भारत में 447 लोगों में दिखें कोरोना वैक्सीन के साइड-इफैक्ट, 3 अस्पताल में भर्ती

punjabkesari.in Thursday, Jan 21, 2021 - 09:58 AM (IST)

कोरोना के खिलाफ जंग जीतने के लिए भारत में 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान शुरू किया जा चुका है। कोरोना वैक्सीन के पहले चरण में 30 मिलियन कोरोना वारियर्स को पहला टीका लगाया जा रहा है लेकिन इस अभियान के बीच में कुछ परेशान करने वाली खबरें भी आ रही हैं। दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना वैक्सीन से अब तक कुल 447 लोगों में गंभीर साइड-इफैक्ट दिखें है, जिनमें से 3 को अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।

कोरोना वैक्सीन से दिख रहे साइड-इफैक्ट

जहां टीकाकरण से दिल्ली के 2 स्वास्थ्य कर्मचारी में साइड-इफैक्ट दिखे नहीं कुछ स्वास्थ्य कर्मचारियों को एलर्जी की शिकायत हुई जबकि अन्य ने कहा कि टीका लगाए जाने के बाद वे घबराहट महसूस कर रहे थे। दिल्ली में, 52 स्वास्थ्य कर्मचारियों में से एक को AEFI केंद्र में भर्ती होना पड़ा।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, देश भर में अब तक करीब 3,81,305 स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन दी जा चुकी है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 16 जनवरी को 51 स्वास्थ्य कर्मियों के कोरोना टीकाकरण के बाद कुछ कठिनाई हुई जबकि एक मामला अधिक गंभीर दिखाई दिया।

कोविशील्ड से वार्ड ब्वॉय की मौत

यही नहीं, कर्नाटक में 2 दिन पहले वैक्सीन लगाए जाने के बाद 43 वर्षीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह अस्पताल के एक वार्ड ब्वॉय था, जो कोविशील्ड दिए जाने के 30 घंटे बाद मर गया। बता दें कि इससे पहले भी फाइजर की कोरोना वैक्सीन लेने के बाद 32 वर्षिय डॉक्‍टर कार्ला सेसेलिया पेरेज को लकवा मार गया था। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने बताया कि वैक्‍सीन के आधे घंटे में ही डॉक्‍टर कार्ला को शरीर में चकत्ते पड़ना, ऐंठन, कमजोरी और सांस लेने में दिक्‍कत शुरू हो गई थी।

कोविशील्ड टीके से संबंधित क्या जोखिम हैं?

- इंजेक्शन वाले स्थान पर दबाने से दर्द व गांठ बनना, गर्माहट, लालपन, खुजली, सूजन या घाव हो सकता है। 
- इससे अलावा इससे थकावट, कमजोरी, हल्का बुखार, सिरदर्द, मतली, जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द की समस्या भी हो सकती है।
- जिन लोगों को पहले से माइग्रेन है उन्हें वैक्सीन ना लगवाने की सलाह दी जा रही है।

ध्यान दें कि अगर आपको भी इंजेक्शन लेने के बाद गंभीर एलर्जी या कोई भी लक्षण दिखे तो बिना देर किए नजदीकी हॉस्पिटल में जाकर चेकअप करवाएं। साथ ही वैक्सीन लगवाते समय डॉक्टर को सभी जानकारी दें।

Content Writer

Anjali Rajput