बच्चे की दिमागी कमजोरी की वजह बना Air pollution, बचाव करेंगे ये 5 उपाय

punjabkesari.in Wednesday, Nov 07, 2018 - 11:09 AM (IST)

दिनों-दिन खराब होते वातावरण का सीधा असर सेहत पर देखने को मिल रहा है। दीवाली के आस-पास प्रदूषण का धुंधलापन ज्यादा देखने को मिलता है जिसे स्मोग कहते है। इस प्रदूषण का असर बच्चों पर अधिक पड़ रहा है यही नहीं यह प्रदूषण गर्भ में पल रहे बच्चे को भी प्रभावित कर रहा है। बच्चे सांस के जरिए हवा नहीं बल्कि जहर अपने अंदर ले रहा है। अशुद्ध हवा से बच्चे का शारीरिक व मानसिक, दोनों ही स्वस्थ प्रभावित हो रहे हैं जबकि लोग शारीरिक समस्याओं को लेकर ज्यादा चिंताग्रस्त व सतर्कता दिखाते हैं बजाए दिमाग के बिगड़ते स्वास्थ को लेकर।

हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक, वायु प्रदूषण में रहने वाले बच्चों का आई.क्यू लेवल उन बच्चों से ज्यादा कमजोर था जिन बच्चों की मांएं दिन में 10 सिगरेट रोजाना पीती हैं। 

1. बच्चे का आई.क्यू. लेवल कमजोर 
बोस्टन में हुए एक अध्य्यन के मुताबिक, 8-11 साल की उम्र के 202 बच्चों पर सर्वे किया गया जो मोटर वाइकल्स के धुएं के संपर्क में रहें। इन बच्चों की शब्दावली, सीखने और समझने की क्षमता प्रभावित थी। साथ ही यह प्रदूषण दिमागी सूजन व नुकसान का कारण भी बनता है। शोध में यह भी पाया गया है कि लड़कियों की तुलना में लड़कों पर इसके प्रतिकूल प्रभाव की संभावना अधिक है।

2. ट्रैफिक पॉल्यूशन सबसे ज्यादा जिम्मेदार 
अगर गर्भवती महिलाओं को प्रदूषण के संपर्क में लाया जाता है तो पैदा होने वाले बच्चों का IQ स्तर कम हो सकता है। अन्य रिसर्च के अनुसार, ट्रैफिक पॉल्यूशन एक तरह सेकिंड हैंड स्मोक की तरह काम करता है जो भ्रूण को आक्सीजन व पोषक तत्वों के सेवन को प्रतिबंधित करता है। यह धुआं मानव कोशिकाओं को प्रभावित करती है जो आगे चलकर कई नई समस्याओं को जन्म देती है। 

3. क्या है इसका समाधान?
मार्कीट में इन दिनों बहुत तरह के एयर प्योरिफाइयर्स मौजूद है, जिससे आप अपने घर का वातावरण शुद्ध रख सकते हैं। उसी तरह कार व अन्य जगहों पर भी प्योरिफाइयर्स लगाए जा सकते हैं, जहां इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है। प्रदूषित हवा से बचने के लिए फेस मास्क का इस्तेमाल करें। 

4. कैसे करें प्रदूषण से अपनी व बच्चों की केयर
डॉक्टर्स और विशेषज्ञों द्वारा दिए कुछ जरूरी टिप्स आपके बच्चे को इस प्रदूषण में भी सेफ रख सकते हैं। 

1. फेस मास्क का इस्तेमाल
प्रदूषण से बचने का यह सबसे कारगर उपाय हैं मास्क जो जहरीली हवा को अंदर ना जानें दें।सस्ते मास्क की जगह ऐसे मास्क को खरीदें, जिनमें कार्बन फिल्टर लेयर हो और जो अच्छे से उनके नाक, मुँह या चेहरे को ढक सकें। प्रदूषित हवा के साथ यह बैक्टीरिया व कई तरह के वायरस से भी बचाता हैं।

2. भरपूर पानी पीएं
पानी पीने से शरीर के अंदर के विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं, जितना हो सके उतना ज्यादा पानी पिएं व अपने बच्चों को भी पिलाएं।

3. एयर फिल्टर
एयर फिल्टर, हवा में मौजूद हानिकारण कणों को फ़िल्टर कर उसे सांस लेने योग्य बनाता हैं। आपको बाज़ार में यह कई प्रकार के साइज व दाम में मिल जाएंगे, जिनको आप अपने घर पर लगा सकती हैं।

4. इम्युनिटी बढ़ाने वाले आहार
इम्यून सिस्टम मजबूत होगी तो शरीर कई तरह की बीमारियों से बचा रहेगा। डाइट में  अखरोट, बींस, ब्रोक्कोली इत्यादि आहार शामिल करें जो इम्युन पॉवर को बढ़ाते हैं। बच्चों का इम्युन सिस्टम बड़ों के मुकाबले कमजोर होता हैं इसलिए बच्चों की डाइट में ऐसे आहारो को अवश्य शामिल करें।

5. आयुर्वेदिक काढ़ा
इन सबके अलावा आप अपने बच्चे के लिए काढ़ा बना सकती हैं जो फेफड़ो को साफ करने के लिए बहुत असरदार हैं। आप इसे आसानी से घर पर भी तैयार कर सकती हैं। 

सामग्री:
अदरक- 1 छोटा टुकड़ा
दालचीनी- 1
तुलसी के पत्ते- 4
लौंग- 2
लहसुन- ½ चम्मच
अजवायन- 1/2 चम्मच
काली मिर्च- 3
इलायची- 2
सौंफ- 1/2 चम्मच

विधि:
सारी साम्रगी को 2 कप पानी में अच्छे से उबाल लें और आधा होने तक उबालते रहें। जब ठंडा हो जाए तो इसे पीएं। इन टिप्स को फॉलो कर आप इस दीपावली वायु प्रदूषण से खुद व बच्चों को सुरक्षित रख सकते हैं। 

 

Content Writer

Vandana