मैं खुशकिस्मत हूं कैप्टन ने मुझे अपना दोस्त चुना...  अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी मित्र की पूरी डिटेल यहां

punjabkesari.in Wednesday, Oct 27, 2021 - 10:35 AM (IST)

पंजाब की राजनीति में मची उथलपुथल किसी से छिपी नहीं है। अब इसका असर देश के बाहर भी दिखाई देने लगा है, तभी तो महिला पत्रकार अरूसा आलम को इस मामले में कूदना पड़ा। पंजाब के मुख्यमंत्री पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद से चर्चाओं में चल रही अरूसा ने कहा कि उन पर लगे आरोप बेहद अपमानजनक और  निराशाजनक हैं। 


सुखजिन्दर सिंह रंधावा के आराेपों पर दिया जवाब 

पंजाब के उपमुख्यमंत्री और गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने पिछले सप्ताह कहा था कि आलम का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के साथ कोई संबंध है या नहीं इसकी जांच की जाएगी। इस पर आलम ने कहा कि अगर भारत की केन्द्रीय एजेंसियां इस मामले की जांच करना चाहती हैं तो मैं सहयोग करने को तैयार हूं। भारत मेरे खिलाफ आधारहीन प्रोपगैंडा की जांच करने के लिए किसी तीसरे देश के जांचकर्ताओं की भी मदद ले सकता है। 


कैप्टन साहिब अभी भी मेरे अच्छे मित्र: अरूसा

67 वर्षीय पत्रकार ने कहा कि 16 साल पहले जब किन्हीं कारणों से मुझे भारतीय वीजा देने से मना कर दिया गया था, उस वक्त भारत सरकार ने ऐसी जांच की थी और बाद में वीजा जारी किया गया था। वह अंतिम बार नवंबर में भारत यात्रा पर गयी थीं और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह अभी भी उनके अच्छे मित्र हैं।इस विवाद के बावजूद कैप्टन साहिब अभी भी मेरे अच्छे मित्र हैं।  मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि अमरिंदर ने इतनी बड़ी दुनिया में मुझे अपना दोस्त चुना है... हमारा मेंटल और आईक्यू लेवल एक बराबर है। 


कौन है अरूसा आलम


अब सवाल उठता है कि अरूसा आलम है कौन? दरअसल उन्होंने  पत्रकारिता की शुरूआत 80 के मध्य में की थी और वे रक्षा मामलों पर रिपोर्टिंग करती हैं। उन्होंने अगस्ता-90 बी पडुब्बी सौदे पर रिपोर्टिंग की थी और घोटाले को उजागर किया था. ये सौदा फ्रांस और पाकिस्तान के बीच हुआ था। वे साउथ एशिया फ्री मीडिया एसोसिएशन की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। 

कब हुई थी अमरिंदर सिंह से पहली मुलाकात 

 बताया जाता है कि अमरिंदर सिंह जब साल 2004 में पाकिस्तान दौरे पर गए थे उस समय उनकी मुलाकात लाहौर में अरूसा आलम से हुई थी। यह दोस्ती 2006 में जालंधर में मुलाकात के बाद और बढ़ती चली गई। साल 2017 में जब वह मुख्यमंत्री बने तब भी अरूसा उनके शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल हुईं थीं साथ ही उनकी बायोग्राफ़ी 'द पीपल्स महाराजा' के विमोचन में भी अरूसा आलम ने भाग लिया था। यूपीए सरकार और एनडीए सरकार दोनों के कार्यकाल में अरूसा भारत आती रही हैं। 


 शादीशुदा है  अरूसा आलम 


अरूसा आलम अकलीम अख़्तर की बेटी हैं और माना जाता है कि उनके पिता तत्कालीन राष्ट्रपति याह्या ख़ान के करीबी दोस्त थे। माना जाता है कि अरूसा आलम की काफ़ी जान पहचान है और वे प्रभावशाली भी मानी जाती हैं और इसी वजह से उन्हें 'जनरल रानी' कहकर भी बुलाया जाता है।  अरूसा आलम शादीशुदा हैं और उनके दो बच्चे भी हैं

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vasudha