Salute! गांव के लोगों के लिए पार करती है जंगल का रास्ता, बांटती है मुफ्त दवाइयां
punjabkesari.in Tuesday, Jul 28, 2020 - 02:27 PM (IST)
कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है। इस वायरस के डर के कारण लोग अपने घरों में ही रह रहे हैं ताकि वो इस वायरस से बच पाए लेकिन इस बीच हमारे कोरोना वॉरिर्यस लगातार काम पर लगे हैं और बिना अपनी परवाह किए वह रोज दिन रात ड्यूटी दे रहे हैं। कोरोना काल में जहां लोग घरों से बाहर जाने के लिए बचाव कर रहे हैं वहीं इस बीच लोगों की मदद के लिए और उनके इलाज के लिए 55 साल की नर्स मुदगली तिर्की पिछले 10 सालों से लोगों की मदद के लिए आगे आई है।
गाव वालों के लिए मसीहा बनी नर्स मुदगली तिर्की छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सूर गांव के लोगों की लगातार मदद कर रही हैं और उन्हें जरूरत की सेवाएं प्रदान कर रही हैं। गांव रिमोट एरिया में है। इसके लिए वो जंगल का रास्ता पार कर उनकी मदद करने पहुंचती हैं।
10 सालों से कर रही लोगों की मदद
पिछले 10 सालों से लगातार लोगों की मदद कर रही यह नर्स न ही कभी रूकी और न ही कभी थकी। वह जंगल का रास्ता पार कर लोगों को हर वो जरूरत का सामान देती है जिनकी उन्हें जरूरत होती है जैसे कि दवाईयां और अन्य चीजें।
मुश्किलों से पार करती है रास्ता
महिला नर्स के लिए गांव जाना किसी खतरे से कम नहीं हैं क्योंकि वहां जाने के लिए उसे काफी मुश्किलें से रास्ता पार करना पड़ता है। घने जंगल को पार करना इतना आसान नहीं है लेकिन नर्स मुदगली तिर्की के कदम नहीं रूके और वह इन मुश्किलों का सामना करके भी लोगों की मदद के लिए जाती है।
कोरोना काल में भी नहीं रूकी
महिला नर्स के कदम कोरोना काल में भी नही रूके और वह इस दौरान भी जरूरतमंदों को सेवा प्रदान करती रही। जरूरी चीजों के साथ साथ वह बच्चों के लिए दवाएं भी लेकर जाती है साथ ही वह उनके लिए खाने के लिए दलिया और सूजी भी लेकर जाती है। रास्ता मुश्किल होने के कारण वह अपने साथ पुरूष कर्मचारी भी ले जाती है ताकि रास्ते में कोई दिक्कत न हो।
कईं महिलाओं की करवा चुकी है डिलवरी
बच्चों को दवाईयां और जरूरत का सामान पहुंचाने तक ही नहीं बल्कि महिला नर्स तो कईं बार गांव के बीमार लोगों को अस्पताल भी लेजा चुकी है। उन्होंने बहुत बार गांव की महिलाओं की डिलवरी भी करवाई है।
हम नर्स मुदगली तिर्की के इस ज्जबे को सलाम करते हैं।