नवजात शिशु की इम्युनिटी बढ़ाने के 5 बेस्ट तरीके

punjabkesari.in Wednesday, Jun 03, 2020 - 02:44 PM (IST)

कोरोना वायरस का जितना खतरा बड़ों व बुजुर्गों को है उससे कहीं ज्यादा नवजात शिशुओं को है। दरअसल, नवजात शिशुओं का इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, जिससे वह जल्दी जुकाम, बुखार, सर्दी और वायरल बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। इसलिए उन्हें कोरोना का खतरा भी अधिक होता है। ऐसे में आज हम आपको टिप्स देंगे, जो शिशु की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करेंगे।

जन्म के बाद विकसित होती है शिशु की इम्यूनिटी

गर्भ में शिशु का इम्यून सिस्टम विकसित नहीं होता इसलिए वहां मां की इम्यूनिटी शिशु की रक्षा करती है। जब शिशु गर्भ से बाहर आता है, तो उसका शरीर इम्यून सिस्टम विकसित करना शुरू करता है लेकिन इसमें आमतौर पर 3-4 साल लग जाते हैं इसलिए इस दौरान उन्हें खास देखभाल की जरूरत होती है।

किन बच्चों को होती है ज्यादा जरूरत?

इम्यूनिटी बूस्ट करने की जरूरत उन बच्चों को ज्यादा होती है, जो जन्म से कमजोर या 8 महीने से पहले पैदा होते हैं। इसके अलावा जो शिशु जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं उनकी इम्यूनिटी भी कमजोर होती है।

6 माह तक सिर्फ मां का दूध पिलाएं

मां का दूध शिशु के लिए अमृत समान होता है। इसमें वो सभी जरूरी तत्व होते हैं, जो शिशु को बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं। इसलिए जन्म के बाद शिशु को मां का गाढ़ा-पीला दूध जरूर पिलाएं। इसके अलावा शिशु को 4-6 माह की उम्र तक सिर्फ मां का ही दूध पिलाएं।

6 माह बाद खिलाएं ये आहार

शिशु के इम्यून सिस्टम को मजबूती देने के लिए 6 माह बाद ठोस आहार देना शुरू करें। उन्हें टॉफी, बिस्किुट, पफ्स, चिप्स की बजाए उबली हुई सब्जियां, गाढ़ी दाल, फलों या भीगे नट्स पीसकर खिलाएं। ये शिशु के इम्यून सिस्टम को मजबूती बनाएंगे।

थोड़ा धूप में ले जाएं

नवजात को रोजाना थोड़ी देर हल्की धूप में लेकर जाएं। इससे विटामिन डी मिलता है, जो इम्यून सिस्टम मजबूत बनाने के साथ शिशु को जुकाम, खांसी बुखार जैसी वायरल बीमारियों से भी बचाता है।

भरपूर नींद भी है जरूरी

शिशु के लिए रोजाना कम से कम 16 घंटे की नींद जरूरी है। इसके लिए बच्चों को शांत कमरे, फर वाले मुलायम बिस्तर पर सुलाएं, ताकि उन्हें अच्छी और गहरी नींद आए।

मालिश करें

सुबह हल्की धूप में लिटाकर शिशु की मालिश करें। इससे शिशु की हड्डियां मजबूत होगी और इम्यून सिस्टम भी अच्छी तरह विकसिता होगा। इसके अलावा इससे उन्हें नींद भी अच्छी आएगी।

एक्सरसाइज करवाएं

मालिश करते समय शिशु के अंगों को हिलाकर हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करवाते रहें, ताकि शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी बनी रहे। मगर, शिशु के अंगों को बहुत अधिक झटका न दें, इससे उनकी हड्डियां या मांसपेशियां खिंच सकती हैं।

Content Writer

Anjali Rajput