वीरभद्रासन करने से कंधे बनेंगे स्ट्रांग, मिलेंगे और भी कई फायदे

punjabkesari.in Monday, Sep 09, 2019 - 05:15 PM (IST)

वीरभद्रासन को वारियर पोज (Warrior Pose) के नाम से भी जानते हैं। इस आसन को करने से शरीर स्वस्थ रहता है और साथ ही ताकत और मजबूती भी आती है। वॉरियर पोज आत्मविश्वास को बढ़ाता है और साथ ही शरीर की ऊर्जा शक्ति को भी बढ़ावा देने में मदद करता है। इसके अलावा इस आसन को करने के लिए 3 मुद्रा होती है। सभी मुद्राएं लगभग एक समान होती है। मगर फायदे सबके अलग-अलग होते हैं।

वीरभद्रासन  के फायदे

वीरभद्रासन छाती,फेफड़े, कंधे,गर्दन और पेट की मांसपेशियों में खिंचाव लाता है। जिससे मांसपेशियां स्ट्रांग एंड हेल्दी बनती हैं। कंधों, बाज़ुओं और पीठ की मांसपेशियों को मज़बूत बनाने के लिए यह आसन बहुत फायदेमंद रहता है। वीरभद्रासन करने से साइटिका जैसी समस्या से भी राहत मिलती है। आइए अब जानते हैं इस आसन को करने का तरीका...

- सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं। फिर सांस अंदर लें और पैरों को खोल लें।
- अपने दाएं पैर को सीधा रखें और बाएं पैर को बाईं तरफ घुमाएं।
- अब दाईं तरफ घुम जाएं और सांस को अंदर खींचें।
- सांस को बाहर छोड़ते हुएं दोनों हाथों को ऊपर उठाएं। ध्यान रहे कि आपके दोनो हाथ खुले रहने चाहिए।
- वापस अपनी नार्मल पोजिशन में आ जाएं।
- इसी प्रक्रिया को दूसरी तरफ से भी करें।

वीरभद्रासन - 2 करने का तरीका...

-दोनों पैरों को खोलें और बाएं पैर को बाईं ओर करें और दाएं पैर को सीधा रखें।
-दोनों हाथों को बाहर की ओर खोलें और सीधा रखें।
-घुटने को थोड़ा बेंड करें।
-अपने सिर को बाईं ओर घुमाएं और सांस को अंदर की ओर खींचें।
-अब सांस को बाहर छोड़ते हुए नार्मल पोजिशन में आ जाएं।
-इसी प्रक्रिया को दुसरी ओर से भी करें।

वीरभद्रासन - 3

-सीधे खड़ें हो जाएं और सांस को अंदर की ओर खींचें।
-पैर को पीछे की तरफ मोड़ें और अपनी ऐड़ी को पकड़ें और ऊपर की ओर खींचते हुए अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा करें।
-अब सांस को बाहर की ओर छोड़ें और नार्मल पोजिशन में आ जाएं।
-दूसरे पैर से भी इस प्रक्रिया को दोहराएं।

आसन करते वक्त बरतीं जाने वाली सावधानियां...

जिन लोगों को हाई बी.पी या हृदय से जुड़ी समस्याएं हो, वे लोग वीरभाद्रासन-1 न करें। अगर हाथ कंधे से ऊपर उठाने में दिक्कत हो तो हाथ उतने ही उठाएं जितना बिना दर्द के मुमकिन हो सके। अगर आपके गर्दन में समस्या हो तो सिर को सीधा ही रखें, पैरों की तरफ सिर न झुकाएं। अपनी क्षमता के हिसाब से ही यह आसन करें। 
 

Content Writer

Harpreet