Chatori Rajani को लोगों ने कहा-किन्नर, मां-बाप ने नहीं करने दी नौकरी, आसान नहीं था लेकिन Lunch Box ने बदल दी जिंदगी
punjabkesari.in Saturday, Mar 08, 2025 - 04:36 PM (IST)

नारी डेस्कः अगर खुद में कुछ कर गुजरने की चाह है तो ये कुदरत भी हमारा साथ देती है, बस जरूरत है मेहनत और दिल लगाकर लग्न से काम करने की। ऐसी ही लग्न की मिसाल बनी है चटौरी रजनी जिन्होंने हाउस वाइफ होकर अपने कुंकिंग के हुनर के दम पर दुनियाभर में अलग पहचान बनाई। जो महिलाएं, घर-परिवार को संभालने के चक्कर में जॉब नहीं कर पाती या अपनी मनचाही हॉबी पूरी नहीं कर पाती, उनके लिए चटौरी रजनी प्रेरणा है।
जोश टॉक में दिए रजनी जैन के इंटरव्यू के अऩुसार, मारवाड़ी परिवार से ताल्लुक रखने वाली चटौरी रजनी ने चेन्नई में अपनी पढ़ाई पूरी की लेकिन उनका परिवार नहीं चाहता था कि वह नौकरी करें इसलिए घर पर रहकर रजनी ने आगे कुकिंग कॉर्स करना शुरू कर दिया। इसके बाद साल 2007 में उनकी शादी हुई। फिर साल 2008 में उनके बेटे तरण का जन्म हुआ और 3 महीने बाद उन्होंने फिर से कुकिंग क्लास शुरू कर की, रजनी के पति बैंक में जॉब करते हैं। लॉकडाउन के दौरान उनके पति की नौकरी जाने के बाद रजनी ने घर पर ही अपने शौक और काम करने की चाह को अपने हुनर के रूप में ही पूरा किया। नौकरी जाने के बाद बाद रजनी ने मनोकामना मांगी थी कि अगर उनके पति को अच्छी जॉब मिल जाएगी तो वह बाल चढ़ाएगी। इसी के चलते कहा जाता है कि उन्होंने बाल मुंडवा लिए थे। कटे बालों को देखकर लोग उन्हें आदमी-किन्नर तक बोल देते थे लेकिन रजनी ने मेहनत की और अपने काम पर ही फोक्स किया।
रजनी ने लंच बॉक रेसिपी से अपने यू-ट्यूब ब्लॉग की शुरुआत की और छोटी-छोटी और आसान रैसिपी शेयर करने लगी। धीरे-धीरे वह फूड कंटेंट क्रिएटर बन गई। लोगों को उनकी आसान फूड रेसिपी बहुत पसंद आने लगी और वह फेमस हुई। फूड कंटेंट के साथ रजनी ने ट्रेवल-लाइफस्टाइल ब्लॉग भी बनाती है। हाल ही में रजनी की जिंदगी में वो दुखद हादसा हुआ जो किसी मां के साथ नहीं होना चाहिए। सड़क हादसे में उनके बेटे तरण का देहांत हो गया। जवां बेटे को खोने का दर्द सच में सहना बहुत मुश्किल है। तरण नहीं चाहता था कि उनकी मां रजनी की आंखों में कभी आंसू आए इसलिए रजनी ने खुद को संभाला। बेटे की याद में उन्होंने बेटे के दोस्तों के लिए पार्टी रखी जिसके जरिए बेटे को अंतिम विदाई दी।
चटौरी रजनी ने मेहनत के दम पर यह साबित कर दिया कि आत्मनिर्भर होने के लिए आपकी लग्न और मेहनत जरूरी है, सफलता अपने आप आपके कदम चूमेगी और मेहनत किसी भी काम पर की जा सकती है। फिर वो घर में खाना-पकाना ही क्यों ना हो।