Basant Panchami पर करें खास डैकोरेशन

punjabkesari.in Monday, Jan 22, 2018 - 04:47 PM (IST)

त्योहार के मौके पर सिर्फ खुद को ही नहीं बल्कि घर को भी खास डैकोरेशन करके सजाया जाता है। विंटर फेस्टिव लोहड़ी और मकर संक्रांति के बाद अब बंसत पंचमी का त्योहार आया है। इस त्योहार पर बंसत ऋतु की शुरुआत होती हैं, जिससे पूरे वातावरण के साथ जीव-जंतु भी खिल उठते हैं। इस मौके पर आप भी घर-आंगन की डैकोरेशन करें ताकि खुशनुमा मौसम आपके आस-पास के माहौल को भी सुहावना बना दें।

कलरफुल पतंगों से करें डैकोरेशन
आप आंगन व जहां पतंगबाजी आयोजित की गई है, उस जगह को कलरफुल पतंगों व डोर की चकरी से सजा सकते हैं। अगर आंगन में कोई पुराना पेड़ लगा है तो पॉम-पॉम लटकन, चुडिय़ों व कंगन को कलरफुल धागों के साथ बांधकर पेड़ भी क्रिएटिव तरीके से लटकाया भी जा सकता है।

पेपर क्राफ्ट डैकोरेशन
अगर आप पेपर क्राफ्ट करना जानते हैं तो कलरफुल पेपर से पतंग व अन्य क्रिएटिव चीजें जैसे बटरफलाई, छोटे पतंग आदि बनाएं और इन्हें किसी मजबूत धागे व ग्लू से चिपका कर लडिय़ों के रूप में तैयार कर लें और दीवारों-दरवाजों को सजाएं।

पतंगबाजी का उत्सव
इस पर्व पर कई जगहों पर पतंग बाजी का आयोजन किया जाता है। लोग पीले कपड़े पहनते हैं और पीले रंग के पकवान भी बनाते हैं। लोहड़ी, मकर संक्रांति जैसे अन्य त्योहार के अलावा बसंत पर भी पतंगबाजी का खेल बहुत प्रसिद्ध है। पंजाब में यह परंपरा काफी सालों से चली आ रही है। पतंगबाजी में मांझे का बहुत महत्व होता है क्योंकि यह जितना पक्का होगा, खेल में जीत की संभावना भी उतनी ही अधिक होती हैं क्योंकि मांझे से ही पतंग की डोर कटती है। यह कांच और चिपकने पदार्थ से तैयार किया जाता हैं, जिसे कच्चे धागें पर लेप की तरह लगाया जाता है। इससे डोर काटने की क्षमता बढ़ जाती है। 

डोर खरीदते समय बरतें सावधानी
लोग पतंगबाजी के लिए महंगी से महंगी और अच्छी क्वालिटी की डोर तो खरीद लेते हैं लेकिन इसके दुष्परिणामों को नजर अदाज कर देते हैं जो कि आपके साथ-साथ अन्य लोगों को भी नुकसान पहुंचा सकती है। सबसे पहली बात तो यह कि डोर में चाइना डोर का इस्तेमाल ना करें क्योंकि प्लास्टिक से तैयार की गई यह डोर काफी तीखी होती है जिससे आपकी उंगुलियों कट सकती हैं, साथ ही में यह अन्य राहगीरों व मासूम पक्षियों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है। 

- चाइना डोर बिजली की तारों में फंसने से घर्षण पैदा करती है जिससे कंरट आने का भय रहता है। 

- पतंग बाजी करते समय उंगली पर रबड़ का दस्ताना या फिंगर केप जरूर चढ़ाएं इससे डोर की चीरे लगने से आपके हाथ बचे रहेंगे। 

- जितना हो सके खुले स्थान पर पतंगबाजी करें।

 

- वंदना डालिया

 

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