बच्चों में खराब पेट बन सकता है गंभीर बीमारी की वजह

punjabkesari.in Monday, Nov 11, 2019 - 12:32 PM (IST)

बच्चों को सही से पॉटी न आना या बहुत दिनों तक पेट खराब रहने से यूरिया साइकिल डिसऑर्डर ( यू.एस.डी) का खतरा बढ़ जाता है। गंभीर यूएसडी वाले बच्चों में इसके लक्षण जन्म के पहले 24 घंटों के भीतर विकसित होते है। हर इंसान में यूरीन के बाहर आने का भी एक चक्र होता है। जन्म के बाद से ही बच्चों में यूरीन के बाहर आने का चक्र विकसित होना शुरु हो जाता है। इस बीमारी के तहत जब बच्चा प्रोटीन खाता है, जो उसका शरीर उसे अमीनो एसिड में बदल देता है, बाकी नाइट्रोजन प्रोडक्ट में लिवर नाइट्रोजन को यूरिया में बदलने के लिए कई एंजाइमों की आपूर्ति करता है जो बाद में मल-मूत्र के रुप में शरीर से निकल जाता है। इस प्रक्रिया को यूरिया चक्र कहा जाता है। 

 

इस कारण  होती है ये बीमारी 

- शरीर में ओटीसी, एएसडी का कम होना 

- पेरेंट्स से डिफैक्टिव जीन का बच्चे में ट्रांसफर होना

- ज्यादा प्रोटीन लेने से

- जन्म से ही लिवर खराब होने से 

लक्षण 

- खाने की चीजों को नापसंद करना

- बार-बार उल्टी होना 

- मानसिक भ्रम

- अधिकतर सोते रहना

- बेहोशी की हालत में रहना

उपाय

बच्चों को प्रोटीन युक्त खाने की चीजें देने से परहेज करें और उन्हें उच्च कैलोरी वाले आहार ज्यादा मात्रा में दें। इससे बच्चों में यूरिया साइकिल डिसऑर्डर को कम किया जा सकता है। इसके लिए बच्चों को 6 महीने बाद से ही फल और सब्जियों को किसी न किसी रुप में दें। 

 

कोमा में भी जा सकता है बच्चा 

अगर बच्चे को यूरिया चक्र दोष है, तो उसका लिवर यूरिया साइकिल की जरुरतों के हिसाब से काम नहीं कर पाता है। इस तरह से जब बच्चे का शरीर नाइट्रोजन, अमोनिया को बाहर नहीं निकाल पाता है तो इसके हानिकारक पदार्थ ब्लड में मिल जाता है। ब्लड के साथ सर्कुलेट होने से ये हानिकारक पदार्थ मस्तिष्क की क्षति का कारण बन सकते है, जिससे बच्चा कोमा में भी जा सकता हैं। 
 

Content Writer

khushboo aggarwal