कलह-कलेश की वजह बनता है यह रंग, जानें दीवारों के लिए कौन-सा कलर है सही?

punjabkesari.in Tuesday, Sep 17, 2019 - 05:09 PM (IST)

दीवारों का रंग सिर्फ घर की खूबसूरती की ही नहीं बढ़ाता बल्कि इसका असर आपके जीवन पर भी पड़ता हैं। अगर घर की दीवारों का कलर भी वास्तु के अनुसार चुना जाए तो सुख समृद्धि बनी रहती है वहीं गलत रंग घर में कलह कलेश का कारण भी बन सकते हैं। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि वास्तु के अनुसार घर में कैसा रंग करवाना शुभ रहता है।

दिशा के हिसाब से करवाएं रंग

चूंकि हर दिशा का अपना एक खास रंग होता है इसलिए आप उसके हिसाब से भी दीवारों पर रंग करवा सकते हैं।
 
उत्तर पूर्व: हल्का नीला।
पूर्व: सफेद या हल्का नीला।
दक्षिण-पूर्व: संतरी, गुलाबी या सिल्वर रंग
उत्तर: हरा और पिस्ता ग्रीन।
उत्तर-पश्चिम: सफेद, हल्का ग्रे और क्रीम रंग
पश्चिम: नीला और सफेद
दक्षिण-पश्चिम: आड़ू रंग, गीली मिट्टी का रंग, बिस्किट कलर और लाइट ब्राउन कलर।
दक्षिण-लाल और पीला।

चलिए आपको बताते हैं कि वास्तु के हिसाब से किस कमरे में कौन-सा रंग करवाना शुभ माना जाता है...

ऐसा हो कपल बेडरूम का रंग

लाल रंग वास्तु के अनुसार काफी शुभ माना जाता है। बेडरूम में इस रंग को करवाने से पति-पत्नी में प्यार बढ़ता है लेकिन गलती से भी डाइनिंग या बच्चों के कमरे में इस रंग को ना करवाएं।

डाइनिंग में रूम में करवाएं यह रंग

डाइनिंग रूम में नीले, हरे और पीले रंग करवाना चाहिए क्योंकि यह खुशी और शांति को दर्शाते हैं। इससे आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।

कमरों में होना चाहिए ऐसा रंग

व्यक्ति अपना ज्यादा से ज्यादा समय अपने बेडरूम में बीतता है इसलिए गुलाबी, नीला, हरा, ग्रे, बैंगनी रंग करवाना सही होता है।

बच्चों के कमरे का रंग

बच्चों को देखकर खुशी का एहसास होता है। इसलिए बच्चों के कमरे में ऐसे रंग का उपयोग करें, जिससे आपको खुशी हो जैसे- नारंगी, गुलाबी, नीला, हरा।

गेस्ट या ड्राइंग रूम

घर में आए रिश्तेदारों के लिए गेस्ट या ड्राइंग रूम उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इस दिशा में अगर गेस्ट रूम है तो उसमें सफेद रंग होना चाहिए।

किचन

घर में बरकत चाहते हैं तो किचन की दीवारों पर संतरी या लाल रंग का कलर करवाएं। इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी भी आती है।

घर के बाहर का रंग

घर के बाहर का रंग सफेद, पीला, अॉफ वाइट, हल्का गुलाबी या संतरी रंग होना चाहिए। इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है।

बाथरूम का कलर 

लोग घर की हर दीवार पर तो बड़े चाव से कलर करवाते हैं लेकिन बाथरूम की तरफ ध्यान नहीं देते। मगर वास्तु के अनुसार, बाथरूम में सफेद या कोई भी लाइट कलर करवाना सही रहता है। इससे घर में सकारात्‍मक ऊर्जा का संचार होता है।

घर का हॉल

हॉल के लिए यैलो कलर चूज करें जो सकारात्‍मक ऊर्जा का संचार करता है। यह कलर खुशी का रंग माना जाता है, यहीं वजह है कि पूजा-पाठ में विशेष तौर पर पीले रंग का इस्तेमाल किया जाता है।

भूलकर भी न कराएं ये रंग

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डार्क कलर्स जैसे लाल, ब्राउन, ग्रे और काला रंग नहीं करवाना चाहिए। ये रंग अग्नि ग्रहों जैसे राहू, शनि, मंगल और सूर्य का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिससे घर की सुख-शांति बिगड़ सकती है। आमतौर पर इन रंगों की तीव्रता काफी ज्यादा होती है, जो घर के एनर्जी पैटर्न को डिस्टर्ब कर सकते हैं।

Content Writer

Anjali Rajput