कैलास से त्रिकुटा पर्वत तक भारत के 5 पवित्र पहाड़, जहां बसती है आस्था और शक्ति!

punjabkesari.in Saturday, Dec 13, 2025 - 06:01 PM (IST)

नारी डेस्क : भारत में कई ऐसे पर्वत हैं जो सिर्फ ऊंचाई और भौगोलिक महत्व के लिए नहीं, बल्कि भक्ति और आस्था के प्रतीक माने जाते हैं। ये पर्वत मात्र चट्टानें नहीं हैं, बल्कि जीवंत धार्मिक अनुभव और शक्ति का केंद्र हैं। आइए जानते हैं भारत के पांच प्रमुख पवित्र पर्वतों के बारे में।

कैलास पर्वत, तिब्बत

कैलास पर्वत न केवल ऊंचा और कठिन चढ़ाई वाला है, बल्कि इसे भगवान शिव का निवास स्थान माना जाता है। इस पर्वत पर आज तक कोई नहीं चढ़ा। यहां की परिक्रमा, जिसे कोरा रस्म कहते हैं, लगभग 52 किलोमीटर लंबी है और तीर्थयात्री इसे करते हैं।

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गोवर्धन पर्वत, वृंदावन, उत्तर प्रदेश

गोवर्धन पर्वत छोटा और साधारण दिखता है, लेकिन इसके पीछे महात्म्य और पौराणिक कथाएं समाहित हैं। भगवान कृष्ण ने इंद्र के क्रोध से ब्रजवासियों की रक्षा करने के लिए इसे अपनी उंगली पर उठाया था। आज भी भक्त यहां नंगे पैर परिक्रमा करते हैं।

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त्रिकुटा पर्वत, कटरा, जम्मू

त्रिकुटा पर्वत पर मां वैष्णो देवी सहित कई देवी-देवता विराजमान हैं। भक्त यहां 12 किलोमीटर की कठिन चढ़ाई करके माता के दर्शन करते हैं। यह पर्वत आस्था और भक्ति का जीवंत उदाहरण है।

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पार्वती घाटी, हिमाचल प्रदेश

यह घाटी भगवान शिव के ध्यान और साधना का प्रसिद्ध स्थल है। पार्वती घाटी अपनी शांति और सौम्यता के लिए जानी जाती है और यहां ध्यान व मेडिटेशन करने वाले साधक लंबे समय तक प्रवास करते हैं।

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अरुणाचला पर्वत, तिरुवनमलाई, तमिलनाडु

अरुणाचला पर्वत को शिव का प्रतीक नहीं बल्कि स्वयं शिव माना जाता है। यहां संत जैसे रमण महर्षि ने ध्यान किया। तीर्थयात्री यहां परिक्रमा करते हुए शिव की शक्तियों का अनुभव करते हैं।

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ये पांच पर्वत केवल भौगोलिक स्थल नहीं हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था के जीवंत प्रतीक हैं। हर पर्वत अपनी कहानी, शक्ति और अनुभव के लिए विशेष महत्व रखता है।
 


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Monika

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