Women Health: ऐसे 5 फूड्स जो ओवेरियन कैंसर से करेंगे बचाव

punjabkesari.in Sunday, Dec 22, 2019 - 12:12 PM (IST)

ओवरी कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन 40 की उम्र के बाद महिलाओं में इसका खतरा बढ़ जाता है। 60% महिलाओं को इस बीमारी की जानकारी एडवांस स्टेज में होती है और समय रहते इलाज ना मिल पाने के कारण यह जानलेवा बन जाती है।

 

क्या है ओवरी कैंसर?

गर्भाश्य के आस-पास मौजूद दो छोटे अंगों को ओवरी या अंडाशय कहते हैं, जो प्रेगनेंसी में अहम भूमिका निभाते हैं। यह कई कोशिकाओं से घिरी होती है, जो ओवरी में किसी तरह का विकार या घाव होने पर फैलने लगती हैं और ट्यूमर या कैंसर का रूप ले लेती है।

किन महिलाओं को अधिक खतरा

फैमिली हिस्ट्री, बढ़ती उम्र, प्रजनन हिस्ट्री (Reproductive History), मोटापे, फर्टिलिटी का लंबा ट्रीटमेंट, बच्चा न होना, हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी या एंडोमेट्रियोसिस का निदान करने वाली महिलाओं में इसका खतरा ज्यादा होता है। वहीं 40 साल की उम्र से पहले स्तन कैंसर होने पर भी इसका खतरा बढ़ जाता है।

ओवरी कैंसर के लक्षण

अगर समय रहते इसका उपचार किया जाए तो 94% चांसेस हैं कि कम से कम 5 सालों तक स्वस्थ जीवित व्यतीत करे लेकिन इसके लिए सबसे जरूरी है लक्षणों को पहचानना।

. पेट व योनि में असहनीय दर्द होना
. पेट में मरोड़, गैस, सूजन या कब्ज रहना। 
. अनियमित पूरियड्स
. भोजन का स्वाद ना आना
. बार-बार पेशाब आना
. थके-थके रहना
. पीठ में दर्द रहना।
. अचानक वजन बढ़ना या कम होना।
. वैजाइना से ब्लड डिस्चार्ज

अच्‍छी बात यह है कि, ओवेरियन कैंसर के लिए कुछ घरेलू तरीके हैं जो इससे बचाने में काफी मददगार होते हैं। चलिए अब हम आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताते हैं, जिससे आप ओवरी कैंसर के खतरे से बच सकते हैं।

मशरूम

मशरूम में लेंटिनन नामक एक सक्रिय घटक होता है, जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है। आप मशरूम की सब्‍जी या इसे उबालकर भी खा सकती हैं।

सोया उत्‍पाद

सोया उत्पाद में मौजूद आइसोफ्लेवोन्स कैंसर व ट्यूमर से बचाने में मदद करता है। इसके लिए आप दूध, पनीर, दही, तेल, सोयाबीन, सोया स्‍प्राउट्स खाएं।

पेपरमिंट चाय

रोजाना 1 कप पेपरमिंट यानि पुदीने की चाय भी कैंसर के खतरे को कम करती हैं। साथ ही इससे आप अन्य हेल्थ प्रॉब्लम्स से भी बची रहती हैं।

लाल प्याज

इसमें क्वेरसेटिन, एपिगेनिन और एंथोकायनिन जैसे कैंसर-रोधी तत्व होते हैं जो सिर्फ ओवरीयन ही नहीं बल्कि अन्य कैंसर के खतरे को भी कम करते हैं।

अदरक

औषधीए गुणों से भरपूर अदरक भी कैंसररोधी फूड्स में से एक हैं। इसमें जिंजरोल, जिंजेरोन और शोगोल जैसे सक्रिय यौगिक होते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं को दबाकर उन्हें बढ़ने से रोकते हैं।

अब जानिए कुछ घरेलू उपचार...

1. रिसर्च के अनुसार, रोजाना अदरक का सेवन ओवेरियन कैंसर को जड़ से खत्म कर देता है। आप इसका काढ़ा भी पी सकती हैं।
2. अजवायन तेल फेफड़े, डिम्बग्रंथि, ओवेरियन और स्तन कैंसर की कोशिकाओं को मारने में मदद करता है।
3. अलसी के बीजों में मौजूद फाइबर कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद करता हैं। इस तेल की कुछ बूंदे दूध में डालकर पीने से भी कैंसर का खतरा कम होता है।

इन बातों का रखें खास ख्याल

- 30 की उम्र के बाद रेगुलर कैंसर की जांच करवाएं।
- समय-समय पर कैल्शियम टेस्ट करवाती रहें।
- ट्यूबल लिगेशन और हिस्टेरेकटॉमी करवाने से बचें।
- गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक सेवन ना करें।
- मोटापे पर कंट्रोल
- रोजानां व्यायाम करें।
- हैल्दी भोजन व लिक्विड डाइट लें, ताकि बॉडी डिटॉक्स होती रहे।

याद रखें ओवरी कैंसर से तभी बचा जा सकता है जब इसका पता समय पर चल जाए इसलिए समय-समय पर चेकअप करवाती रहें, ताकि समय रहते इस गंभीर बीमारी का इलाज शुरू किया जा सके।

Content Writer

Anjali Rajput