डिलीवरी के बाद First Period में रखें इन बातों का ध्यान

punjabkesari.in Friday, Mar 31, 2017 - 04:27 PM (IST)

डिलीवरी के बाद ब्लीडिंग : डिलीवरी के बाद बच्चे के साथ मां को अपना भी पूरा ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि इस दौरान सेहत काफी नाजुक होती है। डिलीवरी के बाद कई बदलाव के साथ-साथ पहली महावारी का ध्यान ऱखना पड़ता है क्योंकि इसमें भी काफी बदलाव आ सकता है। बच्चे के जन्म के बाद पहली माहवारी चक्र आपकी ब्रैस्टफीडिंग पर निर्भर करता है। 

 

 

डिलीवरी के कितने दिन बाद पीरियड्स 

डॉक्टरों के मुताबिक ब्रैस्टफीडिंग करवाने वाली मांओं और न करवाने वाली मांओं के पीरियड में काफी अंतर होता है। अगर आप बच्चे को दूध नहीं पिला रही तो चार से छह सप्ताह बाद आते है। वहीं कर आप बच्चे को ब्रैस्टफीडिंग करवा रही है तो उनको ह महीने तक पीरियड् ही न आएं या फिर जब तक फीडिंग करवा रही तब तक।  

 

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गर्भ ठहरने की आशंका 

ऐसी स्थिति में प्रैग्नेंट होने के चांसेज बढ़ जाते है। कई बार ऐसा होता है कि डिलीवरी के बाद 6 महीने तक पीरियड नहीं आते और बाद में पता चलता है कि वह प्रैग्नेंट है। इसलिए इस संभोग करते समय ध्यान रखें। शिशु को स्तनपान करवा रही हैं, तो इस भ्रम में न रहें कि आप अभी गर्भधारण नहीं कर सकतीं। संभोग के साथ गर्भनिरोध का इस्तेमाल न करने से आप प्रैग्नेंट हो सकती है।

 

पीरियड पहले पीरियड होगा या नहीं 

कुछ महिलाओं के पीरियड स्थिति में बहुत से बदलाव आते है और कुछ पहले ही तरह ही रहती है। डिलीवरी के बाद पीरियड्स के दिन पहले से ज्यादा भी हो सकते है या फिर 1-2 दिन में ही खत्म हो जाएं। 

 

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सावधानियां

 

डिलीवरी के बाद दर्द और ज्यादा मात्रा में रक्त स्राव की आशंका रहती है, अगर इसकी मात्रा 7 दिन से ज्यादा बढ़ जाए तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। 

 

अगर आप दिन-रात शिशु को स्तनपान करवा रही है तो माहवारी शुरु होने में एक साल भी लग सकता है। 

 

अगर शिशु शुरुआत से ही रात भर सोता रहे है तो माहवारी जल्दी शुरु हो सकती है।

 

अगर आप शिशु को डिब्बाबंद दूध भी दे रही हैं या फिर किसी कारण से शिशु को दूध पिलाना बंद कर दिया है तो भी मासिक चक्र जल्दी शुरु हो सकता है।

 


 

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