3 बच्चों को खो कर भी नहीं छोड़ी हिम्मत, दुख भुलाने के लिए लंबी साइकिल यात्रा पर निकली  85 साल की महिला

punjabkesari.in Thursday, Oct 12, 2023 - 12:10 PM (IST)

स्कॉटलैंड के गैलोवे क्षेत्र की एक बुजुर्ग महिला साइकिल चलाकर सभी को हैरान कर रही है।  85 वर्षीय मेविस पैटर्सन अपने तीन बच्चों की मृत्यु से उबरने के लिए साइकिल चला रही है। उसने हाल ही में स्कॉटलैंड भर में 1,609 किमी की पैडलिंग पूरी कर ली है, ऐसे में लोग उनकी हिम्मत को सलाम कर रहे हैं। 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Granny Mave (Mavis Paterson) (@maviscycle)

 

 

बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार पैटरसन ने 2012 में अपने बेटे सैंडी को दिल का दौरा पड़ने से खो दिया, उनकी बेटी केटी ने 2013 में वायरल निमोनिया से दम तोड़ दिया और उनके बेटे बॉब की 2016 में एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई। उस समय उनके सभी बच्चे 40 वर्ष के थे। अब वह बच्चों की याद में साइकिल चला रही है।  केटी कहती हैं कि साइकिल चलाते वक्त वह बच्चों को खोने के उन कठिन क्षण और  मैकमिलन कैंसर सपोर्ट के बारे में सोचती है। 


पैटर्सन ने अपनी एक इंटरव्यू में कहा-, "अगर मेरे पास अपनी साइकिल नहीं होती तो मुझे नहीं लगता बच्चों को खाेने के बाद मैं जी पाती। उन्होंने कहा-  “अपने पूरे परिवार को खोना, यह बिल्कुल अविश्वसनीय है। मेरी बेटी ने एक बार कहा था-  मां, एक बच्चे को खोने की कल्पना करो। उस समय मैंने कहा था कि मैं ये कल्पना भी नहीं कर सकती, पर देखते ही देखते मेरा सब कुछ चला गया। 

 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Granny Mave (Mavis Paterson) (@maviscycle)

अपने साइकिलिंग के लिए, पैटर्सन जल्दी उठती थीं और हर दिन 80 किमी तक की दूरी तय करती थीं। इस शारीरिक रूप से कठिन यात्रा के दौरान, उन्होंने ब्रिटिश-आधारित चैरिटी मैकमिलन कैंसर सपोर्ट के लिए धन भी जुटाया है। दिल दहला देने वाली त्रासदी का सामना करने के बावजूद पैटर्सन को चुनौतियां लेना पसंद है। उनके परिवार में उनके तीन बड़े पोते-पोतियां हैं।


केटी का कहना है कि वह चुनौतियों से भागने की बजाय उसका सामना करके खुश है। अपनी पूरी यात्रा के दौरान पैटरसन को साथी साइकिल चालकों से समर्थन मिला, जो उसकी सवारी के कुछ हिस्सों में उसके साथ शामिल हुए, उसका साथ दिया और उसे प्रोत्साहित किया। जब वह 1,609 किमी की दूरी पूरी करने वाली थी, तो उसका हौसला बढ़ाने के लिए भीड़ पहले से ही मौजूद थी। उन्होंने अपनी उपलब्धि का जश्न पोते के साथ मनाया। 

Content Writer

vasudha