हर राज्य में अलग तरीके से मनाया जाता है मकर संक्रांति

punjabkesari.in Monday, Jan 14, 2019 - 06:07 PM (IST)

भारत में पूरे वर्षभर बहुत से त्योहार मनाए जाते हैं। मकर संक्रांति एक ऐसा त्योहार है जो विभिन्न राज्यों में अलग−अलग तरीकों से मनाया जाता है। इसकी यह खूबी इस त्योहार को बहुत ही विशिष्ट बना देती है। यह त्योहार पंजाब में माघी, तमिलनाडु में पोंगल, तो वहीं गुजरात में उत्तरायण के नाम से मनाए जाते है। तो चलिए जानते हैं इसे देश के विभिन्न हिस्सों में किस तरह इसे मनाया जाता है।

 

पंजाब में माघी

पंजाब ही नहीं बल्कि बिहार व तमिलनाडु में इस समय फसल काटी जाती है। किसानों के लिए यह त्योहार बहुत ही खास होता है। पंजाब में मकर संक्रांति को माघी कहा जाता है। मकर संक्रांति के दिन लोग भांगड़ा करते हैं और रेवड़ी, मूंगफली व मक्की के दाने खाते हैं।

उत्तर प्रदेश में खिचड़ी

उत्तर प्रदेश और बिहार में मकर संक्रान्ति को खिचड़ी के नाम से जाना जाता है। इस दिन से ही इलाहाबाद में माघ मेले की शुरूआत हो जाती है। इस खास दिन लोग स्नान करने जाते हैं और दान भी करते हैं। इस दिन खिचड़ी बनाई जाती है। इसका सेवन करने के साथ दान भी किया जाता है।

महाराष्ट्र में मकर सक्रांति

महाराष्ट्र में भी मकर संक्रांति के दिन दान करना अच्छा माना जाता है। हर कोई कुछ ना कुछ जरूर दान करता है। खार तौर से विवाहित महिलाएं अपनी पहली मकर संक्रांति पर कपास, तेल, नमक, गुड़, तिल, रोली आदि चीजें अन्य सुहागिन महिलाओं को दान करती हैं। यहां के लोगों का मानना है कि कर संक्रान्ति से सूर्य की गति तिल−तिल बढ़ती है इसलिए लोग इस दिन एक दूसरे को तिल गुड़ बांटते हैं।

राजस्थान में मकर संक्रांति 

जस्थान में मकर संक्रांति सुहागनों के लिए बहुत महत्व रखता है। इस दिन सभी सुहागन महिलाएं अपनी सास को वायना देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करती हैं। साथ ही इस दिन महिलाएं किसी भी सौभाग्यसूचक वस्तु को चौदह की संख्या में पूजन व संकल्प करती हैं। फिर इसे 14 ब्राह्मणों को दान देने की प्रथा निभाती हैं।

 

पश्चिम बंगाल में गंगासागर मेला

पश्चिम बंगाल में इस दिन गंगासागर मेले के नाम से धार्मिक मेला लगता है। वहां के सब लोग इस संगम में स्नान करते हैं। कहा जाता है कि मकर संक्रांति के दिन ही गंगाजी भगीरथ के पीछे−पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होकर सागर में जा मिली थीं और इसलिए मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन अगर इस संगम में डुबकी लगाई जाए तो इससे सारे पाप धुल जाते हैं। इसके साथ यहां पर तिल का दान किया जाता है।

गुजरात में उत्तरायण

गुजरात में मकर संक्रांति को उत्तरायण कहा जाता है। यहां पर इस त्योहार पर पतंग उडाने की प्रथा है इसलिए यहां पर पंतगोत्सव का भी आयेाजन किया जाता है। गुजरात के लोग इसे बहुत शुभ दिन मानते हैं।

कर्नाटक में मकर सक्रांति

कर्नाटक में मकर−सक्रांति को फसल के त्योहार के रूप में मनाया जाता है। लोग अपने बैलों और गायों का बहुत अच्छे से सजाकर शोभा यात्रा निकालते हैं। नए कपड़े पहनते हैं। एक दूसरे को ईख, सूखा नारियल और भुने चने देते हैं। इस दिन पंतगबाजी का खूब आनंद लिया जाता है। 

उत्तराखंड में मकर सक्रांति

उत्तराखंड में यह त्योहार बहुत घूम-धाम से मनाया जाता है। कई जगहों पर मेले लगाए जाते हैं। लोग गंगा स्नान करते हैं।तिल के मिष्ठान आदि को ब्राह्मणों व पूज्य व्यक्तियों को दान करते हैं।

तमिलनाडु में पोंगल 

तमिलनाडु में मकर−सक्रांति को पोंगल के नाम पर जाना जाता है। यहां पर इसे बहुत अलग तरीके से मनाया जाता है। पोंगल मनाने के लिए सबसे पहले स्नान करके खुले आंगन में मिट्टी के बर्तन में खीर बनाई जाती है, जिसे पोंगल कहा जाता है। इसके बाद सूर्य देव की पूजा की जाती है और अंत में उसी खीर को प्रसाद के रूप खाया जाता है। इसे चार दिन तक मनाया जाता है। पहले दिन भोगी−पोंगल, दूसरे दिन सूर्य−पोंगल, तीसरे दिन मट्टू−पोंगल अथवा केनू−पोंगल, चौथे व अंतिम दिन कन्या−पोंगल मनाया जाता है।

 

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Vandana