बच्चे के जन्म पर नौकरी से निकाला, नहीं मानी हार खोल ली अपनी कंपनी

punjabkesari.in Wednesday, Nov 28, 2018 - 02:02 PM (IST)

पर्यावरण को बचाने के लिए इको फ्रेंडली प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है। प्लास्टिक से बनी चीजें वातावरण को बुरी तरह से प्रभावित करती हैं इसी मुहीम को आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं अनामिका सेनगुप्ता। जो इंको फ्रेंड्ली प्रॉडक्ट्स का बिजनेस चला रही हैं। उनके लिए यह राह आसान नहीं थी क्योंकि बच्चे को जन्म देने के बाद उन्हें कंपनी ने नौकरी छोड़ने के लिए कह दिया था। इसी बीच उन्होने खुद का बिजनेस करने की सोची और आज कामयाब बिजनेस वुमेन हैं।

मुंबई के एक छोटे उपनगरीय इलाके में पली बढ़ीं अनामिका का बचपन कठिनाई में बीता। ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे को दिए इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वे एक छोटे से कमरे में पली-बढ़ीं। मां ने हमेशा पढ़ने के लिए प्रेरित किया और पढ़ाई की अहमियत बताई। मां रद्दीवाले से किताबें खरीदकर उन्हें और उनकी बहन को पढ़ने के लिए देती थीं। उनके पास नई किताबें खरीदने के पैसे नहीं थे। 

अनामिका के इको फ्रेंडली प्रॉडक्ट्स 

खोली खुद की लाइब्रेरी

8वीं कक्षा तक पहुंचने पर उन्होंने खुद की लाइब्रेरी खोल ली और बच्चों को किताबें किराए पर देनी पड़ी। 

मल्टीनेशनल कंपनी में की नौकरी

अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अनामिका ने एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी भी हासिल की। 30 साल की उम्र तक पहुंचने पर उन्होने एचआर के तौर पर काम करना शुरू किया। इस काम में उन्हें 8 साल का अनुभव मिला और इस दौरान शादी भी हुई। उनका करियर तब खत्म होने के कगार पर आ गया जब बेटे के जन्म के बाद कंपनी ने उनसे इस्तीफे की मांग की। 

खोली अलमित्रा सस्टेनेबल नाम की कंपनी

इसके बाद वे बेटे को पालने लगी। उन्होंने देखा कि बच्चे के कपड़े बदलने के इस्तेमाल किया जाने वाला रैप अमेरिका से आयात होता है। इस छोटी सी चीज के अमेरिका से आयात होना उन्हें अच्छा नहीं लगा। हल्तशिल्प कारीगरों से संपर्क करके अनामिका ने बेबी रैप बनवाना शुरू किया। इसके 2 महीने बाद उन्हें यूरोप से ऑर्डर मिला और प्रॉडक्ट की सेल करने के लिए उन्होने फेसबुक पेज भी बनाया। आज उनकी कंपनी बांस से बने टूथब्रश और अन्य जरूरी सामान बनाती हैं। जिनसे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचता।

Content Writer

Priya verma