ट्रांसजेंडर्स कम्यूनिटी के ऐसे 5 चेहरे जिन्होंने कायम की मिसाल

punjabkesari.in Wednesday, Nov 21, 2018 - 04:45 PM (IST)

दुनिया से लड़कर खुद की अलग पहचान बनाना कोई आसान काम नहीं है। अगर बात ट्रांसजेडर की हो तो उन्हें दुनिया के साथ-साथ अपने घरवालों का सामना भी करना पड़ता है। बावजूद इसके ट्रांसजेंडर्स कम्यूनिटी में ऐसे कई चेहरे हैं, जिन्होंने अपनी खुद की पहचान बनाकर दुनिया के सामने मिसाल कायम की। चलिए जानते हैं ट्रांसजेंडर्स कम्यूनिटी के कुछ ऐसे ही फेमस सितारों से, जो दुनियाभर के लिए मिसाल है।

 

कॉन्स्टेबल गंगा कुमारी

ट्रांसजेंडर गंगा कुमारी को राजस्थान पुलिस में बतौर कॉन्स्टेबल भर्ती हुए लगभग एक साल हो गए हैं लेकिन इस पद को पाने के लिए उन्हें लंबी लड़ाई कानूनी पड़ी। परीक्षा देने के बाद सरकार ने 208 में से 207 पदों पर नियुक्ति दे दी लेकिन गंगा को सिर्फ ट्रांसजेंडर होने के चलते रोक दिया गया लेकिन उन्होंने हिम्मत ना हारते हुए अपनी इस पद को हासिल कर ही लिया।

एक्ट्रेस अंजलि अमीर

कोझिकोड से ताल्लुक रखने वाली अंजलि अमीर एक मलायलम एक्ट्रेस हैं। वह पहली ट्रांसजेंडर एक्ट्रेस हैं। उन्होंने ने बताया कि वह हमेशा से एक्टर बनना चाहती थी। 20 साल की उम्र में उन्होंने सेक्स चेंज सर्जरी करवाई और फिर मॉडलिंग करनी शुरू की। इस दौरान उन्होंने एक टीवी शो भी किया लेकिन जब यह बात ओपन हुई तो उन्हें शो से निकाल दिया गया। इसके बाद ममूती सर ने उन्हें अपनी फिल्म में काम करने का मौका दिया और आज वह बतौर मलायलम एक्ट्रेस मशहूर हैं।

जारा शेख (MNC में जॉब करने वाली पहली ट्रांसजेंडर)

तिरुवनंतपुरम की रहने वाली ट्रांसजेंडर जारा शेख MNC में जॉब करने वाली पहली ट्रांसजेंडर है। उन्होंने हाल ही में टैक्नोपार्क में यूएसटी ग्लोबल कंपनी के ह्यूमन रिसोर्स डिपार्टमेंट में बतौर सीनियर एसोशिएट जॉइन किया है। केरल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट जारा का कहना है कि मल्टीनेशनल कंपनी में काम करना उनके लिए किसी सपने से कम नहीं है। इससे पहले वह अबु धाबी और चेन्नई की कई कंपनियों में काम कर चुकी हैं।

जोइता मंडल (देश की पहली ट्रांसजेंडर जज)

जोइता मंडल देश की पहली ट्रांसजेंडर जज है। उन्होंने बताया कि इसकी वजह से उन्हें स्कूल में काफी चिढ़ाया जाता था, जिसके कारण उन्होंने पहले स्कूल फिर 2009 में अपना घर भी छोड़ दिया। इतना ही नहीं, पैसों के लिए उन्होंने भीख भी मांगी लेकिन बावजूद इसके उन्होंने कभी हार नहीं मानी और आज वह देश की पहली ट्रांसजेंडर जज हैं। जोइता लोक अदालत में तीन जज की बेंच बैठती हैं, जिसमें एक वरिष्ठ जज, एक वकील और एक सोशल वर्कर शामिल हैं।

गौरी सावंत (ट्रांसजेंडर सोशल एक्टिविस्ट)

37 वर्षीय ट्रांसजेंडर गौरी का जन्म मुंबई दादर के एक मराठा परिवार में हुआ है। उनके माता-पिता ने उन्हें गणेश नंदन नाम दिया था। नवह अपने पिता से इस बारे में बात करने से डरती थी, जिसकी वजह से उन्होंने अपना घर छोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने घर से भागे हुए ट्रांसजेंडर के लिए मलाड के मलवाणी में 'सखी चार चौघी' नाम से आश्रय स्थल शुरू किया। गौरी सावंत पिछले 17 सालों से ट्रांसजेंरर्स की समस्याओं को लेकर काम कर रही हैं।

Content Writer

Anjali Rajput