भारत की 17 डिफरैंट Bridal Dresses, हर किसी की है अपनी खासियत

punjabkesari.in Saturday, Feb 16, 2019 - 12:03 PM (IST)

हमारा भारत देश संस्कृति व परंपराओं को मानने वाला है। जहां परंपरा, रीती रिवाज़ को खास महत्व दिया जाता है। भारत के हर राज्य में अलग-अलग रीति-रिवाज से शादी की रस्में निभाई जाती है। बात अगर भारत के 17 राज्यों के दुल्हनों की पहनावे की करें तो हर किसी की ब्राइजल लुक अलग होता है। चलिए आज हम आपको बताते है कि किस राज्य में दुल्हन किस तरह के कपड़े व गहने पहनती हैं। 


सिख दुल्हन

सिख दुल्हन अपनी शादी के दिन गहने व रत्न ज्वेलरी पहनती है लेकिन चूड़े व कलीरे के बिना उनका ब्राइडल लुक अधूरा है। आनंद कारज की रस्म के दौरान सिख दुल्हन लहंगा या अनारकली सूट पहनती है और दुपट्टे के साथ अपने पूरा सिर को घुंघट की आढ में रखती है। 

पंजाबी दुल्हन

पंजाबी दुल्हन अपनी शादी के दिन लाल, मेहरून या गुलाबी लहंगा पहनना पसंद करती है। हालांकि, पंजाबी ब्राइडल किसी भी रंग का लहंगा पहन सकती है। आमतौर पर जिन रंगों से बचा जाता है वे काले और सफेद होते हैं। उसकी शाही ड्रेस और ज्वेलरी व अन्य चीजों के अलावा, एक नोज रिंग या नथ, उसके सोलह श्रृंगार का एक अभिन्न हिस्सा है।

मुस्लिम दुल्हन

एक मुस्लिम दुल्हन की पोशाक के बारे में पहली बात जो आप देखेंगे, वह उसकी ज्वेलरी होगी। ज्वेलरी में स्पेशल होता है उसका झूमर। उसके ब्राइडल लुक का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा, उसकी कलाई पर रेशम का कपड़ा होता है, जो शादी से पहले दूल्हे की मां द्वारा बांधा गया चांदी या सोने का सिक्का होता है। ज्यादातर मुस्लिम दुल्हनें अपने चेहरे को ढकने वाले घूंघट का सहारा लेकर फूलों की माला पहनती हैं (जो उनके निकाह के बाद ही पता चलती है)। इसके अलावा उनका आई मेकअप, लिप शेड व पेसिंल का बेहतर इस्तेमाल उनके ब्राइडल लुक को और भी स्पेशल टच देता है। 

इसाई दुल्हन

क्रिश्चियन ब्राइल यानी इसाई दुल्हन कुछ रीति-रिवाज उनके क्षेत्र के अनुसार अलग-अलग होते हैं, जैसे कि मंगलोरियन ईसाई, गोयन ईसाई, उत्तर-पूर्व ईसाई अन्य आदि। इंडियन क्रिश्चियन ब्राइड की कोई फिक्स वेडिंग आउटफिट नहीं होती वो ग्लिटर साड़ी भी कैरी कर सकती है लेकिन जो दुल्हन व्हाइट वेडिंग ड्रेस पहनती है, उनके कुछ फैशन नियम होते है जैसे कि टायरा द्वारा घूंघट, इसके अलावा लॉन्ग ट्रेल, व्हाइट फ्लॉवर्स का बुकेट। उनकी पांरपरिक प्रथा के मुताबिक दुल्हन के पिता द्वारा उन्हेंं गलियारे की छाव में चर्च में लाया जाता है। 


 
असमीज दुल्हन

असमिया शादी के रीति-रिवाजों के अनुसार, दुल्हन को दूल्हे की मां द्वारा दिए दी गई पारंपरिक ब्राइडल ड्रेस मेखला चादर पहननी पड़ती है। यह अक्सर गोल्डन वर्क वाली क्रीम या ऑफ-व्हाइट सिल्क की साड़ी होती है। असमिया दुल्हन का श्रृंगार और ज्वेलरी कम होती है। (केवल पारंपरिक रत्नों तक ही सीमित है।) उनका मंगा टीका शुभ माना जाता है और इसका अत्यधिक महत्व है।

बंगाली दुल्हन

आमतौर पर, बंगाली महिलाएं विभिन्न धार्मिक समारोहों के लिए लाल, गुलाबी और मैहरून बॉर्डर वाली व्हाइट या ऑफ-व्हाइट साड़ी पहनती हैं लेकिन ट्रेडीशनल दुल्हन के आउटफिट आमतौर पर ग्लिटर रैड, पिंक या मैहरून सिल्क साड़ियां होती है जिनपर जरी वर्क किया जाता है। अल्ता, जो उसके पैरों पर लगाया जाता है, एक बंगाली दुल्हन के श्रृंगार का एक अहम हिस्सा है। 

तमिलियन दुल्हन

तमिल दुल्हन का आकर्षण उसका आभूषण है। तमिल दुल्हन अपने बालों को इस तरह बांधती है जिसको गोल्ड की ज्वेलरी से सजाया जाता है। ज्यादातर दुल्हनें, सोने से बनी मल्टी-लेयर नेकपीस पहनती हैं।यहां तक कि उनके सिर को पूरी तरह से हैवी ज्वेलरी से सजाया जाता है, जिसमें माथा पट्टी के साथ ही स्ट्रिंग मांग टीका शामिल है, लॉन्ग ईयररिंग्स उसको फुल अट्रेक्शन देते है। इसके अलावा वह शादी के दिन ग्लिटर कलर की कांजीवरम जरी वर्क व बॉर्डर वाली साड़ी पहनती है।

तेलगू दुल्हन

तेलगू दुल्हन अपनी शादी के दौरान दो ब्राइडल आउटफिट बदलती है। जहां वह अपने भाई और मामा द्वारा एक टोकरी या बांस की टोकरी में लाई जाती है, वह ट्रेडीशनल सिल्क साड़ी पहनती है और कंधारबंध के साथ अपने ब्राइडल लुक को कंप्लीट करती है।जिलकर्रा बेलमू और मधुपर्कम रस्मों के लिए, वह रेड बॉर्डर वाली व्हाइट कॉटन साड़ी में नजर आती है।

मलयाली दुल्हन

अन्य साउथ इंडियन ब्राइड्स की तरह मलयाली दुल्हनें भी एक साधारण जीवन शैली होने के बावजूद मेटल ज्वेलरी पहनती है। शादी के दिन उन्हें व्हाइट सिल्क सुनहरे बॉर्डर वाली साड़ी पहनाई जाती है। वे अपने आउटफिट के साथ फ्लोरल ज्वैलरी पहनना पसंद करती हैं, जिसमें गजरा, नेकलेस और ब्रेसलेट शामिल हैं जो व्हाइट और ऑरेंज रजनीगंधा(जैस्मीन के फूल) से बनी होती हैं।

मारवाड़ी दुल्हन

ट्रेडीशनल मारवाड़ी दुल्हन अपनी शादी के दौरान सिल्क और गोल्ड वर्क वाली भारी भरकम साड़ी या लहंगा पहनती हैं, जिसे वह ज्वेलरी कैरी कर अपना लुक कंप्लीट करती हैं।  बोरला,  फिंगरलेट, कुंदन नेकपीस या चौकर,  गोल्ड की नथ मारवाड़ी दुल्हनों के सबसे महत्वपूर्ण गहने हैं।रस्मों के दौरान, दुल्हन को बान्धनी दुपट्टा भी ओढाया जाता है जो उसके चेहरे या सिर को ढंकने के लिए घूंघट का काम करती है।

गुजराती दुल्हन

गुजराती दुल्हन की शादी की ड्रेस स्पेशल डिज़ाइन की गई होती है जो उसके समुदाय से गहराई से जुड़ी होती है। अन्य भारतीय दुल्हनों के विपरीत, गुजराती महिलाएं पल्लू/पल्ला के साथ अपनी साड़ी पहनती हैं, जिसे वह आगे की और रखती है। गुजराती दुल्हन अपनी शादी के दौरान 2 साड़ियों में नजर आती है, एक पनेतर और घरचोला।पनेतर साड़ी व्हाइट और रेड होती है जिसपर गोल्ड डॉट्स का हैंड वर्क हुआ होता है। दूसरी ओर, घरचोला साड़ी में चेक पैटर्न में रेशम और जरी वर्क  होता है जिसे ससुराल वालों द्वारा दिया जाता है।

महाराष्ट्रियन दुल्हन

फूलों या मोतियों की स्ट्रिंग मुंडावल्या, पहली चीज है जो एक महाराष्ट्रियन दुल्हन को अन्य भारतीय दुल्हनों से अलग लुक देती है। उनका ब्राइडल आउटफिट एक टू-टोन, सिल्क की साड़ी है जिसमें गोल्डन बॉर्डर होता है, जिसे पैठानी के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा उनके बालों को मोगरा फूलों से सजी ब्रेड में बांधा जाता है। आमतौर पर,महाराष्ट्रियन दुल्हन साड़ी को धोती की तरह बांधती है।

आंध्र दुल्हन

आंध्र प्रदेश की दुल्हनें अपने ब्राइडल लुक में सबसे एलिगेंट और सिंपल दिखती हैं। शादी के लिए वह अपने ्ज्वेलरी में कम से कम नेकलेस, ईयररिंग्स और बाजूबंद शामिल रखती हैं। उनका ब्राइडल वियर चेक्ड पैटर्न वर्क वाली सिल्क की साड़ी होती है।

कश्मीरी दुल्हन

कश्मीरी दुल्हन की ट्रेडीशनल ड्रेस में फेरन शामिल होता है जिसपर एरी व हुक इम्ब्रॉयडर्ड के साथ रफ्फल डिजाइन किया जाता है। यह रैड, येलो, पिंक कलर में हो सकता है।

ओरिया दुल्हन

ओरिया दुल्हन मैहरून, लाल या मैजेंटा रंग का, भारी इम्ब्रॉयडर्ड लहंगा या साड़ी पहनती है। शादी की रस्म के दौरान, दुल्हन को गोट्टा वर्क वाली चमकदार लाल चुनरी पहनाई जाती है और कपल ट्रेडीशनल टोपी पहनता है।

 

पारसी दुल्हन

क्रिस्चियन वेडिंग की तरह पारसी शादी में भी दुल्हन को ऑल-व्हाइट आउटफिट या हैवी एम्ब्रायडरी वर्क साड़ी पहनाई जाती है।  आमतौर पर, दुल्हन पूरे समारोह में अपने सिर को साड़ी के पल्लू से ढक कर रखती है। 


लद्दाखी बौद्ध दुल्हन

अपनी शादी के दिन लद्दाखी बौद्ध दुल्हन ट्रेडीशनल ड्रेस के गोंचा पहनती है जो मोटे ऊनी कपड़े से बना होता है इसके कमर के चारों ओर बेल्ट बंधी होती है। दुल्हन गोन्चा को एक ढीली ट्राउजर स्कर्ट के साथ पहनती है और इम्ब्रॉयडर्ड कमरबंध कैरी करती है। हेडगियर, पेराक को काले भेड़ के बच्चे के साथ डेकोरेट किया जाता है और फ़िरोज़ा के पत्थरों से सजाया जाता है, जोकि दुल्हन को आगे अच्छे जीवन की कामना के महत्व से पहनाया जाता है।

Content Writer

Sunita Rajput