सफेद से कई गुणा फायदेमंद हैं बैंगनी आलू, शुगर मरीजों के लिए बेस्ट
punjabkesari.in Friday, Nov 22, 2019 - 06:31 PM (IST)
भारत में पाए जाने वाले पहाड़ी आलू के बारे में तो आप सब अच्छे से जानते हैं, मगर आज हम आपको अमेरिका में पाए जाने वाले पहाड़ी आलूओं के बारे में बताएंगे। दक्षिण अमेरिका के एंडीस पर्वत क्षेत्र में पाए जाने वाले इस आलू का रंग पर्पल होता है। ऊपर से यह आलू आपको काला या नीला भी दिख सकता है मगर पकने के बाद इसका कलर बैंगनी हो जाता है। इस आलू की बनावट लगभग आम आलूओं जैसी ही होती है मगर इसके पौष्टिक गुण उन आलूओं से कई ज्यादा है।
न्यूट्रिशनल वैल्यू
न्यूट्रीशंस की बात करें तो इन आलूओं में बहुत कम मात्रा में स्टार्च पाई जाती है जिस वजह से इसका सेवन आपके लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होता है। बैंगनी आलू में सोलनम बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है जो आपके शरीर के सभी न्यूट्रीएंटस को पूरा करने की क्षमता रखता है।
100- ग्राम आलू की न्यूट्रिशनल वैल्यू
-कैलोरी - 87
-प्रोटीन - 2 ग्राम
-कार्ब्स - 20 ग्राम
-फाइबर - 3.3 ग्राम
-वसा - 1 ग्राम से कम
-मैंगनीज - दैनिक मूल्य का 6%
-कॉपर - डीवी का 21%
-आयरन - 2%
-पोटेशियम - 8%
-विटामिन बी 6 - 18%
-विटामिन सी - 14%
शुगर पेशेंट्स के लिए फायदेमंद
दक्षिण अमेरिका में पाया जाने वाला यह आलू ब्लड शुगर कंट्रोल करने में बहुत मददगार है। सफेद आलू की तुलना में बैंगनी आलू का जीआई मात्रा 70 प्रतिशत तक अधिक मानी जाती है। शुगर पेशेट्स के साथ-साथ हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए भी यह आलू काफी फायदेमंद रहते हैं।
एंटी-ऑक्सिडेंट्स से भरपूर
बैंगनी आलू शरीर की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इनके एंटी-ऑक्सिडेंट तत्व आपकी आंख और हृदय के स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है। साथ ही साथ ये बहुत सी पुरानी बीमारों के खतरे को भी कम करता है।
हाई फाइबर युक्त
फाइबर युक्त डाइट सेहत के लिए बहुत जरुरी है। बैंगनी आलूओं में बहुत अधिक मात्रा में फाइबर पाई जाती है, जिस वजह से इनके सेवन से पेट और आंतों में होने वाली इंफेक्शन का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। यह आलू त्वचा के स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद है।
कैंसर से बचाव
बैंगनी आलू शरीर में होने वाली प्रतिक्रियाओं की गति को बैलेंस रखने का काम करता है। शरीर में कई वायरस और बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है। यही वजह है कि इनके सेवन से व्यक्ति को कैंसर जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता।