Touching Story: मरी मां ने 4 महीने पाली बच्ची, जन्म देते ही छोड़ गई दुनिया

punjabkesari.in Thursday, Sep 05, 2019 - 02:43 PM (IST)

एक मां का अपने बच्चे के साथ बहुत ही खास रिश्ता होता है। बच्चा चाहे तो अपनी मां को छोड़ सकता है लेकिन एक मां कभी भी अपने बच्चे को नही छोड़ सकती हैं। ऐसी ही एक घटना चेक रिपब्लिक के बर्नो से सामने आई है। जिसमें ब्रेन डेड होने के बाद भी 27 साल की महिला ने अपनी कोख में 4 महीने तक अपने बच्चे को पाला। इतना ही बच्चे को जन्म देने के 3 दिन बाद ही वह इस दुनिया को छोड़ गई। 

ब्रेन स्ट्रोक से हुआ था ब्रेन डेड

तकरीबन 4 महीने पहले ब्रेन स्ट्रोक से पीड़ित एक 27 वर्षीय महिला को बर्नो यूनिवर्सिटी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। स्ट्रोक के बाद महिला का ब्रेन पूरी तरह से डेड हो चुका था लेकिन उसके अंदर 15 हफ्ते का भ्रूण पल रहा था। उसे बचाने के लिए सभी डॉक्टर्स ने जी तोड़ मेहनत की। महिला को 4 महीने तक आर्टिफिशियल लाइफ स्पोर्ट सिस्टम पर रखा गया। इस दौरान भ्रूण के विकास के लिए डॉक्टर्स महिला के पैर को चलाते ताकि भ्रूण के विकास में किसी भी तरह की दिक्कत न हो, साथ ही डॉक्टर्स को भी बच्चे के विकास के बारे में पता लग सकें। कुछ दिन पहले ही ऑपरेशन की मदद से महिला ने सवा दो किलो की एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया है। 


बच्ची के जन्म के बाद परिवार के अनुमति से महिला को लाइफ स्पोर्ट सिस्टम से हटा दिया गया, जिसके 3 दिन बाद ही उस महिला की मृत्यु हो गई। यह पहला रिकॉर्ड है जिसमें एक ब्रेन डेड महिला ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया हैं। 

चलिए बताते है आपको क्या होता है ब्रेन डेड व यह क्यों होता है?

क्या है ब्रेन डेड? 

ब्रेन डेड एक ऐसी हालात होती है जिसमें व्यक्ति का दिमाग पूरी तरह मृत होता है जबकि शरीर के बाकी अंग सही तरीके से काम करते हैं। ऐसी हालात में व्यक्ति के सही होने की उम्मीद न के समान होती है। व्यक्ति को अगर आर्टिफिशियल लाइफ सपोर्ट पर न रखा जाए तो कुछ ही घंटों में व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। ब्रेन डेड की हालात में व्यक्ति के फेफड़े, दिल, व अन्य शरीर के हिस्सों को दान किया जा सकता हैं। 

क्यों होता है ब्रेन डेड

- दिमाग में किसी तरह की गंभीर चोट, दुर्घटना, बंदूक की गोली का घाव या सिर पर कुछ गिरना
- ब्रेन स्ट्रोक से
- डूबने या दिल का दौरा पड़ने पर जब व्यक्ति को दोबारा जीवित किया जाता है
- दिमाग में रक्त व ऑक्सीजन की कमी से
- मस्तिष्क में ट्यूमर होने से

Content Writer

khushboo aggarwal