एलोवेरा लगाते समय की गई 1 गलती बढ़ाएगी कैंसर का खतरा, और भी कई नुकसान

punjabkesari.in Thursday, Mar 21, 2019 - 09:48 AM (IST)

एलोवेरा एक ऐसा हर्ब है, जो ब्यूटी के साथ-साथ सेहत की प्रॉब्लम्स को भी दूर करता है। अक्सर महिलाएं एलोवेरा का इस्तेमाल खूबसूरती बढ़ाने के लिए करती हैं लेकिन बता दें जहां एलोवेरा सेहत व ब्यूटी के लिए फायदेमंद है वहीं इसके कुछ नुकसान भी है। जी हां, अगर एलोवेरा का सही तरीके से इस्‍तेमाल ना किया जाए तो गर्भपात से लेकर सिरदर्द, एलर्जी और कैंसर जैसी घातक बीमारियों का कारण भी बन सकता है। ऐसे में महिलाओं को चाहिए कि एलोवेरा का संभलकर इस्तेमाल करें।

 

क्यों हानिकारक है एलोवेरा?

एलोवेरा को तोड़ने पर उसमें से पीले रंग का पदार्थ यानि एलो-लेटेक्स नामक तत्व निकलता है, जोकि बीमारियों का कारण बनता है। यहां तक कि कैंसर जैसी घातक बीमारी भी इसी के कारण होती हैं। दरअसल, इस  एलोवेरा से निकालने वाले इस पीले रंग का लेटेक्‍स टॉक्सिक होता है, जो आगे चलकर कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बनता है। एक्‍सपर्ट के अनुसार, अगर आप जूस, चटनी, जैम, मुरब्बा या सब्जी में एलोवेरा के लेटेक्‍स का इस्तेमाल करते हैं तो बॉडी में कैंसर के कारक पैदा होने लगते हैं। साथ ही इससे एक्जिमा, रेशैज व अन्य स्किन प्रॉब्‍लम्‍स हो सकती है।

एलोवेरा के नुकसान

गर्भापात का खतरा

गर्भवती महिलाओं के लिए एलोवेरा जूस काफी खतरनाक होता है। इसके सेवन से गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा जो महिलाएं स्तनपान करवाती हैं उन्हें भी एलोवेरा जूस का सेवन नहीं करना चाहिए।

बर्थ डिफेक्ट्स

एलो लेटेक्स बर्थ डिफेक्ट्स का भी कारण बनता है। वैसे भी शिशु को एलोवेरा से ही होने वाले फायदों के बारे में अब तक कोई जानकारी या रिसर्च का पता नहीं चला है। तो ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एलोवेरा का इस्तेमाल बिल्‍कुल ना करें।

हार्ट प्रॉब्लम

एलोवेरा जूस का अधिक सेवन करने से शरीर में पोटेशियम की मात्रा घट जाती है जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है और हार्ट अटैक आने का खतरा बन जाता है।

डायरिया

इसमें लैक्सेटिव एंथ्राक्विनोन जैसे तत्व मौजूद होते हैं जो पेट को नुकसान पहुंचाते है। एलोवेरा जूस का अधिक सेवन करने से डायरिया जैसी समस्या हो जाती है।

पोटेशियम का स्तर कम होना

अगर ऐलोवेरा का जरूरत से अधिक मात्रा में या गलत तरीके से सेवन किया जाए तो बॉडी में पोटैशियम की कमी हो जाती है। ऐसा होने से दिल की धड़कन अनियमित हो सकती हैं और कमजोरी महसूस हो सकती है।

दवाओं का असर करें बेअसर

एलोवेरा में मौजूद लैक्सेटिव शरीर में कुछ दवाओं को अवषोषित होने से भी रोक सकता है। अगर आप दवाएं ले रही हैं तो एलोवेरा को किसी भी रूप में लेने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य ले लें।

 

इस्‍तेमाल का सही तरीका

इसे इस्‍तेमाल करने के लिए एलोवेरा की पत्‍ती को तोड़कर कुछ देर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। तब तक इसका पीला पदार्थ यानी लेटेक्‍स पूरी तरह से निकाल जाएगा और फिर इसे अच्‍छे से धोकर इस्‍तेमाल करें। चाहे एलोवेरा खाना हो या स्किन के लिए यूज करना हो, इसे यूं इस्तेमाल करके ही आप कई बीमारियों से बची रहेंगी। 

Content Writer

Anjali Rajput