खतरनाक स्ट्रेन: कोरोना का एक और नया रुप आया सामने, जापान में इमरजेंसी घोषित

punjabkesari.in Wednesday, Jan 13, 2021 - 09:59 AM (IST)

जहां एक तरफ साल 2020 में आए कोरोना को खत्म करने के लिए दुनियाभर में वैक्सीनेशन शुरू किया जा चुका है वहीं अब कोरोना के नए-नए रूप सामने आ चुके हैं। हाल में ब्रिटेन में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन ने वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा थी लेकिन अब जापान में भी वायरस का एक और रुप सामने आया है। रिपार्ट आई है कि जापान से मिला कोरोना का नया रूप ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में मिले वायरस से बिल्कुल अलग है। हालांकि जापान में यह वायरस ब्राजील से आए कुछ लोगों में मिला है।

ब्राजील के चार लोगों में मिला नया स्ट्रेन 

जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को जानकारी देते हुए कहा कि एयरपोर्ट पर जांच के दौरान 4 लोगों में वायरस का नया स्वरूप मिला है, जिसमें 40 वर्षीय पुरुष, 30 वर्षीय महिला और उसके 2 बच्चे शामिल हैं। हालांकि पहले पुरुष में कोरोना की कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन फिर सांस लेने दिक्कत होने के चलते उसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। वहीं, महिला को सिरदर्द और उसके बेटे को बुखार था। जबकि बेटी में वायरस के कोई लक्षण नहीं दिखे।

जापान में लागू हुए नए नियम

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटेन से मिले कोरोना के नया रुप पहले ही जापान में फैला हुआ है, उसपर इस नए स्ट्रेन से खतरा और भी बढ़ सकता है। ऐसे में सावधानी बरतते हुए जापान सरकार ने शुक्रवार से टोक्यो और उसके आस-पास के इलाकों में इमरजेंसी घोषित करते हुए सख्त नियम लागू कर दिए हैं। इसके तहत अब रेस्तरां और बार रात 8 बजे के बाद बंद हो जाएंगे। साथ ही लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने जैसे नियमों को फॉलो करने की अपील की जा रही है।

वैज्ञानिक कर रहे हैं जांच

इसी बीच वैज्ञानिक कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर अध्ययन कर रहे हैं। साथ ही यह पता लगाने कि कोशिश की जा रही है कि नया स्ट्रेन कितना खतरनाक है। दरअसल, यह कोविड स्ट्रेन अभी तक पूरी तरह से डेवलप नहीं हुआ है इसलिए अभी यह नहीं कहा जा सकता कि नया स्ट्रेन कितना संक्रामक है। ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि जापान में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन में 12 म्यूटेशन हैं, जिसमें से एक ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका में मिले स्ट्रेन जैसा ही है।

वायरस में होते रहते हैं परिवर्तन

वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं जब कोरोना का कोई नया स्ट्रेन सामने आया हो। इससे पहले भी वायरस कई बार रुप बदल चुका है, जिसमें वायरस का D614G प्रकार सबसे आम है। इसके अलावा कोरोना का एक और प्रकार A222V भी यूरोप में काफी फैला था। कोरोना वायरस में हर वक्त म्यूटेट (उत्परिवर्तित) होते रहते हैं, जो नए रूप में उभर कर सामने आ रहे हैं। ऐसे में यह कोई नई बात नहीं है।

नए वायरस को फैलने से रोकने के लिए नियमों को बदलने या उसे छोड़ना की जरूरत नहीं। इसलिए मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथ धोने जैसे नियमों का फॉलो करते रहें। साथ ही हैल्दी डाइट भी लें।

Content Writer

Anjali Rajput