केरल में प्लास्टिक कचरा बीनने वाली महिलाओं की चमकी किस्मत, जीती 10 करोड़ रूपये की Lottery

punjabkesari.in Saturday, Jul 29, 2023 - 11:27 AM (IST)

कहते हैं किस्मत कब बदल जाए कुछ पता नहीं चलता ऐसे ही कुछ केरल की महिलाओं के साथ हुआ। स्थानीय नगर पालिका की प्लास्टिक कचरा बीनने वाली एक यूनिट में काम कर रही ग्यारह महिला कामगारों को कभी यह सपने में भी उम्मीद नहीं थी की उनकी किस्मत जाग सकती है। जिस लाटरी टिकट को उन्होंने सिर्फ 25 रूपये से भी कम पैसे में खरीदा था, वह उन्हें 10 करोड़ रूपये का ईनाम राशि दिलवा सकती है। इन 11 महिलाओं ने कुल 250 रूपये देकर लाटरी का टिकट खरीदा था। 

10 करोड़ रुपये का मिला ईनाम

जब यह सूचना सामने आई तो उस समय ये 11 गोदाम में घरों से इक्ट्ठा किए गए प्लास्टिक कचरे को अलग कर रही थी। केरल लॉटरी विभाग ने घोषणा की कि महिलाओं द्वारा पैसे इकट्ठा करने के बाद खरीदे गए टिकट पर उन्हें मानसून बंपर के रूप में 10 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। इन महिलाओं के पास इतना सामर्थ्य नहीं था कि उनमें से कोई अकेले ही 250 रूपये का लाटरी का टिकट खरीद सके। ऐसे में लॉटरी विजेताओं से मिलने और उन्हें बधाई देने के लिए बड़ी संख्या में लोग आए। 

महिलाओं ने जाहिर की अपनी खुशी 

विजेताओं में से एक महिला ने बताया कि - 'जब हमें इस बात का पता चला कि हमने ईनाम राशि जीत ली है है तो हमारे उत्साह और खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। हम सभी जीवन में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं और यह पैसा कुछ हद तक हमारी समस्याओं को हल करने में मदद करेगा।' परप्पनंगडी नगर पालिका द्वारा शुरू की गई हरित पहल- हरित कर्म सेना के अंतगर्त इन महिलाओं को उनके काम के अनुसार 7,500 रुपये से 14,000 रुपये के बीच वेतन मिलता है। यह महिलाएं हरित कर्म सेना घरों और प्रतिष्ठानों से कचरे को इकट्ठा करती हैं जिसे बाद में रिसाइकिल करने के लिए अलग-अलग जगह भेजा दिया जाता है। 

जीवन की कई परेशानियां हल करेगी ईनाम राशि 

नगर पालिका में हरित कर्म सेना की अध्यक्ष शीजा ने कहा कि भाग्य ने इस बार सबसे योग्य लोगों पर कृपा की है। उन्होंने कहा कि सभी पुरस्कार विजेता बहुत मेहनती हैं और अपने परिवार के भरण-पोषण करती हैं। उन्होंने मीडिया को बताया कि इनमें से कई लोगों को कर्ज चुकाना है, बेटियों की शादी करनी है या अपने प्रियजनों के इलाज का खर्च उठाना है। उन्होंने कहा कि वे सब बहुत ही साधारण घरों में रहती हैं और जीवन की कठोर वास्तविकताओं से जूझ रही हैं। 

दूसरी बार खरीदी थी लॉटरी

आपको बता दें कि यह दूसरी बार है जब महिलाओं ने टिकट खरीदने के लिए आपस में पैसे जुटाए थे। विजेताओं में से एक महिला ने कहा ''हमने पिछले साल भी इसी तरह पैसा इकट्ठा करने के बाद ओणम बंपर खरीदा था और 7,500 रुपये जीते थे। हमने राशि को आपस में बराबर-बराबर बांट लिया था। इससे हमें इस साल मानसून बंपर टिकट खरीदने का हौसला मिला।

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palak