Celeb Lifestory: सुपरहिट फिल्में देने वाली इस एक्ट्रेस का गरीबी में बिता आखिरी समय, सबने छोड़ा साथ
punjabkesari.in Friday, May 03, 2019 - 07:11 PM (IST)

बॉलीवुड एक्ट्रेस अचला सचदेव किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। 3 मई 1920 को पेशावर, पाकिस्तान में जन्मी अचला ने अपने करियर की शुरुआत यश चोपड़ा की फिल्म 'दाग' से की थी। अचला फिल्म वक्त (1965) के लिए भी जानी जाती है। फिल्म का गाना 'ए मेरी जोहरा जबीं' इतना पॉपुलर हुआ था कि आज भी लोगों की जुबान पर सुना जा सकता है। अचला ने मेरा नाम जोकर (1970), हरे रामा हरे कृष्णा (1971), दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (1995), कभी खुशी गम (2001), कल हो न हो जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। फिल्मों के साथ अचला टीवी सीरियल में भी एक्टिव रहीं।
2002 में हुईं पति की मौत
2002 में अचला के पति क्लिफर्ड डगलस पीटर्स की मौत हो गई। बाद में 12 साल तक वे पुणे स्थित पूना क्लब के पास कोणार्क एस्टेट अपार्टमेंट के दो बेडरूम फ्लैट में अकेली ही रहती थी। इस दौरान सिर्फ रात में एक अटेंडेंट वहां रहकर उनकी देखभाल करता था।
किचन में गिरने से टूटी जांघ की हड्डी
8 सितंबर 2011 को अचला किचन में गिर गई और उनकी जांघ की हड्डी टूट गई। बाद में उनके दिमाग में खून के थक्के जम गए जोकि क्वाड्रिप्लेजिया (एक तरह का लकवा) की ओर संकेत करते हैं। अचला को पूने के अस्पताल में दाखिल करवाया गया। अकेलेपन से जूझते हुए अचला की मौत हो गई।
फ्रेंड ने बॉलीवुड से जुड़े लोगों को बताया था अचला का हाल
अचला सचदेव के फैमिली फ्रेंड राजीव नंदा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने बॉलीवुड से जुड़े लोगों से संपर्क किया और अचला की हालत के बारे में बताया लेकिन कोई भी स्टार उन्हें हॉस्पिटल देखने नहीं पहुंचा।
फाउंडेशन को दान कर दिया था फ्लैट
पति की मौत के बाद अचला संगीत और मेडिटेशन में अपना ध्यान लगाती थी। 2006 में उन्होंने अपना फ़्लैट जनसेवा फाउंडेशन को दान कर दिया था। जिसके बदले में फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. विनोद शाह ने उनकी देखभाल का जिम्मा उठाया।
अचला और क्लिफर्ड डगलस पीटर्स की पहली मुलाकात पुणे में हुई थी। यश चोपड़ा ने दोनों को मिलवाया था। उस समय पीटर्स की पहली पत्नी की मौत हो चुकी थी और वहीं अचला तलाकशुदा थीं। दोनों ने शादी कर ली। पीटर्स मैकेनिकल इंजीनियर थे और भोसरी में उनकी फैक्ट्री थी।
आखिरी वक्त में बेटा भी नहीं था करीब
ज्योतिन अचला और उनके पहले पति का बेटा है जो कभी-कभी ही उनसे मिलने आता था। आखिरी समय में उनके पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वो अपना इलाज करवा सकें।