राखी की जगह हाथों में बंदूक लिए जब हुआ भाई व बहन का आमना-सामना, जानिए क्या है कहानी

punjabkesari.in Wednesday, Aug 14, 2019 - 11:22 AM (IST)

रक्षा बंधन पर हर भाई अपनी बहन को उसकी रक्षा करने का वचन देते है। वहीं रक्षा बंधन से कुछ दिन पहले भाई बहन अपने दिए हुए इस वचन को भूल कर एक दूसरे के सामने बंदूक ताने खड़े थे। जी हां, यह कहानी सुकमा जिले की है, जो कि नक्सलवादियों से काफी प्रभावित है। इस जिले में आए दिन नक्सलियों व पुलिसों वाले के बीच मुठभेड़ होती है। कुछ दिन पहले भी ऐसी ही मुठबेड़ हुई, बस इसमें फर्क यह था कि एक तरह भाई पुलिस की वर्दी में बंदूक लिए खड़ा था तो दूसरी तरफ बहन नक्सलियों के साथ बंदूक लिए खड़ी थी। आइए बताते है आपको क्या थी पूरी कहानी 

क्या है यह मामला 

29 जुलाई को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों ने हमला किया था। जब पुलिस वालों को इस बारे में जानकारी मिली तो वह भी वहां पहुंच गए। जानकारी मिलने के बाद दोनों गुटों में काफी फायरिंग हुई, इससे के बाद नक्सली वहां से भाग गए थे। पुलिसकर्मियों की इस टीम में वेट्टी राम एक गाइड के तौर पर शामिल था वहीं दूसरी तरफ नक्सलियों के साथ उसकी बहन कन्नी थी। 

पलक झपकते आखों से हुई ओझल

इसी मुठभेड़ में एक साथी ने वेट्टी राम को आवाज मारते हुए कहा कि वो देखों तेरी बहन कन्नी, इससे पहले वेट्टी उसे देखता कन्नी उसकी आंखों से ओझल हो गई थी। वेट्टी ने उसे आवाज भी मारी लेेकिन कन्नी अनसुना कर वहां से चली गई। उस समय उसे वह दिन याद आ रहा था जब उसकी बहन ने उसे राखी बांध कर उससे अपनी रक्षा की सौगंध ली थी।

भाई ने किया था आत्मसमपर्ण

दोनो भाई बहन गगनपल्ली गांव के रहने वाले है। एक दिन नक्सवादी दोनों को अपने साथ ले गएथे, तब से वह उस संगठन के साथ काम करते थे। पुलिस की ओर से वेट्टी राम पर काफी बढ़ा इनाम रखा हुआ था, वहीं दूसरी तरह वेट्टी को नक्सलियों कि विचारधारा बहुत ही खराब लग रही थी। इसलिए तकरीबन एक साल पहले उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। तब वेट्टी पुलिस विभाग में सहायक आरक्षक के तौर पर काम कर रहा है।

पत्र लिख समझाने की थी कोशिश

वेट्टी ने कन्नी को कई बार समझाने की कोशिश की है, उसने कहा कि वह नक्सलियों का साथ छोड़ कर वापिस आ जाए पर वह नही मानी। उन्होंने कई बार उनसे संगठन को छोड़ कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए कहा है, लेकिन वह नही मान रही है। उन्होंने कन्नी ने कहा कि उसका कोई भाई नही है। कट्टी के अनुसार वह इस बार रक्षा बंधन पर उससे अपील करता है कि वह मुख्य धारा में लौट आए। वह नक्सलियों का साथ छोड़ दें। 

 

Content Writer

khushboo aggarwal