डिलीवरी के बाद हो रही Back Pain को इस तरह से करें कम

punjabkesari.in Saturday, Sep 23, 2017 - 06:00 PM (IST)

कमर दर्द का कारण और उपचार  : अक्सर डिलिवरी के बाद भी कई महिलाओं को पीठ दर्द की प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। पीठ दर्द से छुटकारा पाने के लिए कई महिलएं दवाइयों का सेवन करने लगती है। जो सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। दवाइयों की बजाएं डिलवरी के बाद होने वाले पीठ दर्द को दूर करने के लिए आप घरेलू अपचार भी कर सकती है। आइए जानते है किस तरह करें पीठ दर्द का घरेलू तरीकों से इलाज।

 

पीठ दर्द
पहली बार बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं को पीठ दर्द होना आम बात है। डिलवरी के बाद शारीरिक परिवर्तन के कारण पीठ के निचले हिस्‍से में दर्द होने लगता है। डिलवरी में मांसपेशियां कमजोर हो जाती है, जिससे नसों पर दबाव पड़ने के कारण पीठ दर्द होने लगता है। इस पीठ दर्द के कारण आपका चलना, खड़े रहना, बैठना और किसी भारी चीज को उठाना मुश्किल हो जाता है।

इस तरह से करें इलाज
कई बार शिशु को झुक कर शिशु को दूध पिलाने के कारण पीठ दर्द शुरु हो जाता है। इसलिए हमेशा बच्चो को ब्रैस्टफीडिंग करवाते समय पीठ के पीछे तकिया लगा लें और पैरों को सीधा करके ही बच्चों को दूध पिलाएं।
 

पीठ दर्द को दूर करने के लिए शरीर के ऊपरी भाग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने के लिए आप व्यायाम करें। हड्डी मजबूत और स्थिर होगी तो पीठ दर्द अपने आप गायब हो जाएगा।
 

डिलवरी के बाद हमेशा प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर भरपूर भोजन ही लें। डिलवरी के बाद पीठ दर्द को गायब करने के लिए फल, हरी सब्जियां, जूस, दूध और सूखे मेवे का सेवन करें।
 

डिलवरी के बाद हर महिला का शरीर कमजोर होता है। ऐसे में काम करना या भारी समान उठाने के कारण भी पीठ दर्द शुरु हो जाता है। इसके अलावा खड़े होते समय दोनों पैरों पर समान वजन रखें।
 

बच्चे को नहलाते समय या फिर कोई काम करते समय झुके तो घुटनों के बल। एकदम बैठते यै उठते समय पीठ पर जोर पड़ता है और दर्द शुरु हो जाता है।
 

डिलवरी के बाद नियमित रुप से मालिश करवाएं। मालिश करवाने के बाद एकदम से न नहाएं। पीठ के निचले हिस्से और रीढ़ की हड्डी पर मालिश करवाने से राहत मिलती है।

 

 

Punjab Kesari