जानें, मोती कैसे बदल सकता है आपका जीवन?

punjabkesari.in Saturday, Dec 07, 2019 - 06:19 PM (IST)

मोती कोई रत्न नहीं बल्कि यह एक प्राकृतिक संरचना है। मगर इसकी खासियत को देखते हुए ज्योतिष शास्त्रों द्वारा इसे नवरत्नों की श्रेणी में रखा गया है। मोती को चंद्रमा का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में इसे धारण करने वालों का मन शांत, सुंदर और शीतल रहता है। नीलम और पुखराज जैसे रत्नों का प्रभाव जहां जल्द देखने को मिलता है वहीं शांति प्रदान करने वाले मोती का असर भी देर से मगर जीवन भर देखने को मिलता है। आइए जानते हैं इसे धारण करने से आपको क्या-क्या लाभ मिल सकते है..

पहला लाभ

मन को शांत कर तनाव कम करता है।

दूसरा लाभ

मन से सभी तरह का भय दूर कर सुकून भरी नींद प्रदान करता है।

तीसरा लाभ

सेहत के लिए भी फायदेमंद सिद्ध होता है। खासतौर पर महिलाओं की हार्मोनल प्रॉबल्मस को दूर करता है।

चौथा लाभ

कभी-कभी आर्थिक परेशानियां भी दूर करता है।

किसे धारण करना चाहिए और किन्हें नहीं?

मेष ,कर्क ,वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए इसे धारण करना शुभ माना जाता है। वृष ,मिथुन ,कन्या ,मकर और कुंभ राशि वालों के लिए मोती धारण करना अशुभ साबित होता है।

सिंह ,तुला और धनु राशि वाले किसी विशेष दिन मोती धारण कर सकते हैं, क्योंकि इस राशि के लोग अत्यधिक भावुक और क्रोधी किस्म के होते हैं। ऐसे में इन्हें मोती धारण करने से कोई खास फल हासिल नहीं होता।

कब धारण करना रहता है सही ?

मोती को चांदी की अंगूठी में शुक्ल पक्ष की सोमवार रात्रि को धारण करना चाहिए। हाथ की सबसे छोटी अंगुली में मोती पहनना शुभ माना जाता है। आप चाहें तो इसे पूर्णिमा को भी धारण कर सकते हैं। धारण करने के पहले आप इसे गंगाजल से धोकर , शिव जी को अर्पित करें। उसके बाद ही इसे हाथ की छोटी अंगुली में धारण करें। 


 

Content Writer

Harpreet