आपके घर की तुलसी वास्तु के अनुसार जानिए, कहां और किस जगह पर होनी चाहिए

punjabkesari.in Friday, Sep 18, 2020 - 03:41 PM (IST)

तुलसी के गुण : तुलसी का पौधा (Tulsi Plant) तो हर घर में होती है। हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा बहुत महत्व रखता है। वहीं औषधीए गुणों से भरपूर तुलसी का पौधा सेहत के भी कई समस्याओं को दूर करता है लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि यह महिलाओं के जीवन को कैसे प्रभावित करता है। चलिए पंडित कमल नंदलाल से जानते हैं कि तुलसी का पौधा नारी के जीवन में क्या महत्व रखता है।

तुलसी क्यों है फायदेमंद

वास्तु 10 दिशाओं और 9 ग्रहों पर अधारित है। तुलसी मरकरी यानि बुध्र ग्रह को प्रभावित करती है। ऐसा इसलिए क्योंकि सिर्फ तुलसी और गंगाजल में ही मरकरी पाया जाता है। मरकरी टेम्प्रेटर को कंट्रोल करने के साथ वातावरण को भी शुद्ध करने का काम करता है।

तुलसी के प्रकार (Types Of Tulsi)

1. राम तुलसी (ब्राइट ग्रीन के पत्ते)
2. शाम तुलसी (छोटे डार्क ग्रीन कलर के पत्ते)
3. काली तुलसी (छोटे डार्क पत्ते)

आमतौर पर घरों में राम व शाम तुलसी पाई जाती है, जिसे उत्तर, उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पूर्व में रखना चहिए। वहीं काली तुलसी औषधीए के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिसे दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना सही होता है।

चलिए अब हम आपको बताते हैं कि कहां और किस जगह पर होनी चाहिए तुलसी...

तुलसी रखने की सही दिशा

तुलसी के पौधे को ना सिर्फ लक्ष्मी माता का स्वरूप माना जाता है बल्कि यह विष्णु को भी बेहद सर्वप्रिय है। वास्तु के अनुसार, इसे उत्तर, उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पूर्व में रखें। इसके अलावा तुलसी को भूलकर भी पूर्व और उत्तर-पश्चिम दिशा में ना लगाएं।

महिलाएं रोजाना दें जल

रविवार को छोड़कर महिलाओं को रोज तुलसी को जल देना चाहिए। इसके घर में सुख-संपदा, शांति बनी रहती हैं और पैसों की किल्लत भी नहीं होती।

ऐसे दें जल

तुलसी को जल देने के लिए कांसे के लौटे का इस्तेमाल करें। साथ ही महिलाएं शाम के समय तुलसी के सामने दीया जरूर लगाएं। इससे घर में सुख-शांति बनी रहेगी।

तुलसी बेडरूम में ना लगाएं

तुलसी का पौधा बहुत पवित्र होता है इसलिए इसे बेडरूम में लगाने से बचे। इससे पति-पत्नी के बीच परेशानियां आ सकती हैं।

घर में तुलसी लगाने का उचित स्थान 

इसे सनलाइट की जरूरत होती है इसलिए इसे घर के अंदर नहीं लगाना चाहिए। इसे खुले आंगन या घर की छत पर लगाना सही होता है।

Content Writer

Anjali Rajput