Health Alert! वेट लॉस डाइट ने फेल कर दी फेमस एक्ट्रेस की किडनियां, 27 साल की उम्र में मौत

punjabkesari.in Monday, Oct 05, 2020 - 06:56 PM (IST)

तेजी से वजन घटाने के लिए आजकल  लोगों में कीटो डाइट का क्रेज खूब देखने को मिल रहा है। आम लोगों के साथ-साथ बॉलीवुड सेलिब्रेटिज भी इस डाइट को फॉलो कर रहे हैं। लोग कम कार्ब वाली कीटो (Low-Carb Keto Diet) को वजन कम करने के लिए चुनते हैं लेकिन फायदे के साथ-साथ इसे लेने से शरीर को कई नुकसान भी होते हैं, जिसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं। हाल ही में हिंदी और बंगाली एक्ट्रेस मिष्टी मुखर्जी का 27 साल की उम्र में निधन हो गया जिसकी वजह कीटो डाइट को माना जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक, डाइट के चलते एक्ट्रेस की दोनों किडनियां फेल गई थीं जिस वजह से उनका निधन हो गया। एक्ट्रेस कई फिल्मों में आइटम नंबर्स करती नजर आई थी। मिष्टी के निधन से उनके फैंस सदमे में है।

 

बॉलीवुड सेलिब्रेटीज में भी बढ़ा 'कीटो' डाइट का क्रेज

फिट रहने के लिए सेलिब्रिटीज एक्सरसाइज के साथ अलग-अलग तरह की डाइट फॉलो करते हैं। कभी वेगन तो कभी जीरो डाइट लेकिन इस समय बॉलीवुड में कीटो डाइट फॉलो करने का ट्रेंड चल पड़ा है, जान्हवी कपूर और अर्जुन कपूर और हुमा कुरैशी और करण जौहर भी इस डाइट को फॉलो कर चुके हैं लेकिन यह आपकी बॉडी के लिए नुकसानदायक हो सकती है।

क्‍या है Keto Diet?

कीटो डाइट में कार्बोहाइड्रेट सबसे कम और हाई फैट डाइट ली जाती है, ताकि शरीर को कीटोसिस स्थिति में लाया जा सके। यह शरीर की ऐसी मेटॅबॉलिक स्थिति है, जिसमें शरीर ब्लड गुल्कोस (कार्बोहाइड्रेट) की बजाए फैट के टुकड़ों को तोड़ कर एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करता है। ऐसा तब होता है जब आप एक दिन में 40 ग्राम से भी कम कार्बोहाइड्रेट डाइट लेते है। इस स्थिति में आपका दिमाग भी फैट से मिली एनर्जी से चलता है। कीटोडाइट में कोई कार्बोहाइड्रेट और चीनी नहीं होती। भले ही कीटो डाइट तेजी से वजन घटाती हो लेकिन इससे शरीर को कई नुकसान भी होते हैं।

डाइट के फायदे

कीटोजेनिक डाइट मुख्य रूप से वजन घटाने में सबसे ज्यादा कारगर साबित होती है। इसमें आपका शरीर ऊर्जा के स्रोत के रूप में फैट का इस्तेमाल करता है, जिससे वजन तेजी से घटता है। इसके अलावा यह डाइट मानसिक एकाग्रता बढ़ाने, कोलेस्ट्रॉल व ब्लड प्रेशर कंट्रोल और मुहांसों को खत्म करने में भी मददगार है। साथ ही यह डाइट मिर्गी के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। इतना ही नहीं, इस डाइट में शुगर की मात्रा कम होने के कारण यह डायबिटीज होने का खतरा भी कम करती है। 

 

कीटो डाइट के नुकसान

खराब पाचन तंत्र

कीटो डाइट में शरीर को फाइबर और कार्बोहाइड्रेट नहीं मिलता, जिससे पाचन तंत्र खराब हो जाता है। इससे आपको पाचन संबंधी समस्याएं जैसे कब्ज, एसिडिटी आदि होने लगती है।

शरीर में ऐंठन

इससे शरीर की मांसपेशियों में अकड़न, ऐंठन खिंचाव और थकान जैसी समस्या हो सकती है, जिसका प्रमुख कारण इलेक्ट्रोलाइट में गड़बड़ी होना है। कार्बोहाइड्रेट की कमी से यह समस्या हो सकती है। ये आमतौर पर सुबह और शाम को अधिक होता है। हालांकि इस बात से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये लक्षण खनिज व मैग्नीशियम की कमी होने का संकेत है।

 

घबराहट या दिल की धड़कन आसामन्य होना

इस डाइट को लेते समय घबराहट, सांस लेने में परेशानी या दिल की धड़कन आसामन्य होना जैसी परेशानियां भी होती हैं लेकिन यह सामान्य बात है इसलिए परेशान ना हो। ऐसी स्थिति हो तो अधिक से अधिक पानी पिएं और नमक खाएं।

 

सुस्ती और थकान होना

जब आप यह डाइट लेना शुरू करते हैं तो इससे शारीरिक क्षमता में कमी आ जाती, जिससे सुस्ती और थकान होने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपका शरीर फैट को उर्जा के रूप में इस्तेमाल करता है। ऐसे में परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि कुछ ही दिनों में शारीरिक क्षमता पहले जैसी हो जाती है।

शरीर में कई विटामिन की कमी

कीटो डाइट में आपको भूख कम लगती है, जिससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी हो सकती है। कई मामलों में कीटो डाइट के चलते शरीर में विटामिन्स की कमी सामने आती है।

 

सिरदर्द व जी मचलाना

सिरदर्द, जी मचलाना, भारीपन लगना या उल्टी जैसा मन होना कीटो डाइट के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।

 

अगर आप भी वजन घटाने के लिए कीटो डाइट ले रहे हैं तो इन साइड इफैक्ट्स को जानने के बाद ही अपना फैसला लें और एक्सपर्ट की सलाह लिए बिना कोई भी डाइट फॉलो करने का कदम ना उठाएं। 

Content Writer

Anjali Rajput