Parents'' Day: बेहतर इंसान बनाने के लिए बच्चे को जरूर सिखाएं ये 8 अच्छी आदतें

punjabkesari.in Saturday, Jun 01, 2019 - 03:23 PM (IST)

हर साल का एक दिन यानी 1 जून पेरेंट्स को समर्पित होता है। यह दिन 'ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स' के रूप में पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की पीछे का संदेश यही है कि बच्चों के विकास व परवरिश में सबसे बड़ा योगदान पेरेंस का होता है। माता-पिता हमेशा उनके भविष्य को लेकर चिंतित रहते है। हर मां-बाप अपने बच्ची की अच्छी परवरिश करते हैं, ताकि बड़ा होकर उनका बच्चा एक बेहतर इंसान बने सकें और अपने बड़े-बुजुर्गों का सम्मान करें। इसके लिए बच्चे में अच्छी आदतों का होना बहुत जरूरी है क्योंकि ये आदतें ही आपके बच्चों को आगे चलकर परफैक्ट इंसान बनाती हैं। पेरेंट्स की जिम्मेदारी होती है कि वो अपने बच्चों को बचपन से ही अच्छी आदतें सिखाएं।

 

सही और गलत में फर्क बताएं 

बच्चों को सही और गलत में फर्क करना जरूर सिखाएं, तभी उनमें फैसला लेने का हौसला बढ़ेगा। अगर बच्ची सही गलत में अंतर करना सीख जाएगा तो वह कभी भी गलत का साथ नहीं देगा।

बड़ों से बात करना सिखाएं

अपने बच्चों को बड़ों का आदर करना सबसे पहले सिखाएं। उन्हें यह सिखाएं कि बड़ों से शिष्टाचार में रहकर बात करना और उनका सम्मान करना बेहद जरूरी है।

 

शेयरिंग करना सिखाएं

सिंगल होने के कारण आजकल बच्चों में शेयरिंग करने की आदत नहीं रही है। शुरू से ही उसमें दूसरों के साथ चीजें शेयर करने की आदत डालें। इससे रिस्ते में मजबूती आती है। बच्चा दूसरों की भावनाओं और जरूरतों का भी ख्याल रखना सीख जाता है।

मदद करना बताएं

अगर कोई मुसीबत में हो या किसी को आपकी जरूरत हो तो ऐसी स्थिति में बच्चे को दूसरों की मदद करना जरूर सिखाएं। ना केवल परिचितों की बल्कि उसे अंजान लोगों की मदद के लिए भी प्रेरित करें।

 

थैंक्यू और सॉरी कहना सिखाएं

बच्चे को थैंक्यू और सॉरी बोलना जरूर सिखाएं। इससे बच्चे में दूसरों के प्रति सम्मान की भावना विकसित होती है।

 

बड़ों की बात मानना सिखाएं

बच्चों को बड़ों की बात मानना भी सिखाएं। उनके दिमाग में इस बात को बैठाएं कि जो आपसे बड़े हैं वे हमेशा आपके भले के लिए ही आपको कुछ बोलते या समझाते हैं।

ईमानदारी का सबक भी बताएं

अपने बच्चों को ईमानदारी का सबक जरूर सिखाएं। उनके अंदर ईमानदारी की आदत डालें क्योंकि अगर आपका बच्चा ईमानदार होगा तो वह कभी झूठ नहीं बोलेगा और ना ही कभी कोई गलत काम करेगा।

 

प्रार्थना करना भी जरूरी 

बच्चों को हमेशा प्रार्थना करना सिखाएं क्योंकि इससे उनके अंदर एक पॉजिटिव एनर्जी प्रवाहित होगी और वह जीवन को सकारात्मक रूप से देखने लगेगा।


 

Content Writer

Sunita Rajput