जिम्मेदार होता हैं और ये मच्छर दिन के समय काटते हैं और साफ पानी में पनपते हैं। चिकनगुनिया के ज्यादातर लक्षण सीजनल फ्लू जैसे ही होते हैं। अक्सर लोग इन लक्षणों को सीजनल फ्लू समझकर नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन चिकनगुनिया के लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है क्योंकि इसके चलते आंखों की बीमारी, नसों की परेशानी और दिल के रोगों का खतरा बढ़ सकता है। अगर तेज बुखार के साथ जोड़ों में दर्द है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
चिकनगुनिया के लक्षण
तेज बुखार होना (अक्सर 102–104°F तक)।
पूरे शरीर और सिर में तेज दर्द
स्किन पर लाल चकते जैसे रैशेज होना
उल्टी-जी मचलाने जैसी फीलिंग होना
जोड़ों में तेज दर्द जैसे हाथ-पैर, घुटनों, टखनों और कलाई में बहुत ज्यादा दर्द, कभी-कभी हफ़्तों–महीनों तक रह सकता है।जोड़ों और हाथ-पैर में सूजन आ सकती है।
मांसपेशियों में दर्द (Myalgia)।
अगर स्थिति गंभीर है तो गंभीर रक्तस्त्राव भी हो सकता है। बुज़ुर्गों, गर्भवती महिलाओं और पहले से अन्य बीमारियों (जैसे डायबिटीज़, हाई BP, हार्ट डिज़ीज़) वाले मरीजों में यह अधिक ख़तरनाक हो सकता है।
इसलिए अगर तेज़ बुखार 2–3 दिन में न उतरे लगातार दर्द या त्वचा पर खून के धब्बे दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
यह भी पढ़ेंः हैल्दी ब्रोकली इन 5 बीमारियों में करती है जहर का काम, ये लोग बिलकुल ना खाएं

चिकनगुनिया के लक्षण दिखने पर तुरंत क्या करें?
चिकनगुनिया के लक्षण दिखने पर मरीज ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। ऐसा करने से बॉडी में जमा टॉक्सिन तेजी से बाहर निकलते हैं। अगर आपकी बॉडी में दर्द बहुत ज्यादा है, तेज बुखार और जोड़ों में तेज दर्द है तो बिना देरी किए तुरंत टेस्ट कराएं। इस बीमारी का कोई टीका या इलाज नहीं है, बस इस बीमारी के लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है।
डॉक्टर से मिलें
घर पर बुखार या दर्द को नजरअंदाज न करें। डॉक्टर से मिलकर सही जाँच (ब्लड टेस्ट जैसे CBC, एलाइजा, या डेंगू-चिकनगुनिया टेस्ट) कराएँ, ताकि डेंगू जैसी दूसरी बीमारियों से फर्क किया जा सके।
पर्याप्त आराम करें
चिकनगुनिया में सबसे ज्यादा परेशानी जोड़ों के दर्द और थकान से होती है।
पर्याप्त आराम करें और शरीर पर जोर न डालें।
यह भी पढ़ेंः भारतीयों की ही Kidney और Heart फेल क्यों हो रहे ? WHO की चेतावनी को हलके में ना लें!
चिकनगुनिया का पता लगाने के लिए कौन से टेस्ट करवाया जाता है
चिकनगुनिया का पता लगाने के लिए RT-PCR (Reverse Transcriptase-Polymerase Chain Reaction) टेस्ट कराएं ये वायरस के जीन (RNA) की पहचान करता है। ये टेस्ट लक्षण शुरू होने के पहले 1–5 दिनों के अंदर कराया जाता है जिससे सटीक जानकारी मिलती है। इसके अलावा IgM एंटीबॉडी टेस्ट करा सकते हैं जो इम्यूनिटी द्वारा बनाए गए IgM एंटीबॉडी को पहचानता है। ये टेस्ट लक्षण शुरू होने के 4 से 7 दिन बाद किया जाता है। IgG एंटीबॉडी टेस्ट पहले हो चुके चिकनगुनिया संक्रमण की जानकारी देता है। इंफेक्शन के कई हफ्तों बाद यह टेस्ट पॉजिटिव आता है।
जोड़ों में दर्द कितने दिनों तक हो सकता है?
बहुत से लोगों को जोड़ों में कई दिनों तक दर्द की परेशानी रहती हैं। इस बीमारी है बुखार, सिर दर्द और बदन दर्द से तो समय पर राहत मिल जाती है लेकिन जोड़ों के दर्द की परेशानी लम्बे समय तक बनी रहती है। इसकी वजह से चलने फिरने में दिक्कत होती है और इसके लिए इम्यूनिटी जिम्मेदार है। अगर जोड़ों में दर्द है तो आप जोड़ों में दर्द के तेल से मालिश करें, हल्के गुनगुने पानी से सिकाई करें। डॉक्टर की सलाह पर हल्की फिजियोथैरेपी/एक्सरसाइज से stiffness कम हो सकती है और डॉक्टरी सलाह पर दवाई लें।