आंवला नवमी के दिन नहाते समय करें ये उपाय, शरीर व मन की हो जाएगी शुद्धि

punjabkesari.in Thursday, Nov 11, 2021 - 04:07 PM (IST)

कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष तिथि को आंवला नवमी या अक्षय नवमी मनाई जाती है। मान्यता है कि आंवाल पेड़ में श्रीहरि, माता लक्ष्मी और अन्य देवी-देवताओं का वास होता है। ऐसे में इस शुभ दिन पर आंवला पेड़ की पूजा करना व इसे खाने का विशेष महत्व है। ज्योतिष व वास्तु शास्त्र अनुसार, इस शुभ तिथि पर आंवला से जुड़े कुछ उपाय करने से शुभफल की प्राप्ति होती है। चलिए जानते हैं इनके बारे में...

आंवला पेड़ की पूजा करें

पद्म पुराण अनुसार आंवला नवमी के दिन द्वापर युग की शुरुआत हुई थी। इसलिए इस दिन आंवला वृक्ष का पूजन करना चाहिए। मान्यता है कि इससे घर में अन्न व धन की बरकत बनी रहती है।

दान करें

आंवला नवमी के दिन दान करने से शुभफल की प्राप्ति होती है। इसलिए इस जिन अपने सामर्थ्य अनुसार, दान जरूर करें।

गाय माता की सेवा करें

हिंदू धर्म में गाय को पूजनीय माना जाता है। ऐसे में आंवला नवमी के शुभ दिन पर खासतौर पर गाय माता की सेवा करें और उन्हें रोटी खिलाएं।

नहाने के पानी में दो चम्मच आंवले का रस

ज्योतिषविदों के अनुसार आंवला नवमी के दिन नहाने के पानी में दो चम्मच आंवले का रस डालकर नहाना चाहिए। इससे शरीर व मन की शुद्धि होती है। आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

घर में आंवला पेड़ लगाएं

संतान प्राप्ति वाले दंपत्ति अक्षण नवमी के दिन घर पर आंवला का पौधा लगाएं। मान्यता है कि इससे श्रीहरि की असीम कृपा बरसती है। ऐसे में संतान सुख की प्राप्ति होती है।

आंवले पेड़ की जड़ में दूध चढ़ाएं

इस दिन आंवले पेड़ की जड़ में दूध चढ़ाने से पितृदोष से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही जीवन की समस्त समस्याएं दूर होती है। दूध चढ़ाते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसकी धारा एक समान हो।

मंत्र जप करें

अक्षय नवमी पर आंवला की पूजा पूर्व दिशा पर बैठकर करें। पूजा दौरान, 'पिता पितामहाश्चान्ये अपुत्रा ये च गोत्रिण:।ते पिबन्तु मया दत्तं धात्रीमूलेक्षयं पय:।। आब्रह्मस्तम्बपर्यन्तं देवर्षिपितृमानवा:। ते पिवन्तु मया दत्तं धात्रीमूलेक्षयं पय:।।' मंत्र का जाप करें। मान्यता है कि इससे जीवन की परेशानियां दूर होने लगती है।

आंवले पेड़ पर लाल रंग का धागा बांधें

इस शुभ दिन पर आंवले पेड़ पर लाल रंग का धागा बांधना चाहिए। मान्यता है कि इससे धन संबंधी समस्याएं दूर होती है। इसके साथ ही मनचाहा फल मिलता है।

 

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neetu