Sharad Purnima: शरद पूर्णिमा के दिन ऐसे करें मां लक्ष्मी को प्रसन्न, ना करें यह 5 गलतियां

punjabkesari.in Sunday, Oct 09, 2022 - 12:35 PM (IST)

आज शरद पूर्णिमा है। इसे रास पूर्णिमा, कोजागरी पूर्णिमा या फिर कौमुदी व्रत के नाम से भी जाना जाता है। शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा पृथ्वी के बेहद निकट होता है और चंद की 16 कलाओं की आभा पृथ्वी के प्रत्येक जीव को प्रभावित करती है। शरद पूर्णिमा की रात चांद से निकलने वाली किरणें अमृत के समान मानी जाती हैं जो धन, प्रेम और स्वास्थ्य तीनों का लाभ देती है। 

 

भगवान कृष्ण ने किया था महा-रास

 

 माना जाता है कि शरद पूर्णिमा की रात धन की देवी लक्ष्मी धरती पर प्रकट होती हैं और अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। ऐसा कहा जाता है कि शरद पूर्णिमा के दिन भगवान कृष्ण ने दिव्य प्रेम का नृत्य 'महा-रास' किया था। शरद पूर्णिमा की रात कृष्ण की बांसुरी का दिव्य संगीत सुनकर कर, वृंदावन की गोपियां अपने घरों और परिवारों से दूर रात भर कृष्ण के साथ नृत्य करने के लिए जंगल में चली गई थीं। यह वह दिन था जब भगवान कृष्ण ने हर गोपी के के साथ कृष्ण रूप में रास किया था। ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण ने उस रात को लंबा कर दिया था और वह रात इंसानी जीवन से अरबों साल के बराबर थी। 

 

 

धन प्राप्ति का उपाय

 

शरद पूर्णिमा कि रात के समय मां लक्ष्मी के समक्ष घी का दीपक जलाएं। इसके बाद उन्हें गुलाब के फूलों की माला अर्पित करें। सफेद मिठाई और सुगंध भी अर्पित करें। इसके बाद निम्न मंत्र का कम से कम 11 माला जाप करें. "ॐ ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद महालक्ष्मये नमः". आपको धन का अभाव नहीं होगा।

वैसे शरद पूर्णिमा पर कुछ सावधानियों और नियमों का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। आइए जानते हैं आज शरद पूर्णिमा पर कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए। 

1. शरीर के शुद्ध और खाली रहने पर आप ज्यादा बेहतर तरीके से अमृत  कि प्राप्ति कर पाएंगे।


2. काले रंग से जितना हो सकें दूर रहें, काले कपड़े ना पहने। आज के दिन चमकदार सफेद कपड़े पहने।


3. किसी भी तरह के तेज गंध वाले चीजें अपने आहार में ना डाले। लहसुन, प्याज का सेवन कि पूरी तरह से मनाही है। हो सके तो उपवास रखें।

 

 

4. आज के दिन घर में शांति बनाए रखें। किसी भी तरह कि कलह या झगड़े से घर में दरिद्रता का वास होने लगता है।


5. आज के दिन चांद की रोशनी में रखी हुई खीर खाने का विशेष महत्व है। खीर को कांच, मिट्टी या चांदी के पात्र में ही रखें।अन्य धातुओं का प्रयोग न ही करें।


 

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Vandana