Women Health: 70% महिलाएं PCOS की शिकार, बांझ बना देती है 8 संकेतों की अनदेखी

punjabkesari.in Monday, Mar 11, 2019 - 02:16 PM (IST)

PCOS यानि पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम, यह महिलाओं को होने वाला एक रोग है, जिसकी वजह से महिलाओं को अनियमित पीरियड्स और प्रेग्नेंसी में आने वाली परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर इसको लंबे समय तक अनदेखा कर दिया जाए तो यह पेट के कैंसर और ओवरी में अल्सर जैसी बीमारियों को भी न्यौता देता है। महिलाओं के लिए इस बीमारी के लक्षण पहचान कर इलाज करना बहुत जरूरी है। ज्यादातर लक्षणों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। चलिए आपको इस बीमारी के कुछ सामान्य लक्षण बताते हैं, जिसे पहचानकर आप समय रहते इलाज करवा सकती हैं।

 

क्या है PCOS?

PCOD और PCOS, इस परेशानी में ओवरी बड़ी हो जाती है और फॉलिकल सिस्ट बहुत छोटा हो जाता है।हार्मोनल इमबैलेंस के चलते,  ओवलुशन की प्रक्रिया पर असर पड़ता है। पहले PCOD और भी अनदेखी करने पर समस्या बढ़ने पर यह परेशानी PCOS में बदल जाती है। इसका कारण काफी हद तक तनाव और गलत खान-पान है।

70 प्रतिशत शिकार, 50 प्रतिशत औरतें अंजान

वैसे तो यह बेहद आम बीमारी है लेकिन अनदेखी और जागरूकता की कमी के कारण इसका खतरा ज्यादा बढ़ रहा है। इस गुप्त बीमारी से 50 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं अंजान रहती हैं। वहीं 70 प्रतिशत महिलाओं में यह बीमारी दिखाई देती है लेकिन वह इसे अनदेखा कर देती हैं।

 

20-30 साल की उम्र में खतरा 

डॉक्टर्स के मुताबिक, यह बीमारी पहले 20 से 30 साल उम्र की लड़कियों/ महिलाओं को ज्यादा हुआ करती थी, लेकिन पिछले दस सालों में टीनएज ग्रुप (15-19 साल) भी इसकी चपेट में आ गया है। इसके बाद 40 साल के ऊपर की महिलाएं, जिनको मेनोपॉज की गुंजाइश होती है, वे इस बीमारी से प्रभावित होती हैं।

 

बीमारी के लक्षण

अनियमित पीरियड्स

पीसीओएस वाली महिलाओं में एण्ड्रोजन का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है, जिससे अंडाशय धीमी गति से काम करने लगता है। इसके कारण महिलाओं को पीरियड्स देर से आते हैं। ऐसे में अगर आपको भी अनियमित पीरियड्स की समस्या है तुरंत चेकअप करवाएं।

गर्भधारण करने में मुश्किल

यह महिलाओं में बांझपन के प्रमुख कारणों में से एक है। दरअसल, पीसीओएस एक हार्मोनल विकार है, जो महिला के अंडाशय को प्रभावित करता है। इसमें महिला का अंडा समय पर बनकर फूट नहीं पाता, जिससे गर्भधारण करना मुश्किल होती है।

 

अनचाहे बालों की समस्या

महिलाओं में यह समस्या होने पर उनके शरीर पर पुरुषों की तरह बाल उगने लगते हैं जैसे कि चेहरे, छाती, पीठ और पेट पर बाल आना। सामान्य रूप से महिलाओं के इन जगहों पर बाल नहीं होते हैं या एकदम बारीक होते हैं लेकिन PCOS के कारण महिलाओं के इन अंगों पर भी बाल उगने लगते हैं।

 

मुंहासे और त्वचा की अन्य समस्याएं

अक्सर महिलाओं को लगता है कि मुंहासे और त्वचा की अन्य समस्याएं का कारण गलत प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल है लेकिन इसका एक कारण PCOS भी है। दरअसल इसके कारण त्वचा में एण्ड्रोजन का स्तर बढ़ जाता है। इससे स्किन ऑयली हो जाती है, जिससे बार-बार मुहांसे होने लगते हैं। अगर आपके चेहरे पर भी बार-बार पिंपल्स, मुहांसे या कोई और स्किन प्रॉब्लम हो रही है तो डॉक्टर से सलाह लें।

लगातार वजन बढ़ना

पीसीओडी के चलते कई महिलाओं में वजन बढ़ने की शिकायत भी हो जाती है। इतना ही नहीं, इस बीमारी में वजन घटाना बहुत बड़ा टास्क होता है। वहीं इस परेशानी में पेट के निचले हिस्से में भारीपन महसूस होना, दर्द होना और भूख ना लगना जैसे लक्षण भी दिखते हैं।

 

स्लीप एप्निया

PCOS का एक लक्षण स्लीप एप्निया भी है। यह एक गंभीर नींद विकार है, जिसमें नींद के दौरान व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है। इसमें पूरी रात की नींद के बाद भी थका हुआ महसूस करते हैं। साथ ही स्लीप एपनिया से उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, मोटापा और मूड स्विंग्स  समस्याएं भी हो सकती हैं।

 

अंडाशय में गांठ (ओवेरियन सिस्ट)

पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम में अंडाशय में अधिक संख्या में छोटे छोटे सिस्ट बनने लगते हैं, जिस वजह से अंडाशय बढ़ जाता है। यदि इसका उपचार ना किया जाए तो यह बांझपन कारण भी बन सकता है।

 

डिप्रेशन

पीसीओएस से ग्रस्त महिलाओं में अवसाद, तनाव, टेंशन में रहना जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं। पीसीओएस एक तनावपूर्ण स्थिति है, जिसमें महिलाओं को मानसिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है।




अच्छी डाइट और एक्सरसाइज है पहला इलाज

पीसीओएस की समस्या दूर रखने का सबसे पहला इलाज हैं अपनी डाइट सही रखना। भरपूर पानी का सेवन करना। इसके अलावा हलकी-फुल्की एक्सरसाइज को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।

 

Content Writer

Anjali Rajput