बचपन में ही बच्चों को सिखाएं ये 5 बातें, आगे चलकर नहीं होगी परेशानी

punjabkesari.in Saturday, Nov 23, 2019 - 02:48 PM (IST)

छोटी उम्र में बच्चों को मिली सीख न केवल उनका जीवन बना देती है बल्कि इस दौरान उन्हें सिखाई गईं सभी बातें ताउम्र याद भी रहती हैं। तो ऐसे में अपने बच्चे को एक अच्छा इंसान बनाने के लिए जरुरी है कि उसे समय रहते सही और गलत के बीच अंतर जरुर सिखाया जाए ताकि आगे चलकर उनके साथ-साथ आपको भी किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। जैसे कि...

 

गुस्से पर कंट्रोल

गुस्सा एक मानसिक बीमारी है जो न केवल खुद का बल्कि आपके आसपास रहने वालों के लिए भी नुकसानदायक सिद्ध होती है। गुस्सा यानि बेवजह किसी बात पर चिड़कर खुद का या फिर दूसरे का नुकसान कर बैठना।

अक्सर आपने देखा होगा बच्चे स्कूल में लड़ाई-झगड़ा करते हैं क्योंकि छोटे रहते पेरेंट्स ने बच्चों को ऐसा करने से नहीं रोका होता। जब भी बच्चे आपके सामने किसी बात को लेकर चिड़ें या फिर अपनी जिद्द मनवाने के लिए अपनी छोटे भाई-बहन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करें तो उसी वक्त उन्हें रोकें या फिर जरुरत पड़ने पर सजा भी दें।

बुरे शब्दों का इस्तेमाल

कई बार बच्चे इधर-उधर से गलत बातें या फिर शब्द सुनकर उनका खुद भी इस्तेमाल करना शुरु कर देते हैं। ऐसे में कई बार पेरेंट्स उनकी इस बात को शरारत समझकर इग्नोर कर देते हैं। मगर ऐसा करने से आप केवल उनकी बुरी आदत को बढ़ावा देते हैं, जो आगे चलकर उनके लिए नुकसानदायक सिद्ध होगी।

गलत व्यवहार

कई बार बच्चे अपनी जिद्द मनवाने के चक्कर में आपकी बात नहीं सुनते और ऊपर से खाना न खाना, चीजें तोड़ना, गुस्से से दरवाजा बंद करना या छत पर जाकर बैठ जाने जैसा गलत व्यवहार करते हैं। उनके ऐसा व्यवहार करने पर उनकी बात कभी न सुनें, क्योंकि अपनी जिद्द मनवाने के लिए वह हर बार यही तरीका अपनाएंगे और धीरे-धीरे यह उनके स्वभाव का हिस्सा बन जाएगा।

सेल्फ इंडिपेंडेंट

बच्चे को अपने दम पर जीना सिखाएं। बचपन से ही उसे अपने छोटे-छोटे काम खुद करने दें। जैसे कि कपड़े तय करना, अपने जूते शू-रैक में रखना और अपने कमरे व घर को साफ रखना जैसी छोटी-छोटी बातों के लिए उसे बचपन से ही जिम्मेदार बनाएं।

दूसरों की मदद करना

हेल्पिंग नेचर वाली खूबी बच्चों के अंदर शुरू से ही डाल दें। उन्हें बताएं कि कभी भी किसी की मदद करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। पेरेंट्स बच्चों को यह बताएं कि छोटे भाई-बहनों का ध्यान रखना, उनकी मदद करना उनकी जिम्मेदारी है।

Content Writer

Harpreet