Health Alert! ऐसी मछली खाने से कैंसर का खतरा, खाने से पहले कर लें जांच

punjabkesari.in Saturday, Jan 12, 2019 - 10:59 PM (IST)

यदि गुणों के आधार पर देखा जाए तो मछली आंखो, बाल तथा शरीर में गर्मी की मात्रा बढ़ाने के लिए काफी फायदेमंद होती है। इसमें कई ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स तथा पोषक तत्व पाए जाते है जो किसी अन्य भोज्य पदार्थ में नहीं मिलते। कई प्रकार के पकवानों में इसका प्रयोग किया जाता है। परन्तु हाल ही में हुए शोध से पता चला है कि मछली खाना सेहत के लिए बीमारियों को(खास तौर पर कैंसर) निमंत्रण देने जैसा हो रहा है।

 

मछली व्यवसाय पड़ा सेहत पर हावी

मछली का आयात पूरे भारत में होता है इसलिए इसे अधिक से अधिक समय तक संभाल कर रखने के लिए कई प्रकार के कैमिकल्स का प्रयोग किया जाता है। मछलियों को खाने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इन मछलियों में फर्मलीन, कैडमियम और फॉर्मल डिहाइड(खतरनाक केमिकल्स) की घातक मात्रा पाई गई है।

कैमिकल्स से कैंसर -डायबिटीज का खतरा

यहीं कैमिकल्स कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के साथ किडनी, डायबिटीज जैसे कई रोगों का खतरा भी पैदा कर रहे हैं। यदि आप ऐसी ही मछलियों का सेवन करते है तो आप अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। साथ ही ऐसी मछलियों के सेवन से बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। एक अध्ययन के अनुसार, मछली में पाया जाने वाला विषाणु पदार्थ(टॉक्सिन) डायबिटीज का कारण बनता है।

ऐसी मछलियों की बिक्री पर बैन

सरकार इस तरह की आयातित मछली पर रोक लगा रही है जिसमें कैमिकल्स फर्मलीन की मात्रा बहुत ज्यादा है। देश के अलग-अलग 10 स्थानों से ऐसे कई मछली-व्यवसाय का पता चला जो अंधा-धुंध फर्मलीन जैसे खतरनाक कैमिकल्ज का प्रयोग कर रहे हैं। ऐसे में सरकार द्वारा तुरंत जांच व कारवाई के चलते ऐसी मछलियों की बिक्री पर बैन लग सकता है।

 

सावधानी ही हैं पहला उपचार, जांच करना ना भूले

अगर आप मछली खाने के शौकीन हैं तो ताजी मछली का इस्तेमाल करें तो अच्छा है। बहुत ज्यादा समय पहले प्रिजर्व की गई मछली का इस्तेमाल ना करें।

Content Writer

Sunita Rajput