कैंसर का संकेत हो सकते हैं शरीर में आए ये 8 बदलाव, ना करें इग्नोर

punjabkesari.in Saturday, Dec 01, 2018 - 05:56 PM (IST)

कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी है, जो कई व्यक्तियों को अपनी चपेट में ले चुकी हैं। फिर चाहे वह आम इंसान हो या कोई बॉलीवुड सेलेब्स। अगर इस बीमारी का समय पर पता लगाकर इलाज ना किया जाए तो व्यक्ति की जान भी जा सकती हैं। आज के समय में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में बेहतर यही होगा कि हम इस बीमारी को लेकर सावधान रहें।

 

अलग-अलग होते हैं कैंसर के लक्षण

हर व्यक्ति में कैंसर के लक्षण अलग-अलग होते हैं। कैंसर शरीर के किस हिस्से में है इसी के अनुसार लक्षण सामने आते हैं। इसमें शरीर के किसी भी हिस्से की कोशिकाएं काफी तेजी से बढ़ने लगती हैं, जिससे शरीर के उस हिस्से के आस-पास मौजूद टिश्यू, अन्य कोशिकाएं और ऑर्गन डैमेज होने लगते हैं।

गलत लाइफस्टाइल है कैंसर का कारण

अन-हेल्दी डाइट, धूम्रपान और एक्सरसाइज न करने की वजह से कैंसर की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। इसके अलावा आनुवांशिक के साथ-साथ किसी तरह की इंफेक्शन और खराब प्रतिरक्षा भी कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं।

महिलाएं रहें सावधान

हेल्थ सर्विस के मुताबिक, जिन लोगों में कैंसर की अधिक संभावना होती है, उन लोगों के यूरिन का कलर डार्क पिंक, लाल और डार्क ब्राउन हो जाता है। पुरुषों में इस कलर के यूरिन का मतलब प्रोस्टेट कैंसर की शुरुआत हो सकती है। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, 60 प्रतिशत महिलाओं में ब्रेस्ट, गर्भाश्य और ओवरी कैंसर का खतरा 30-50 साल की उम्र के बाद बढ़ जाता है। इसके अलावा अगर महिलाओं में मासिक चक्र के बाद भी रक्त स्राव नहीं रुकता है तो उन्हें ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है।

कैंसर के संकेत
यूरिन का लाल रंग

नेशनल हेल्थ सर्विस ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर आपको यूरिन में लाल रंग दिखाई देता है तो तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं। यह लाल रंग खून भी हो सकता है, जोकि कैंसर का संकेत भी हो सकता है।

आंत में समस्‍या

आंतों में सामान्‍य समस्‍या होना बड़ी बात नहीं लेकिन अगर लगातार आंतों में समस्‍या है तो यह कोलेन या कोलोरेक्‍टल कैंसर का शुरुआती लक्षण भी हो सकता है।

रात में पसीना निकला

किसी दवा के रिएक्शन या इंफेक्शन की वजह से रात में सोतचे वक्त पसीना आ सकता है। वहीं, अगर यह स्थिति ज्यादा समय तक बनी रही तो यह कैंसर का इशारा भी हो सकता है।

बदन दर्द होना या कमजोरी लगना

काम की अधिकता और गलत तरीके से बैठने के कारण बदन में दर्द होना सामान्‍य है। मगर, लगातार पीठ में दर्द हो रहा हो तो यह कोलोरेक्‍टल या प्रोस्‍टेट कैंसर के शुरूआती लक्षण हो सकते हैं।

वजन कम होना

अगर बिना किसी कारण आपका वजन कम हो रहा है तो इसे नजरअंदाज ना करें क्योंकि यह कैंसर का संकेत भी हो सकता है। भूख लगने में कमी होना, ज्यादा खाना नहीं खा पाना भी इसी बीमारी के लक्षण है। यदि बिना किसी प्रयास के शरीर का वजन 5-6 कि.लो. से ज्यादा कम हो जाए तो तुरंत चेकअप करवाएं।

लगातार खांसी आना

कोल्‍ड और फ्लू के अलावा धूम्रपान करने वालों को खांसी आती है। मगर, बिना किसी कारण से लगातार खांसी आए तो डॉक्टर से चेकअप करवाएं। यह लंग कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। वहीं, अगर खांसी के साथ खून भी आए तो जांच करवाने में देरी ना करें।

सीने में जलन

भले ही सीने में जलन और अपच आम समस्या हो लेकिन ऐसा लगातार होना चिंता का कारण हैं। अगर आपको भी हफ्ते से ज्यादा यह प्रॉब्लम्स है तो चेकअप करवाने में देरी ना करें।

शरीर पर निशान पड़ना

खून में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाना भी ब्लड कैंसर का लक्षण हो सकता है। प्लेटलेट्स की संख्या कम होने के कारण त्वचा के नीचे छोटी रक्त वाहिकाएं टूट जाती हैं जिसकी वजह से शरीर पर नीले या बैगनी कलर के निशान पड़ जाते हैं।

कैसे करें कैंसर की रोकथाम?

कैंसर को रोकने के लिए कोई निश्चित तो तरीका नहीं है लेकिन डॉक्टरों ने इसके जोखिम को कम करने के कई तरीकों की पहचान की है।
-अगर आप धूम्रपान करते हैं तो उसे तुरंत छोड़ दें। धूम्रपान से सिर्फ फेफड़ों का कैंसर ही नहीं बल्कि अन्य प्रकार के कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।
-सूरज की हानिकारक पराबैंगनी (यूवी) किरणें त्वचा के कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती हैं। ऐसे में इनसे बचे की कोशिश करें और सही कपड़े पहनकर या सनस्क्रीन लगाने के बाद ही घर से बाहर निकले।
-अपने आहार में हेल्दी चीजें जैसे फलों, साबुत अनाज, प्रोटीन व सब्जियों को शामिल करें।
-नियमित व्यायाम करने से कैंसर की सम्भावना को कम किया जा सकता है। ऐसे में रोजाना कम से कम 30 मिनट तो जरूर व्यायाम या योग करें।
-वजन बढ़ने के कारण भी कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में अपने वजन को कंट्रोल में रखें।

 

Content Writer

Anjali Rajput