गठिया मरीज के लिए सबसे बेस्ट है सरसों का साग, और भी मिलेंगे फायदे

punjabkesari.in Saturday, Nov 09, 2019 - 04:19 PM (IST)

सर्दियों में साग का खूब सेवन किया जाता है। पंजाब का फेमस साग जितना खाने में स्वादिष्ट होता है उतना ही यह सेहत के लिए भी फायदेमंद है। सिर्फ पंजाब ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में साग का सेवन बड़े चाव से किया जाता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, लौ कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, पोटेशियम, विटामिन ए, सी, डी, बी 12, मैग्नीशियम, आयरन और कैल्शियम जैसे न्यूट्रिशंस पाए जाते हैं। इससे आप कैंसर जैसी बड़ी बीमारी के अलावा इस मौसम में होने वाली सर्दी-खांसी जैसी छोटी समस्याओं से भी बचे रहते हैं।

 

साग में मौजूद न्यूट्रीशन

बता दें कि 113 ग्राम साग में 2g प्रोटीन, 59.9 कैलोरी, 499.5mg सोडियम, 6g कार्बोहाइड्रेट, 3g शुगर, 1g फाइबर पाया जाता है। इसके अलाव इसमें विटामिन ए, सी, डी, बी 12, मैग्नीशियम, आयरन और कैल्शियम जैसे तत्व भी भरपूर मात्रा में होते हैं।

चलिए अब हम आपको बताते हैं साग खाने के कुछ जबरदस्त फायदे...

आंखों की रोशनी बढ़ाए

विटामिन्स का पावरहाउस साग का सेवन आंखों की रोशनी तेज करता है। साथ ही इससे आप आंखों में होने वाली अन्य समस्याओं से भी बचे रहते हैं।

मजबूत इम्यून सिस्टम

एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर साग बॉडी को डिटॉक्स करने के साथ इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है। इससे आप इस मौसम में होने वाली सर्दी, खांसी, फ्लू जैसी समस्याओं से बचे रहते हैं।

कैंसर से रखे बचाव

इसके सेवन से शरीर को 6 तरह (ब्लैडर, पेट, ब्रेस्ट, फेफड़े, प्रोस्टेट और ओवरी) के कैंसर से बचाया जा सकता है क्योंकि गुणों से भरपूर साग कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने नहीं देता।

दिल के लिए फायदेमंद

इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रखता है। साथ ही यह शरीर में फोलेट का निर्माण भी करता है, जिससे ना दिल के रोग बल्कि हार्ट अटैक, स्ट्रोक हाइपरटेंशन जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कम होता है।

वजन घटाने में मददगार

अगर आप वजन कम चाहते हैं तो यह आपके लिए परफेक्ट ऑप्शन है। इससे मेटाबॉलिज्म बढ़ता है और पाचन क्रिया दुरुस्त रहती हैं, जिससे वजन घटाने में काफी मदद मिलती है।

मजबूत हड्डियां

साग में कैल्शियम और पोटेशियम भी भरपूर होता है जो हड्डियों के लिए लाभकारी होते है। हड्डियों के रोगों की रिकवरी के लिए साग का सेवन करना चाहिए।

गठिया दर्द से राहत

सरसों मैग्नीशियम से भरपूर होती है। साथ सरसों के साग में सेलेनियम व एंटी इंफ्लेमेटरी भी होता है, जो गठिया में राहत दिलाता है। सरसों आपकी मसल्स को गर्माहट देने का काम करती है।

मेंटल हेल्थ में सुधार

शोध के अनुसार, हफ्ते में 3 बार इस साग खाने से मेंटल फंक्शन में काफी सुधार होता है। इससे तनाव और डिप्रेशन का खतरा 40 फीसदी तक कम करने में मदद मिलती है।

स्किन इंफेक्शन

सरसों भरपूर मात्रा में सल्फर होता है जो एंटीफंगल और एंटी-बैक्टीरियल के तौर पर काम करता है। इससे आप स्किन इंफेक्शन से बचे रहते हैं।

झुर्रियों से बचाव

सरसों में कैरोटीन होता है, इससे त्वचा में कोलेजन का स्तर भी बढ़ता है, जिससे आप बढ़ती उम्र की समस्याएं जैसे झाइयां, झुर्रियां, फाइन लाइन्स से बचे रहते हैं।

सावधानी:

सरसों के साग को मक्खन या देसी घी के साथ ही खाना चाहिए। बिना मक्खन या देसी घी के सरसों का साग खाने से गैस की परेशानी या पाचन संबंधी समस्या हो सकती है।

Content Writer

Anjali Rajput