C-Section के बाद स्पाइसी फूड खाना सेफ है? जानिए गायनेकोलॉजिस्ट की राय
punjabkesari.in Monday, Sep 08, 2025 - 04:13 PM (IST)

नारी डेस्क: डिलीवरी के बाद मां की सेहत को लेकर कई सावधानियां बरती जाती हैं, खासकर तब जब डिलीवरी सी-सेक्शन (C-Section) के ज़रिए हुई हो। ऐसे में महिलाओं के मन में यह सवाल अक्सर आता है – "क्या मैं तीखा या मसालेदार खाना खा सकती हूं?" यह चिंता जायज़ भी है, क्योंकि सर्जरी के बाद शरीर नाजुक होता है और गलत खान-पान से रिकवरी में रुकावट आ सकती है। इस लेख में हम जानेंगे कि सी-सेक्शन के बाद स्पाइसी (तीखा) खाना कितना सेफ है और डॉक्टर इस बारे में क्या सलाह देते हैं।
सी-सेक्शन के बाद शरीर की स्थिति कैसी होती है?
सी-सेक्शन एक बड़ी सर्जरी होती है जिसमें पेट और गर्भाशय की परतों को चीरा जाता है। इसके बाद शरीर को ठीक होने में समय लगता है। इस दौरान मां को दर्द, गैस, कब्ज, थकान और भूख की कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए डॉक्टर खासतौर पर हल्का, सुपाच्य और पोषक आहार लेने की सलाह देते हैं ताकि शरीर जल्दी से रिकवर कर सके।
क्या सी-सेक्शन के तुरंत बाद स्पाइसी फूड खाना सुरक्षित है?
सी-सेक्शन के तुरंत बाद (पहले 7-10 दिन) तीखा खाना बिल्कुल भी अनुशंसित नहीं है। इस समय शरीर कमजोर होता है और मसालेदार चीजें खाने से पेट में जलन, एसिडिटी, गैस और डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इससे सर्जरी के टांकों पर भी असर पड़ सकता है, और रिकवरी धीमी हो सकती है। डॉक्टर इस वक्त दाल, खिचड़ी, उबली सब्जियां, नारियल पानी, दही, हल्का सूप जैसी चीजें खाने की सलाह देते हैं।
कब से शुरू कर सकते हैं थोड़ा स्पाइसी फूड खाना?
अधिकतर डॉक्टरों का कहना है कि अगर आपकी डिलीवरी के 2-3 हफ्ते बाद तक रिकवरी सही हो रही है और आपको कोई पाचन संबंधी समस्या नहीं हो रही, तो आप धीरे-धीरे थोड़ा मसालेदार खाना शुरू कर सकते हैं।
कैसे करें शुरुआत?
शुरुआत में बहुत ज्यादा तीखा ना खाएं। हल्का सा जीरा, हींग, हल्दी, धनिया पाउडर आदि से बना खाना ट्राय करें। लाल मिर्च, हरी मिर्च, गरम मसाले और अमचूर जैसी चीजों से फिलहाल बचें।
ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां को क्या ध्यान रखना चाहिए?
यदि आप ब्रेस्टफीडिंग कर रही हैं, तो यह और भी जरूरी हो जाता है कि आप क्या खा रही हैं। क्योंकि आपकी खाई गई चीजों का असर आपके दूध और फिर बच्चे पर पड़ सकता है। कुछ बच्चों को तीखा खाना खाने के बाद गैस, पेट दर्द या रैशेज होने लगते हैं। हालांकि यह हर बच्चे पर निर्भर करता है, लेकिन फिर भी सावधानी जरूरी है।
क्या करें?
बच्चा यदि स्तनपान के बाद रोता है या पेट में तकलीफ होती है, तो अपने आहार की समीक्षा करें। स्पाइसी फूड खाने के बाद 24 घंटे तक बच्चे के व्यवहार पर ध्यान दें।
किन मसालों से शुरुआत की जा सकती है?
अगर आपको मसाले पसंद हैं, तो आप शुरुआत इन हल्के मसालों से कर सकती हैं:
जीरा
अजवाइन
हल्दी
सौंफ
हिंग
धनिया पाउडर
इन मसालों का उपयोग पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करता है और ये बहुत तेज भी नहीं होते।
कब बिल्कुल नहीं खाना चाहिए स्पाइसी फूड?
तीखा खाना कुछ खास हालातों में बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए आपकी टांकों में जलन, सूजन या संक्रमण हो। यदि आपको गैस, अपच या सीने में जलन हो। यदि आप एंटीबायोटिक या कोई भारी दवा ले रही हैं जिससे पाचन गड़बड़ हो सकता है। अगर बच्चा स्तनपान के बाद बेचैन हो रहा हो। इन सभी स्थितियों में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
डॉक्टर क्या कहते हैं?
गायनेकोलॉजिस्ट और डाइटीशियन्स का मानना है कि हर महिला का शरीर अलग होता है, इसलिए जरूरी नहीं कि जो एक के लिए ठीक हो, वह दूसरे के लिए भी हो। लेकिन एक सामान्य सलाह यही है कि पहले 2-3 हफ्तों तक तीखा या ऑयली फूड टालें, फिर धीरे-धीरे शरीर के हिसाब से चीजें शामिल करें।
सी-सेक्शन के बाद स्पाइसी फूड खाना पूरी तरह मना नहीं है, लेकिन सही समय और मात्रा का ध्यान रखना जरूरी है। शुरुआत में हल्का और सुपाच्य खाना खाएं और जब शरीर थोड़ा ठीक हो जाए तब धीरे-धीरे मसालों को डाइट में शामिल करें। यदि कोई समस्या महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
"अपनी सेहत का ख्याल रखना एक जिम्मेदारी है, न कि कोई लग्ज़री।" मां का स्वस्थ और खुश रहना उतना ही जरूरी है जितना नवजात शिशु का ख्याल रखना