"मेरी आखिरी इच्छा है टीचर को सजा मिले..." सुसाइड नोट लिखकर कूद गया 10वीं क्लास का स्टूडेंट

punjabkesari.in Thursday, Nov 20, 2025 - 11:59 AM (IST)

नारी डेस्क: नई दिल्ली के राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन पर कथित तौर पर सुसाइड करके मरने वाले 16 साल के क्लास 10 के स्टूडेंट ने अपने सुसाइड नोट में अपने स्कूल टीचरों के खिलाफ एक्शन की मांग की। स्टूडेंट ने सुसाइड नोट में बताया कि टीचरों ने उसे ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर किया। उसके स्कूल बैग से मिले सुसाइड नोट में लिखा था-  "मुझे बहुत दुख है कि मैंने ऐसा किया, लेकिन स्कूल स्टाफ ने इतना कहा कि मुझे ऐसा करना पड़ा"। 


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पेरेंट्स ने किया प्रोटेस्ट

नोट में लिखा गया- अगर मेरे शरीर का कोई भी ऑर्गन काम करता है या काम करने की हालत में है, तो प्लीज़ डोनेट करें। स्कूल के टीचर अभी भी वहीं हैं। मैं उनसे क्या कहूँ? मेरी आखिरी इच्छा है कि उनके खिलाफ एक्शन लिया जाए ताकि कोई और स्टूडेंट वो न करे जो मैंने किया... मुझे अफ़सोस है, लेकिन टीचरों ने मेरे साथ ऐसा किया,” । इस बीच  स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स ने स्कूल के बाहर प्रोटेस्ट किया। FIR के मुताबिक, लड़के के पिता ने आरोप लगाया कि स्कूल के कई टीचरों द्वारा लगातार परेशान किए जाने की वजह से उनका बेटा बहुत ज़्यादा मेंटल स्ट्रेस में था।


मेट्रो स्टेशन से स्टूडेंट ने लगाई छलांग

स्टूडेंट ने अपने पेरेंट्स से टीचरों के बर्ताव के बारे में शिकायत की थी, लेकिन उनकी मदद की अपील को नज़रअंदाज़ कर दिया गया। 18 नवंबर को, जब उसके पिता बाहर थे क्लास 10 का स्टूडेंट स्कूल चला गया, और अपने पीछे दर्द की एक भयानक विरासत छोड़ गया। पेरेंट्स ने कहा कि उन्होंने टीचरों और प्रिंसिपल से कई बार बोलकर शिकायतें की थीं, लेकिन कहा जा रहा है कि हैरेसमेंट जारी रहा। FIR में लिखा है कि उसने राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 से कथित तौर पर छलांग लगा दी। पुलिस को मेट्रो स्टेशन से उसका स्कूल बैग मिला, जिसमें एक सुसाइड नोट था।


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मरने से पहले बच्चे ने माता- पिता से मांगी माफी

FIR में वह कंटेंट भी दिखाया गया है, जिसमें उसने अपने परिवार से माफी मांगी और लिखा कि स्कूल के टीचरों ने उसे बहुत परेशान किया है। उसने रिक्वेस्ट की कि कार्रवाई की जाए ताकि कोई और बच्चा उसकी तरह परेशान न हो। उसने अपने ऑर्गन डोनेट करने का भी ज़िक्र किया, अपने माता-पिता और भाई से माफी मांगी, और दोहराया कि जो कुछ हुआ उसके लिए टीचर ही ज़िम्मेदार थे। FIR में कहा गया है कि स्टूडेंट ने अक्सर कुछ टीचरों के बर्ताव की शिकायत की थी। लड़के ने अपने माता-पिता को बताया कि कुछ टीचर छोटी-छोटी बातों पर उसे डांटते, बेइज्जत करते और मेंटली परेशान करते थे। माता-पिता ने कहा कि उन्होंने टीचरों और प्रिंसिपल से कई बार बोलकर शिकायत की, लेकिन कहा जा रहा हैरेसमेंट जारी रहा।
 


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vasudha

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