डिलीवरी के बाद क्यों और कब करवानी चाहिए मालिश

punjabkesari.in Sunday, Jul 15, 2018 - 04:49 PM (IST)

प्रसव के बाद देखभाल : बच्चे को जन्म देने के बाद महिला का शरीर पूरी तरह से थक जाता है। नॉर्मल डिलीवरी के बाद बॉडी में दर्द ज्यादा महसूस होता है। जब मां बच्चे को जन्म देती है तो उसके शरीर की मांसपेशियां बहुत ढीली और कमजोर हो जाती है। बॉडी में फिर से स्फूर्ति पाने और इस कमजोरी से ऊबरने के लिए डिलीवरी के बाद मसाज करवाना जरूरी हो जाता है। वहीं, महिलाएं यह भी सोचती हैं कि क्या सिर्फ नॉर्मल डिलीवरी के बाद ही मालिश करवानी चाहिए या सिजेरियन के बाद भी मालिश करवाना लाभकारी है। 


डिलीवरी के बाद मालिश करवाने के फायदे
डिलीवरी के बाद शरीर के थकान को दूर करने के लिए मालिश करवाना बहुत लाभकारी है। 

 

1. डिलीवरी के समय पीठ, रीढ़ की हड्डी,कूल्हें,जांघों पर बहुत ज्यादा स्ट्रेस पड़ता है। बच्चे के जन्म के बाद बॉडी एकदम बेजान महसूस होने लगती है। मांसपेशियों में दोबारा स्फूर्ति लाने के लिए मालिश करवानी जरूरी हो जाती है। 


2. मालिश करने से बॉडी में रक्त और ऑक्सीजन का संचार पहले के मुकाबले बढ़ जाता है। जिससे शरीर में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकलकर मांसपेशियां मजबूत होनी शुरू हो जाती हैं। 

 

3. थकावट दूर करने के लिए मालिश करवाना सबसे बेहतर उपाय है। 


4. हाथ,पैर और टांगों की मालिश करवाने से फायदा मिलता है। पेट की मालिश करवाने से परहेज करना चाहिए। 


इन बातों का रखें ध्यान 

 

1.सी सेक्शन के बाद कम से कम घाव और स्ट्रेस से ऊबरने तक मालिश नहीं करवानी चाहिए। 

2. मालिश करवाने से पहले कम से कम 3 हफ्तों का अंतर होना जरूरी है। जबकि लोग नॉर्मल डिलीवरी के बाद मालिश जल्दी शुरू कर देते हैं। 

3. पेट के बल लेटकर मालिश न करवाएं। पीठ की मालिश करवानी है तो बैठकर करवाएं। 

4. ऑप्रेशन के बाद टांगों पर ज्यादा दवाब देते हुए मालिश न करवाएं। इससे ऑप्रेशन के घाव पर दर्द हो सकता है। 

5. मालिश कितनी देर बाद करवानी है, इस बारे में डॉक्टर से एक बार परामर्श जरूर लें।


 

Content Writer

Priya verma