Birthday Spl: अच्छी लीडर है सुषमा स्वराज, जानें उनकी जिंदगी से जुड़ी खास बातें

punjabkesari.in Thursday, Feb 14, 2019 - 05:35 PM (IST)

वैलेंटाइन डे के दिन जन्मी सुषमा स्वराज आज अपना जन्मदिन मना रही हैं। 57 साल की हो चुकीं सुषमा भारत की बेहतरीन और चुनींदा पॉलिटिशियन में से एक हैं। उन्होंने अपनी पहचान उनकी पार्टी से नहीं बल्कि उनके राजनीतिक और अच्छे कामों की वजह से होती है। उन असरदार शख्सीयत के कारण उन्हें 2009 में भारतीय जनता पार्टी द्वारा संसद में विपक्ष की नेता के तौर पर चुना गया था। आज भले ही बीजेपी में नरेंद्र मोदी का ही डंका बजता है लेकिन सुषमा स्वराज ने अपने कामों की वजह से पार्टी में अपनी अलग पहचान बनाई है। आज जन्मदिन पर हम उनसे जुड़ी कुछ खास बातों को आपके साथ सांझा करेंगे-

 

एक्ज़ाम्पल के साथ करती हैं लीड

आजकल के मैनेजर्स फैल्योर इसलिए होते हैं क्योंकि उनकी कथनी और करनी में बहुत अंतर होता है। सुषमा स्वराज के साथ ऐसा नहीं है और इसलिए वे लीडर हैं। इसलिए तो उनकी पार्टी के अलावा देश की जनता भी उन्हें प्यार करती है। आपको उनके ट्वीटर के फ़ॉलोइंग ही बता देगी कि वो कैसी लिडर है। 

 

टीम को क्रेडिट देने वाली

लीडर्ज हमेशा अपना आप को ही सेंटर में रखकर काम करते हैं लेकिन सुषमा जी ऐसी नहीं है। वह अपनी टीम को हमेशा साथ लेकर चलती है और टीम को पूरा क्रेडिट देती है और सभी उनके द्वारा किये गए काम की पूरी इज्जत करते हैं।  अमेरिका और ब्रिटिश के लीडर्स की तरह अगर अपने देश में आप कोई लीडर ढूंढेंगी तो आपको केवल सुषमा स्वराज ही नजर आएंगी। सुषमा स्वराज हमेशा मै“मैं” की जगह “हम” का इस्तेमाल करती हैं और टीम को थैंक्स कहना नहीं भूलती है। 

सहानुभूति और करुणा

ज्यादातर देखा गया है कि लीडर्ज बहुत क्रूर होते हैं और सिर्फ अपने बारे में ही सोचते हैं लेकिन सुषमा जी को देखकर ये बात भी गलत लगती है। वह हर एक इंसान से सहातुभूति रखती हैं और उनसे कोई ट्विट कर मदद मांगता है तो सुबह के तीन बजे भी उसकी मदद करती हैं। 

 

फेमिनस्ट भी हैं

सुषमा स्वराज में फेमिनिज्‍़म के सारे गुण हैं। केवल फर्क ये है कि वह कभी इसे चिल्लाकर जाहिर नहीं करती हैं जैसे कि आजकल अधिकतर लड़कियां पति के सरनेम को ना लगाते हुए अपने फेमिनिस्ट होने की दुहाई देती हैं। लेकिन सुषमा स्वराज के साथ ऐसा नहीं है। इन्होंने शादी के बाद पति के सरनेम को तो नहीं अपनाया लेकिन उनके नाम को अपना सरनेम बना लिया। इससे उन्होंने अपना प्यार भी जाहिर कर दिया और फेमिनिज्‍़म होने की सोच को भी।

 

अच्छी पत्नी

सुषमा स्वराज ने अपनी शादी और पॉलिटिक्स को बहुत अच्छे से संभाला। शादी के बाद जब सुषमा स्वराज पॉलिटिक्स में एक्टिव हो गईं तो उनके पति स्वराज कौशल ने उनके फैसले का सम्मान किया। सुषमा कहती हैं कि उनके पति ने कभी उनके पॉलिटिकल मामलों में कोई दखल नहीं दिया और सुषमा ने भी इन्हें हर कदम में अपने साथ रखा। इसलिए आज भी दोनों साथ हैं और एक परफेक्ट जोड़ी की मिसाल हमारे सामने रखते हैं। 

मंत्री सुषमा स्वराज के नाम ये रिकॉर्ड
मत्री सुषमा स्वराज कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकीं हैं। बता दें कि सुषमा कम उम्र में ही नेता बनने वाली पहली महिला हैं। वह 1977 में 25 साल की उम्र में ही हरियाणा की कैबिनेट मंत्री बन गई थीं। इतना ही नहीं, BJP में पहली महिला प्रवक्ता का श्रेय भी सुषमा को जाता है। वह एकमात्र ऐसी महिला पॉलिटियशन है, जिन्हें 'आउटस्टैंडिंग पार्लियामेंट्रियन' का अवॉर्ड मिला है। इसके अलावा BJP में पहली महिला महासचिव भी रह चुकी सुषमा भाजपा की ओर से पहली बार दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री भी रहीं।

 

Content Writer

Anjali Rajput