बॉलीवुड की पहली हीर जिसे बेटों ने उतार दिया था मौत के घाट, बदनाम हुई थीं माया नगरी!

punjabkesari.in Wednesday, Dec 28, 2022 - 06:32 PM (IST)

बॉलीवुड इंडस्ट्री अपने काम के साथ-साथ अपने प्यार, मोहब्बत और अफेयर्स के किस्सों के लिए भी मशहूर है। यहां आए दिन रिश्ते बनते और टूटते है। कुछ तो प्यार के चक्कर में बर्बाद भी हो गए। कुछ ऐसे ही प्यार जाल में फंसी रही राज कुमार की हीर जिन्हें प्यार करने की सजा अपनी जान देकर चुकानी पड़ी और उन्हें मारने वाला कोई और नही खुद के बेटे थे।जी हां, राजकुमार की फिल्म हीर-रांझा में हीर का किरदार निभाने वाली प्रिया राजवंश को बॉलीवुड की हीर कहते थे लेकिन बदनसीबी कहे या कुछ और वह इस जंजाल में ऐसी फंसी के फिर निकल नहीं पाई। चलिए आज आपको प्रिया राजवंश की जिंदगी से जुड़ी कुछ बातें बताते हैं।

प्रिया राजवंश, जिनका असली नाम वेरा सुंदर सिंह था  और  30 दिसंबर 1936 में शिमला में एक सिख परिवार में उनका जन्म हुआ ।उनके पिता सुंदर सिंह वन विभाग में संरक्षक थे। उनका पालन पोषण उनके भाई कमलजीत सिंह और पदमजीत सिंह के साथ शिमला में ही हुआ। उनके पिता फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में काम करते थे और इसी दौरान उन्हें लंदन जाने का मौका मिला। वे अपनी बेटी प्रिया को भी अपने साथ ले गए। ग्रेजुएशन के बाद वह लंदन में रॉयल अकादमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट में शामिल हो गई।


एक्टिंग का शौक रखने वाली प्रिया स्कूल के दिनों से ही नाटकों में खूब हिस्सा लेती थी।। इसी बीच एक फोटोग्राफर ने उनकी फोटोज क्लिक की जिसे उनके दोस्त के घर डायरेक्टर चेतन आनंद ने देख लिया। चेतन आनंद देवानंद के बड़े भाई थे। प्रिया की फोटोज देखते ही चेतन उनकी खूबसूरती पर फिदा हो गए। करीब 60 के दशक में चेतन आनंद एक फिल्म बना रहे थे, जिसका नाम था हकीकत। इस फिल्म में वे धर्मेंद्र के अपोजिट किसी नए चेहरे को चाहते थे। जब उन्होंने प्रिया राजवंश की फोटोज देखी तो उन्होंने उन्हें फिल्म के लिए साइन कर लिया। इस फिल्म के बाद चेतन, प्रिया के इस कदर दीवाना हए की अपनी हर फिल्म में उन्हें ही कास्ट करने लगे। साथ काम करते करते दोनों में नजदीकियां बढ़ने लगी थी। प्रिया ने सिर्फ़ चेतन आनन्द की बनाई फ़िल्मों में ही काम किया।

हालांकि चेतन आनंद शादीशुदा थे और प्रिया से करीब 16 साल बढ़े भी। खबरों की मानें तो  चेतन आनंद अपनी शादीशुदा जिंदगी से काफी परेशान थे। उनका रिश्ता पत्नी उमा से काफी खराब हो गया था। ऐसे में प्रिया राजवंश उनके करीब आई और दोनों बिना शादी किए एक साथ रहने लगे। लेकिन ये बात चेतन के बेटों को भी नापसंद थी। हालांकि लंबे समय तक चेतन और प्रिया साथ रहे। और साल 1997 में चेतन का निधन हो गया और चेतन के जाने के बाद प्रिया अकेली हो गई। वे चेतन के ही घर में रहती थी। और एक दिन खबर आई कि प्रिया राजवंश की डेड बॉडी भी बंगले में मिली। इस खबर से पूरी इंडस्ट्री हिल गई। 

दरअसल, प्रिया का कत्ल हुआ था। चेतन आनंद के निधन के बाद उनकी वसीयत पढ़ी गई जिसमें उन्होंने अपनी ज्यादातर प्रॉपर्टी प्रिया के नाम कर दी थी जो बात चेतन के बेटों को ना-गवारा गुजरी और बेटों ने नौकर के साथ मिलकर प्रिया की हत्या कर दी। चेतन के दोनों बेटों को प्रिया की हत्या के जुर्म में उम्रकैद की सजा मिली थी। बता दें चेतन के दोनों बेटे भी बॉलीवुड में असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में करियर बना रहे थे लेकिन 27 मार्च 2000 को जब प्रिया की मौत हुई तो पुलिस जांच में हत्या का शक चेतन के दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया गया। साल 2002 में उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई गई। 

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vasudha