रिलेशनशिप खराब होने से पहले सुधार लें अपनी ये आदतें, नहीं तो उम्र भर होगा पछतावा

punjabkesari.in Sunday, Oct 24, 2021 - 02:13 PM (IST)

पति-पत्नी का रिश्ता बेहद ही नाजुक डोर से बंधा होता है और, जरा से तेज झटका जाए तो इस प्यार की डोर को टूटने में समय नहीं लगता। शादी के कुछ साल तो एक दूसरे को समझने, प्यार जिताने और भावनाओं का एहसास दिलाने में निकल जाते हैं। लेकिन कुछ लोग इस कीमती वक्त को लड झगडकर बर्बाद कर देते हैं।  पति-पत्नी के में अगर केवल खटास ही रह जाए तो फिर उस रिश्ते का कोई मतलब नहीं रह जाता। अगर एक भी अपनी जिम्मेदारी ना निभाएं तो  रिश्ते की डोर कमजोर पड़ती जाएगी। ऐसे में हमें खुद ही समझना होगा कि किस वजह से आपके रिश्तें में दरार आ रही है। आज हम आपको ऐसी कुछ आदतों में सुधार करने की राय दे रहें हैं, जिसके सहारे आप अपने  रिलेशनशिप को बचा सकते हैं। 


आलोचना करना

अकसर देखा जाता है कि पति पत्नी बाहर वालों के सामने ही एक दूसरे की आलोचना करना शुरू कर देते हैं।  ऐसा करना गलत है। आपको किसी और को ना बताकर अपने पार्टनर को बताना चाहिए कि कौन सी बात आपको पसंद नहीं आई। एक दूसरे के साथ बैठकर आप अपने रिश्ते काे सुधारने की कोशिश कर सकते हैं। 


रोक-टोक लगाना

आज के दौर में हर कोई अपने अनुसार जिंदगी जीना चाहता है। शादी के बाद पति- पत्नी तरह-तरह की रोक-टोक लगाना शुरु कर देते हैं। इससे दोनों के  स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ जाता है। ऐसे में यह समझने की जरूरत है कि हर किसी को अपनी  आजादी चाहिए, ताकि वो अपने जीवन में स्वतंत्र महसूस कर सकें और उन्हे आपका साथ किसी तरह का बंधन महसूस ना हो। 

पार्टनर को अनदेखा करना


कई बार लोग खुद में इतने खो जोत हैं कि वह अपने पार्टनर को ही अनदेखा कर देते हैं।  हर काम को अपने हिसाब से करने की कोशिश करते हैं। अगर आपका पार्टनर आपके अनुसार चले तो उसके लिए ये एकतरफा समझौता बन जाता है और अगर विरोध करे तो झगड़े बढ़ते हैं और रिश्ता कमजोर होता है। इसलिए हमेशा आपस में राय मशविरा करके ही कोई फैसला लें। 


शक 

अगर  पति-पत्नी के बीच में  शक की दीवार खड़ी हो जाए तो उसे कोई तोड़ नहीं सकता। पत्नी को घर छोड़ने आए पुरुष सहकर्मी को लेकर शंका। पति के कमरे के बाहर जाते ही चोरी-छिपे उसका मोबाइल चेक करना या कभी-कभी अपने साथी के पीछे जासूस लगाना, ये सब चीजें आपके रिश्ते को कमजोर कर देती है। इसलिए एक दूसरे के साथ में पूरी ईमानदारी बरतें और रिश्ते में शक की कोई गुंजाइश न छोड़ें

ईगो

अपने रिश्ते में कभी ईगो को बीच में न लाएं।अपनी गलती को स्वीकार करना ही समझदारी है।  ईगो आपके आपसी बॉन्ड को कमजोर करता है। एक सॉरी बोलने से अगर बिखरा हुआ रिश्ता बच सकता है तो इसे बोलने में कोई हर्ज नहीं है। 


ज्यादा उम्मीदें रखना


 हर इंसान रिश्ते निभाने के दौरान एक दूसरों से हद से ज्यादा उम्मीद रखने लगता है, जो कहीं ना कहीं आपके लिए खतरनाक साबित हो सकती है। कोई भी इंसान आपको हर तरह से संतुष्ट नहीं कर सकता. आपको ये समझने की जरूरत है कि आप ज्यादा उम्मीदें  रखने की बजाए अपने लाइफ पार्टनर से प्यार और आदर करें। 

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vasudha